खै थारुन्के कोटा ?

लोकसेवा आयोग अपन विज्ञापनके मेरमेरिक पद व्यवस्थापनमे थारु जातिक छुट्टे कोटा लानल ऐन पारित कर्ले बा । आयोगसे कुछ समय छुट्या फे गैल । आदिवासी जनजाति, मधेशी, दलित, मुस्लिम लगायट थारुन्के छुट्टे कोटाके अभ्यास बहुटसे निकायमे हुइ लागल रहे ।
मने थारु आयोगके अध्ययन अनुसार लोकसेवा आयोग थारु जातिक छुट्टे कोटा छुट्याइनामे कन्जुस्याइ कैटि बा ।
महिना डिन पहिले कांगे्रस महाधिवेशनके सिलसिलामे थारु, दलित, मुस्लिम लगायटके कोटा नै छुट्यागैल कहिके पार्टीके केन्द्रिय सदस्य मिनबहादुर विश्वकर्मा राजिनामा डेहल रहिट । मने कांग्रेसमे उ मुद्दा सुनुवाइ नै हुइल ।
यहोंर डोसर बरा पार्टी नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी (माओवादी केन्द्र) से भरखर अपन विधानमे निर्वाचन आयोगके व्यवस्था करटि निर्वाचन मार्फत सक्कु तहमे ३५ प्रतिशत महिला, २० प्रतिशत युवा, १५ प्रतिशत दलित ओ ५ प्रतिशत मुस्लिमहे नेतृत्वमे नन्ना निर्णय करले बा । कलेसे थारु जातिके कोटा उल्लेख नैकरले हो । माओवादी केन्द्रके निर्वाचन आयोग अध्यक्ष विष्णुपुकार श्रेष्ठके कहाइ बा, ‘खुला, महिला ओ युवा भिट्टर थारु जनजाति समोट जिना ओरसे विधानमे उहाँहुकनके अलग्गे प्रतिशत नैछुट्याइल हो ।’
माओवादी खुला, उदार समाजवादी पार्टी बनि कि कलक पार्टीके निर्वाचन आयोगके व्यवस्था अनुसार उ जिम्दार पार्टीहस बिल्गाइटा । कौनो समय थारुवान, मगरात, नेवा, तमुवान, लिम्बुवान लगायट प्रदेशके नामाकरन करल पार्टी आज अदिवासी जनजातिन् लग छुट्टे कोटा नै छुट्यइना घोर विडम्वना हो । समग्र आदिवासी जनजातिन् लग छुट्टे कोटा नै छुट्यागैल कलेसे थारु समुडायके लग छुट्टे कोटाके अस्रा कर्ना कसिक ?
उहेसे माओवादी पार्टी भिट्टरके आदिवासी जनजाति नेतालोग अपन अग्राधिकारके लग जमके आवाज उठाइ परल । अपन उठाइल कोटाके बाट नै परल कहिके कांग्रेसके केन्द्रिय सदस्य मिन विश्वकर्मा राजिनामा डेहे सेक्ठै कलेसे माओवादी भिट्टरके आदिवासी जनजाति नेतालोग काजे घुर्कि नैडेखैना ।
इतिहासमे लाल अच्छरले लिखल बा कि माओवादी जनयुद्धमे सबसे ढेर थारु ओ मगर शहादत पैले रहिंट । आज ओइनेहेनहे नेतृत्वमेसे पख्वा लगैना जाल बिछा जैटि बा । आदिवासी जनजाति नेतालोग पार्टीमे खबरडारि करिट । माओवादी पार्टीहे मुट्ठिभरके जिम्दार नेटनसे बँचाइट ।
