थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत १४ बैशाख २६४९, अत्वार ]
[ वि.सं १४ बैशाख २०८२, आईतवार ]
[ 27 Apr 2025, Sunday ]

जनगणना ओ थारुन्के असलि तथ्यांक

पहुरा | ७ आश्विन २०७८, बिहीबार
जनगणना ओ थारुन्के असलि तथ्यांक

राष्ट्रिय जनगणना २०७८ के गणकलोग गाउँ गाउँमे पुग सेकल बाटैं । मने आपन थरके पाछे अनिवार्य रुपमे थारू लिखैना चाहि कना छलफल थारु आयोग बल्ले चलैटि बा । थारु समुडायके मुँरि संस्था थारु कल्याणकारिणी सभा (थाकस) इ बारेम छलफल चलैना जरुरि नै ठानल ।

आघेपाछे घेंघा घेंघा फुला फुला सरकार हमार असलि तथ्यांक नैडेहल कना आरोप लगैना, मने जब परटेक १० बरसके पाछे सरकारसे लेजैना राष्ट्रिय जनगणनाके समय आइठ, टब सचेटना अभियानमे थारु संघसंस्था कानेम टेल डार लेठैं । इ कसिन विडम्वना हो ?

इहे सोम्मारके काठमाडौंमे थारू भासाहे सरकारी कामकाजके भासा, राष्ट्रिय जनगणना ओ समावेशिता विसयक छलफल कार्यक्रममे थारु आयोगके पदाधिकारीहुक्रे २०६८ सालके जनगणनामे थारू समुदायके सही तथ्यांक नैआइल कहटि २०७८ सालके जनगणनामे वास्तविक तथ्यांकके लाग सचेट हुइपर्ना कार्यपत्र सुनैलै ।

थारु आयोगके अध्यक्ष विष्णुप्रसाद चौधरीके अन्सार थारू भिट्रे टमान उपथर रहल ओ उ अनुसार फारम भरेबर थारू ओ गैरथारू छुट्यइना समस्या बा । जस्टे कि थारू समुदायसे चौधरी लिखाइबर मारवाडी ओ अन्य समुदाय फेन चौधरी लिखैना, कुश्मी, बडायक, महतो, राजवंशी लगायतके थर लिखाइबर थारूनके यकिन तथ्यांक अइना समस्या हुइना उहाँके कहाइ रहे । इ बेरके जनगणनामे सक्कु जाने थरके पाछे अनिवार्य थारू लिखैलेसे थारूनके एकिन लगट अइना उहाँ विश्वास लेलै ।

निस्चय फेन संघिय राजधानीके एकठो कोन्वम् सिमिट मनैनन्के साम्ने छलफल चलाके किल जनगणनाके सचेटिकरन हुइ नै सेकि । यकर लग जनगणना टोली गाउँ गाउँ छिर्नासे पहिले स्थानीय जनप्रतिनिधि, बरघरहुँकन मार्फट परटेक गाउँमे छलफल चलाइ सेक्जाइट । आबक् छलफल टे घरेम आगि लागलमे बल्ले पोखरि खोन्वाइ हस हो ।

जनगणनाके सचेटिकरनके लग थारुए भासामे रेडियो, टिभिमे जिंगल बजैना, पत्रपत्रिकामे सुचनामुलक विग्यापन खै ? जनगणनाके गणकमे कठेक थारु समुदायके सहभागिटा बा ? का यकर खोजि कर्ना थारु आयोग लगायटके काम नैहो ? यडि गणक कम रहलमे थरुहट क्षेत्रमे ढेरसे ढेर थारु गणक हुइ पर्ना कना सुझाव डेना थारु आयोगके काम नैहो ? थारुन्के गाउँघरमे थारु जो गणक हुइ परल कना थाकसलगायट संस्थाहे आवाज उठाइ पर्ना, डबाब डेहे पर्ना नैहो ?

बाम भगाके पुस्टा सँवरना काम अप्कि राष्ट्रिय जनगणना २०७८ के फारम भरैना सचेटिकरन अभियानमे चिमाइल अवस्ठाले डेखैले बा । समय खरक सेकल ओर्से अप्किक् जनगणनामे फेन थारुन्के असलि तथ्यांक अइना कोइ गुन्जायस नैहो । थाकस लगायट समुह, स्वतन्त्र युवालोग गाउँमे आइल गणकलोग कसिक फारम भर्टि बाटै ? चेवा करि, इहिले फेन हमार असलि तथ्यांकमे ढेर फेरबडल हुइ सेकठ ।

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