असुरिक्षत गर्भपतन ओ जन्निन्के स्वास्थ्य

नेपालमे परटेक बरस ३ लाख ३२ हजार जन्नि गर्भपतन करैठै । जेम्नेसे एक सयमे ५८ जाने असुरक्षित गर्भपतन करैटि रहल सातौ राष्ट्रिय सुरक्षित गर्भपतन दिवस २०७८ के अवसरमे हुइल गोस्ठिमे प्रस्तुत एक तथ्यांकमे जानकारि डे गैल । संख्यामे हेरेबेर १ लाख ८६ हजार १४४ जाने असुरक्षित गर्भपतन करैठैं ।
जन्नि कब लर्का पैना, कैठो लर्का पैना ओइनके प्रजनन अधिकार हुइन् । इच्छा नैरहलमे गर्भ बैठगैलेसे चिकित्सकके सल्लाह अन्सार बगाइ सेक्जाइठ । सुरक्षित मातृत्व ओ प्रजनन स्वास्थ्य अधिकार ऐन २०७५ के व्यवस्था अन्सार खासकैके १२ अठवारसमके ओ विसेस अवस्थामे २८ अठवार समके गर्भपतनहे कानुनी रुपमे मान्यता डे गैल बा । सुरक्षित गर्भपतनसे करिब ८ प्रतिशत मातृमृत्यु कम हुइठ ।
बहुटसे का डेख्जाइठ कलेसे छोटहिम् लौंरन प्रेमजालमे पारके लौंरियनहे अलपत्र बनाडेठैं । लौंरा ओ ओकर घर परियार, यहाँ सम कि कँवारि अवस्ठम छाइ लर्का पा लि कलेसे इज्जट जाइक डरे बहुट मनै असुरक्षित गर्भपतन करा डेठैं । खास कैके सुरक्षित गर्भपतन सुचिकृत स्वास्थ्य संस्थामे तालिम प्राप्त स्वास्थ्यकर्मी नियमित नैरहना ओ अवैधानिक रुपमे निजी क्लिनिक फार्मेसीसे असुरक्षित गर्भपतन हुइल डेखाइठ । यम्ने सेवाग्राहि सचेट हुइक चाहि ।
यहाँ सम कि पेटेम का बा कहिके हेर्ना ओ छाइ बा कलेसे असुरक्षित गर्भपतन करा डेना नै मजा चलन फेन बह्रटि गैल बा । छावाले किल वंश चलठ कना परम्परागट चलन नैहटट्सम इ विकराल अवस्ठा पलि रना बिल्गाइठ । ओहेसे बेटी बचाओ कना भारतमे आइल एकठो अभियान नेपालमे फेन फैलाइ पर्ना जरुरि बा ।
ओसिन टे सुदूरपश्चिम प्रदेशके सामाजिक विकास मन्त्री लालबहादुर खड्का गैरकानूनी रुपमे हुइटि रहल असुरिक्षत गर्भपतनहे निरुत्साहित कैटि सुरक्षित रुपमे गर्भपतन कैना सन्देश डेना आवश्यक रहल बटैले बाटैं । यकर लग गाउँ गाउँमे रहल युवा क्लबके फेन ओटरे दयित्व बा । इ बारेम गाउँ गाउँमे नाटक मन्चन लगायट समस्या परल परिवारहे आवश्यक सरसल्लाह ओटरे जरुरि बा ।
अंसहि जन्निन्के सेवासुसारमे थारु समुडायके सोह्रिन्यन्के बहुट बरा भुमिका बा । गर्भपतनके प्रसंगमे सोह्रिन्यन्के जानल सिपके संरक्षणको फेन ओट्रे जरुरि बा ।
