विद्यालयमे अध्ययनरत किशोरीहुकनहे आइरन चक्की खवैना

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १८ कुँवार । धनगढी उपमहानगरपालिकामे रहल सामुदायिक तथा संस्थागत विद्यालयमे अध्ययनरत किशोरीहुकनहे आइरन तथा फोलिड एसिड खवैना हुइल बा । धनगढी उपहानगरपालिकाके आयोजनामे सुआहारके आर्थिक तथा प्राविधिक सहयोगमे १० से १९ वर्षके किशोरीहुकनहे आइरन चक्की खवाइ लागल हो ।
धनगढीके १ सय ८० विद्यालयमे कार्तिक महिनासे विद्यालयमे आइरन चक्की खवैना सुआहारा पोषण तथा स्वास्थ्य अधिकृत नरबहादुर विक जानकारी डेलैं । ‘आईरन चक्की विद्यालयहे जिम्मेवारी डेहल बा,’ उहाँ कलैं, ‘यिहिनसे कीशोरीहुकनहे शारीरिक तन्दुरस्त बनैना सहयोग पुगि ।’
आइरन चक्की ३–३ महिनाके फरकमे खवाजाइठ । रक्तअल्पता नैहुइ डेहेक लाग आइरन चक्की खवाइ लागल हो । अधिकांस किशोरीमे रक्तअल्पता, शरीरमे रगतके अभाव हुइना जैसिन समस्या डेखाइल कारण किशोरीहुकनहे यी अभियान चलाइ लागल हो । छात्राहे सम्बन्धित विद्यालयमे पुगके आइरन चच्की समेत खवैना जनागिल बा ।
यकर लाग सुआहाराके प्राविधि सहयोग ओ धनगढी उमहानगरपालिकोके आयोजनामे सोम्मार शिक्षक तथा स्वास्थ्यकर्मीहुकनहे अभिमुकीकरणसमेत करल बा । किशोरीहुक्रे १० से १९ वर्षभित्तर रजस्वला हुइना ओ यि बखत ढेर रगत बहना हुइल ओरसे रक्तअल्पता नाहोए कहिके आइरन चक्की खुवैना अवधारणा सुआहारा लेले बा । उ आइरन चक्की पहिल १३ हप्ता १÷१ ठो क्याप्सुल खुवैना ओ फेन १३ हप्ता ग्यापकैके ओहे मात्रामे क्याप्सुल खुवैना अधिकृत विक जानकारी डेलैं ।
कार्यक्रमसे बाल मृत्युदर ओ नवजात शिशु मृत्युदर कम करना समेत महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह करना उहाँ बटैलैं । नेपालमे ४९ प्रतिशतमे रक्तअल्पता हुइना तथ्यांक रहल बा ।
