अन्न भण्डार जिल्लामे खाद्य संकटके सम्भावना

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १३ कात्तिक । सुदूरपश्चिम प्रदेशके अन्न भण्डारके रुपमे चिन्हजैना कैलाली, कञ्चनपुरमे इ बरस भोकमरीके समस्या बह्रे सेक्ना सम्भावना बह्रल बा ।
कात्तिक पहिल अँठ्वार आइल बाढसे डुनु जिल्लामे करिब एक लाख ४१ हजार ७६३ मेट्रिक धानबाली नष्ट हुइलपाछे भोकमरी बह्रे सेक्ना डेखल हो । इ डुनु जिल्लामे हुइल उत्पादनसे प्रदेशके पहाडी जिल्लामे फेन खाद्यान्न आपूर्ति हुइना करल बा । मने, इ बरस प्राकृतिक विपद्से करल नोक्सानके कारण उल्टे डुनु जिल्ला खाद्यान्न अभाव समस्या झेले पर्ना सम्भावना रहल डेखल बा ।
प्रादेशिक कृषि निर्देशनालय डोटीके अनुसार डुनु जिल्लामे करिब ३३ हजार ११८ हेक्टर जमिनमे लगाइल धानबाली पूर्ण रुपमे नष्ट हुइल बा । कैलालीमे २१ हजार हेक्टर ओ कञ्चनपुरमे १२ हजार ११८ हेक्टर जमिनमे लगाइल धानबाली कुबेलाके वर्षा ओ बाढसे नष्ट हुइल कार्यालय जानकारी डेले बा । डुनु जिल्लामे कैके करिब तीन अर्ब १२ करोड रुपैयाँ बराबरके आर्थिक नोक्सान हुइल प्रादेशिक कृषि निर्देशनालयके प्रमुख यज्ञराज जोशी बटैलै ।
‘कैलाली, कञ्चनपुरके दक्षिणी क्षेत्रमे पूर्ण रुपमे ओ पूर्व–पश्चिम महेन्द्र राजमार्गसे दक्षिण क्षेत्रमे करिब आधाआधी धानबालीमे नोक्सान हुइल बा’, उहाँ कहलै । ‘हम्रे डुनु जिल्लाके ११ पालिकामे अवलोकन करेबर औसतमे कहोरो ५०, कहोरो ४०, कहोरो १० प्रतिशत धानबाली नष्ट हुइल डेखगैल ।’
कैलालीके टीकापुर, भजनी नगरपालिका, जोशीपुर गाउँपालिका, जानकी गाउँपालिका, कैलारी गाउँपालिका, धनगढी उपमहानगरपालिकाके अधिकांश क्षेत्रमे भर धानबालीहे बाढी पूर्ण रुपमे नष्ट करल जोशी बटैलै । ओस्टके, कञ्चनपुरके पुनर्वास, बेलौरी नगरपालिका, लालझाडी, बेल्डाँडी गाउँपालिका ओर फेन धानबाली पूर्ण रुपमे नष्ट हुइल बा ।
कैलालीमे २१ हजार हेक्टर जमिनमे ९४ हजार ५०० मेट्रिक टन धान उत्पादन हुइना करल बा । उ क्षेत्रफलमे धानबाली नष्ट होके एक अर्ब ९३ करोड रुपैयाँ बराबरके आर्थिक नोक्सान हुइल निर्देशनालय जानकारी डेले बा ।
ओस्टके, कञ्चनपुरमे धान लगाइल कुल जमिनमध्ये १२ हजार ११८ हेक्टर जमिनमे लगाइल धानबालीमे नोक्सान हुइल बा । अत्रा जमिनमे ४७ हजार २६३ मेट्रिक टन धान उत्पादन हुइना करल विगतके तथ्याङ्क रहल बा । बाढके कारण ९४ करोड रुपैयाँ बराबरके धानबालीमे क्षति हुइल प्रमुख जोशी बटैलै । ओस्टके, डुनु जिल्लामे कैके २५ करोड रुपैयाँ बराबरके पैरा नोक्सान हुइल बा ।
डुनु जिल्लामे कुल एक लाख १८ हजार हेक्टर जमिनमे बर्खे धान खेती हुइना करल बा । कुल धान खेती हुइल जमिनमध्ये औसतमे ३० प्रतिशत जमिनके धानबालीहे बाढ ओ वर्षा सोत्तर करल जनाइल बा ।
डुनु जिल्लाके दक्षिणी क्षेत्रमे काटल धान बाढसे पुहाके लैगिल बा कलेसे नै काटल धान फेन नष्ट हुइल बा । धेरथोर बँचल धान फेन भिजल कारण खेट्वामे जामल बा । जामल धान धान आब काम नै लग्ना उल्लेख कैटी प्रमुख जोशी किसानके अवस्था अत्यन्त दर्दनाक रहल बटैलै ।‘सक्कु जनहनके पेट पलुइया किसानन्के अवस्था अत्यन्त दर्दनाक रहल बा’, उहाँ कहलै । कृषिमे हुइल क्षतिके विस्तृत विवरण अइना बाँकी रहल ओरसे क्षति आभिन बह्रे सेक्ना जनाइल बा ।
भित्र्याइक लाग तयार पारल धानबाली वर्षा ओ बाढके कारण सोत्तर हुइलपाछे भोकमरी समस्याके सामना करे पर्ना किसान बटैले बाटै । उहाँहुक्रनहे परिवारके पेट कैसिक पल्ना कना चिन्ता हुइल बा । दुई बिघा पाँच कट्ठा जमिनके धानबाली नष्ट हुइल बटैटी कैलारी गाउँपालिका–७ भुईयाँफाँटाके कृषक भरथरी चौधरी खाद्यान्न अभावके समस्या हुइना बटैलै ।
‘पाँच कट्ठामे किल धान बचल’, उहाँ कहलै । ‘ओत्रेमे हुइल उत्पादनसे नौ जनहनके पेट कैसिक पल्ना हो ?’ उहाँ एक बिघा १३ कट्ठामे काटके भित्र्याइना तयार पारल धान बाढसे पुहाइल ओ १२ कट्ठा जमिनके धानहे बालु पटान कैके नष्ट हुइल बटैलै ।
मोहना लडियाके बाढके कारण ढिउर किसानके धान खेट्वा बगरमे परिणत हुइल बा । उहाँहुक्रनके नैकाटल धान फेन बचल नैहो ।
