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प्रदेश लोकसेवा ऐन टिसरचो संशोधन हुइटी

पहुरा | १३ आश्विन २०७८, बुधबार
प्रदेश लोकसेवा ऐन टिसरचो संशोधन हुइटी

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १३ कुँवार ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशके लोकसेवा आयोग ऐन टिसरचो संशोधन करे लागल बा । प्रदेश लोकसेवा आयोग गठन होके आयोगसे काम सुरु करल बोल कुछ कानूनी अड्चन आइलपाछे टिसरचो इ ऐन संशोधन करे लागल हो ।

प्रदेश सरकार गठन हुइल साढे तीन बरस हुइलेसे फेन प्रदेश सरकारसे आपन कर्मचारी राखे नैसेकल भौतिक पूर्वाधार विकासमन्त्री दीर्घबहादुर सोडारी बटैलै । प्रदेश लोकसेवा आयोगसे आपन काम कैना क्रममे कानूनी अडचन आइलपाछे उहीहे फुकाइक लाग ऐन संशोधन करे लागल उहाँ बटैलै । ‘आयोगसे काम करटी रहल बा’, उहाँ कहलै । ‘काम कैना क्रममे कुछ कानूनी अडचन आइल ओरसे ऐन संशोधन कैना लागल हो ।’

प्रदेश सरकारसे २०७६ सालमे प्रदेश लोकसेवा आयोग ऐन बनाइल रहे । इहीसे आघे, दुईचो ऐन संशोधन होसेकल बा । कलेसे, टिसरचो संशोधनके लाग सुदूरपश्चिम प्रदेश लोकसेवा आयोग ऐन २०७६ हे संशोधन कैना बनल विधेयक प्रदेश सभामे छलफलके क्रममे रहल बा । मंगरके बोलाइल प्रदेश सभा बैठकमे उ विधेयक उपरके छलफलमे भाग लेटी प्रदेश सभा सदस्य सुशीला बुढाथोकी प्रदेशमे कर्मचारीके समस्या रहल ओ उहीहे व्यवस्थापन करक लाग हाली संशोधन विधेयक पास करे पर्ना बटैली । ‘प्रदेश सरकारसे अपनहे कर्मचारी राखे सेकल नैहो । ओ, करारमे कर्मचारी भर्ना कैना अधिकार फेन नैहो’, उहाँ कहली ।‘कर्मचारी समस्या समाधानके लाग इ विधेयक हाली पास करे परल ।’

ओस्टके, औरे प्रदेश सभा सदस्य देवकी मल्ल प्रदेश लोकसेवा आयोग ऐन सम्बन्धी संशोधन विधेयक पास हुइलपाछे आयोगहे काम कैना सहज हुइना बटैली । उहाँ आयोगसे हालीसे हाली कर्मचारी भर्ना करक लाग संशोधन ऐनहे फेन हाली पास कैना आवश्यक रहल बटैली ।

कर्मचारी दरबन्दीमे ढिउर समस्या रहल ओ रहल कर्मचारी मनपरी ढंगसे काम करटी रहल कारण नयाँ कर्मचारी भर्ना कैना अपरिहार्य रहल मल्लके कहाइ रहे । उहाँ कर्मचारीके अनुगमन कैना फेन आवश्यक रहल औंल्याइली । ‘प्रदेश मातहतके कार्यालय ओ स्थानीय तहमे कर्मचारीके मनपरी बा’, उहाँ कहली । ‘ओहेमारे कर्मचारीके अनुगमन कैना फेन आवश्यक रहल बा ।’

ओस्टके, प्रदेश सभासे सुदूरपश्चिम प्रदेशके पशु स्वास्थ्य तथा पशु सेवा सम्बन्धी व्यवस्था कैना बनल विधेयक प्रदेश सभासे सर्वसम्मतसे पारित हुइल बा । मंगरके बैठल प्रदेश सभा बैठकमे विधेयकके सैद्धान्तिक पक्षउपर छलफल कैके विधेयक पास करल हो । छलफलमे प्रदेश सभा सदस्य बलबहादुर सोडारी ओ महेशदत्त जोशी भाग लेहल रही । भूमि, व्यवस्था, कृषि तथा सहकारीमन्त्री विनिता चौधरीके प्रस्तावमे सदनसे विधेयक पास करल बा ।

उ क्रममे मन्त्री चौधरी प्रदेशके पशु स्वास्थ्यके सवालमे ढिउर समस्या रहल ओ ढिउर चीज विधेयकमे समेटल बटैली । उहाँ विधेयकहे आवश्यकतानुसार परिमार्जन ओ रहल कमीकमजोरीहे पाछे फेन संशोधन करे सेक्ना उल्लेख करली । ओस्टके, प्रदेश सभा बैठकमे सुदूरपश्चिम खेलकुद ऐन २०७६ हे संशोधन कैना बनल विधेयकउपर फेन सामान्य छलफल करल बा । सामाजिक विकास राज्यमन्त्री मनाकुमारी साउँदके प्रस्तावमे उ विधेयकउपर छलफल करल हो ।

छलफलमे भाग लेटी प्रदेश सभा सदस्य कुलवीर चौधरी इ विधेयक मानव जीवन ओ राष्ट्रसंग सम्बन्धित विधेयक रहल बटैलै । उहाँ ऐनमे कुछ परिमार्जन करे पर्ना कारणसे संशोधन विधेयक आइल उल्लेख कैटी सुदूरपश्चिम खेलकुद ऐन २०७६ हे संशोधन कैना बनल विधेयकहे राष्ट्रके गहनाके रुपमे आघे बह्राइ पर्र्ना जोड डेलै । ‘प्रदेशके खेलकुद ओ खेलाडीके विकासके लाग इ विधेयकहे हाली पास कैके कार्यान्वयन करे परल’, चौधरी कहली ।

ओस्टके, औरे सदस्य नन्दबहादुर साउँद सुदूरपश्चिम प्रदेशमे खेल प्रशिक्षण ओ पूर्वाधारके माध्यमसे खेलकुदके विकास कैना आवश्यक रहल औँल्याइलै । प्रदेश सभाके औरे बैठक कुँवार १५ गते बोलाइल बा । मंगरके प्रदेश सभाके बैठकमे प्रतिपक्षी दलके कुछ बेर अनुपस्थिति डेखल रहे । ओस्टके, प्रदेश सभामे बोलुइया सूचीमे नाउँ रहलेसे फेन प्रदेश सभा सदस्य हर्कबहादुर कुँवर ओ कृष्ण चौधरी छलफलमे भाग नैलेहल रहिट ।

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