७ हजार ८३५ मुक्तकमलरी परिचयपत्रसे बन्चित

प्रेम चौधरी
धनगढी, ०१ कुँवार । आठ बरस पहिले मुक्ती घोषण हुइल कैलाली सहिट दाङके ७ हजार ८ सय ३५ जाने मुक्तकमरी सरकारी परिचयपत्र पैनासे बन्चित हुइल बटै ।
मुक्त कमलरी विकास मञ्चके तथ्या«क अनुसार कैलाली, कञ्चनपुर, बर्दिया, बाँके ओ दाङ करके पाँच जिल्लामे १२ हजार ७ सय ६९ जाने मुक्तकमलरी रहलमे अभिनसम ७ हजार ८ सय ३५ जाने मुक्तकमरी सरकारी परिचयपत्र पैनासे बन्चित रहल हुइट ।
सरकार २०७० साल असार १३ गते कमलरी मुक्तीके घोषणा करल रहे । पूर्व भुमी सुधार तथा व्यवस्थामन्त्री गोपाल दहित मुक्तीके घोषित जिल्लाके २९ जनहनहे मुक्तकमलरी हुकन २०७४ साल भदौ १६ गतेसे बर्दियासे पहिचानसहितके परिचयपत्र वितरणके वितरण सुरु करल रहिट ।
पूर्वमन्त्री दहित सरकारसे मुक्तकमलरीहे परिचयपत्र वितरणके काम बिना रोकावट आघे बह्रैटी चार महिनाभिटर सेक्ना निर्देशनफे डेहल रहिट । मने अभिन पाँच जिल्लाके ७ हजार ८ सय ३५ जाने मुक्तकमरी सरकारी परिचयपत्र पैनासे बन्चित हुइना दुःखद बाट रहल मुक्तकमलरी विकास मञ्च कैलालीके अध्यक्ष विन्द्रा चौधरी बटैली ।

मुक्तकमलरी विकास मञ्चके तथ्याङक अनुसार सरकारी परिचयपत्र पैनासे बन्चित रहलमे कैलालीमे १५ सय ७४ जाने, बर्दियामे २९ सय ५३, बाँकेमे ३ सय ४३, कञ्चनपुरमे ८ सय ५जाने ओ दाङमे २१ सय ६० जाने रहल बटै । कलेसे सरकारी परिचयपत्र पाइलमे कैलालीमे २५ सय जाने, कञ्चनपुरमे ३ सय ६२ जाने बर्दियामे २ सय ५० जाने, बाँकेमे ३ सय २४, ओ दाङमे १४ सय ९८ जाने रहल बटै ।
मञ्चके सल्लाहकार फकला थारुके अनुसार पाँच जिल्लामे १२ हजार ७ सय ६९ जाने मुक्तकमलरी रहलमे जम्मा ४ हजार ९ सय ३४ जाने केल सरकारी परिचयपत्र पैले बटै । कैलालीमे मुक्तकमलरीके संख्या ४ हजार ७४, कञ्चनपुरमे ११ सय ६७, बर्दियामे ३२ सय ३, बाँकेमे ६ सय ६७ ओ दाङमे ३६ सय ५८ जाने रहल मञ्चके सल्लाहकार थारु बटैलै ।
‘कमलरीप्रथा विरुद्धके मुक्ति अभियान मार्फत सरकारसंग हुइल १० वुँदे सम्झौता अनुरुप नेपालमे कमलरी प्रथा अन्त्यके घोषणा हुइल हो,’ मञ्चके सल्लाहकार थारु कहलै, –‘सरकारसंग हुइल सम्झौता अनुसार अभिनसम ३ ठो बुँदा केल कार्यान्वय हुइल बा, बाँकी मागके लाग निरन्तर दबाव जारी बा ।’
उहाँ कहलै, ‘कमलरी रख्न मालिकहे कडा कानूनी कारवाही, वेपत्ता कमलरीके खोजी, मालिकके यौनशोषणसे कुमारी डाई बनल कमलरीहे न्याय लगायत माग सहिट प्रदेशके मुख्यमन्त्री, भूमि व्यवस्था तथा सहकारी मन्त्री, प्रधानमन्त्रीहे ज्ञापनपत्र बझैटी बटी ।
मुक्त कमलरी विकास मञ्च कञ्चनपुरके अध्यक्ष सिता चौधरी संस्थासे बनाइल परिचयपहे मान्यता नइडेहल कारण सरकारी परिचयपत्र माग करल हुई । उहाँ कहली, ‘पाँच जिल्लामे १२ सय ७४ जाने मुक्तकमलरी अभिन अध्ययनरत बटै, मने सरकारी परिचयपत्र नइहुके ढेर जैसिन मुक्तकमरी सरकारसे पैना सेवा सुविधासे बन्चित हुईल बटै ।’
कैलालीमे रहल २ ठो, कञ्चनपुरमे रहल १ ओ दाङमे रहल २ ठो छात्रबासमे बैठके पह्रटी रहल मुक्तकमलरीके स्वास्थ्य, पोषण ओ गुणस्तरीय शिक्षामे सरकारके ध्यान नइगैलफे अध्यक्ष चौधरी बटैली ।
कक्षा १० मे अध्ययनरत मुक्तकमलरी रजनी चौधरी सरकारके डेहल छात्रवृतिसे पढाई खर्च नइपुगठ । उहाँ कहली– ‘छात्रवृतिके लाग कहटी कक्षा १० मे अध्ययनरत रहल मुक्तकमरीनहे १८ सय रुप्या केल डेहठ मने, उहीसे ढेर ४ हजारसे लागजाइठ । छात्रवृतिके पैसासे न फिस डेहे पुगठ, न कितावकापी लेहे पुगठ, डे«स कैसिक किन्ना, कैसिक पह्रना हो टे ।’
मुक्त कमलरी माग का का
मुक्त कमलरी पुनस्र्थापना आयोग गठन करके मुक्तकमलरीहुकाके पुनस्र्थापना करे पर्ना, नाम छुट हुइल वास्तविक मुक्तकमलरीहुकनके नामावली सरकारी लिष्टमे समावेश करके प्रमाणीकरण करे पर्ना, सरकारी परिचयपत्र पैना बाँकी रहलहुकनहे परिचयपत्र वितरण करे पर्ना, नेपाल सरकारसे मुक्तकमलरीहुकनके तथ्याङक संकलन तथा अध्यावधिक करे पर्ना, मुक्तमलरीहुकनके लाग सीप विकासके लाग बजेट विनियोजन करके लागु करे पर्ना, १० बुँदे सहमति कार्यान्वयन करे पर्ना माग करल बा ।

ओस्टेक शिक्षा निर्देशिक २०६८ संशोधन करके छात्रवृति बृद्धि करे पर्ना, अनुदानसहित सीपमुलक तालिमके व्यवस्था करे पर्ना, मुक्त कमलरीहुकनके सीप विकास तथा आत्मनिर्भरताके लाग १८ से ३६ महिने तालिमके व्यवस्था करे, मुक्तकमलरीहुकनके पुनस्र्थापना लक्षित बजेट तथा कार्यक्रम लागु परे पर्ना, मुक्तकमलरीहुकनके लाग प्राविधिक शिक्षा निःशुल्क अध्ययनके लाग सिटिईभिटी मार्फत विशेष कोटाको व्यवस्था करे पर्ना ।
मुक्तकमलरीहुकनहे स्नातकोत्तर तहसम निःशुल्क अध्ययनके व्यवस्था करे पर्ना, नेपाल सरकारके ओरसे सीपसिखल मुक्तकमलरीहुकनके स्वरोजगार तथा आत्म निर्भरताके लाग एक चो लाग प्रतिव्यक्ति तीन लाख अनुदानके रुपमे प्रदान करजाए । प्राविधिक शिक्षा ओ क्याम्पस शिक्षा पास करल मुक्तकमलरीहुकनहे लोकसेवा ओर सरकारी जागिरमे विशेष कोटाके व्यवस्था करे पर्ना, मुक्तकमलरीहुकनके लाग लोकसेवा तयारी कक्षाके लाग बजेट विनियोजन करे पर्ना माग करल बा ।
मुक्तकमलरीहुकनहे स्वरोजगार तथा आत्मनिर्भर बनाइक लाग मुक्तकमलरीहुकन मार्फत संचालित सहकारीहुकनहे घुम्ती कोष संचालनके लाग प्रति सहकारी १५ लाख अनुदानके व्यवस्था करेपर्ना, स्थानीय तह अन्र्तगत रहल विद्यालयमे समयमे छात्रवृति रकम निकासा करेपर्ना, कम्प्यूटर डिप्लोमा तालिमके लाग बजेट तथा तालिम व्यवस्था करेपर्ना, हत्या करलहुकनहे न्याय ओ वेपत्ता मुक्तकमलरीहुकनमे खोजी करेपर्ना, कुवारी डाई बनल मुक्तकमलरीहुकन ओ ओइनके सन्तानहे न्याय ओ पहिचान डेहेपर्ना, अन्तिम एक चो लाग प्रति व्यक्ति २ कटठासे १० कटठासम जमिन उपलब्ध कराईपर्ना, छात्रावासमे अध्ययनरत मुक्त कमलरीहुकनके लाग १२ महिनाभर आवसिय सुविधा प्रदान करेपर्ना माग सहिट मुक्त कमलरी विकास मञ्चसे कुछ दिन आघे प्रदेश सरकारके मुख्यमन्त्री, भूमि तथा कृषि सहकारी मन्त्रालय ओ प्रधानमन्त्रीहे ज्ञापनपत्र बुझैले बा ।
