‘सशक्तीकरण बिना महिलाके अर्थपूर्ण सहभागिता नैहुई’

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १५ कार्तिक । महिलाहुकनहे राजनीतिकलगायत अन्य क्षेत्रमे अर्थपूर्ण सहभागिताके लाग ओइनके सशक्तिकरणमे जोड डेहे परना एक कार्यक्रमके सहभागिहुक्रे बटैले बटैं ।
दलित महिला अधिकार मञ्च (डीडब्ल्युआरएफ) नेपाल कैलालीके आयोजनामे अँट्वार धनगढीमे हुइल ‘राजनीतिक दलमे महिलाके अर्थपूर्ण सहभागिता’ विषयक् जिल्लास्तरीय अन्तरक्रिया कार्यक्रममे सहभागीहुक्रे महिलाहुकनहे राजनीतिकमे कैसिक अर्थपूर्ण सहभागिता करैना विषयमे छलफल करले रहिट ।
कार्यक्रममे प्रदेशसभा सदस्य दुर्गा विक संविधानमे महिलाहे समानुपति समावेशी अधिकार डेलेसे फेन ओकर कार्यान्वयन हुइ नैसेकल बटैलि । उहाँ महिलाहुक्रे शसक्तरुपमे लग्लेसे राज्यके हरेक क्षेत्रमे अर्थपूर्ण सहभागिता रना बटैलि । पार्टीमे पुरुषवादी चिन्तनके कारणसे फेन महिलाहुक्रे अवसरसे वञ्चित हुइपरना अवस्था रहल उहाँ कहलि । अस्टेक, प्रदेशसभा सदस्य उमादेवी वादी हाल महिलाहुक्रे देश चलैना परिस्थितिमे महिलाके सवालमे संविधानमे लिखल चिजके कार्यान्वयन नैहुइल बटैलि ।

प्रदेशसभा सदस्य मालामति राना नेपालके संविधान पूर्ण नैरहल ओरसे यिहिनहे संसोधनमार्फत पूर्ण बनाइपरनामे जोड डेलि । उहाँ कहलि, ‘संविधान नीति निर्माण टे करल, मने कार्यान्वयन करे नैसेकल ।’ अस्टेक, प्रदेशसभा सदस्य रेवती मल्ल महिलाहुकनहे राजनीतिमे कैसिक अर्थपूर्ण सहभागिता करैना कना विषयमे बहस करेपरना बटैलि । उहाँ महिलाहुक्रे क्रियाशील होके निर्णनायक स्थानमे पुगेपरनामे जोर डेलि । उहाँ नीतिमे किल नैहोके व्यवहारमे लागू करेपरना बटैलि ।
कार्यक्रममे धनगढी उपमहानगरपालिकाके उपप्रमुख सुशीला मिश्र भट्ट नेतृत्व तहमे पार्टी महिलाहुकनके सहभागिताके विषयमे बहस करेपरना बटैलि । उहाँ महिलाहे राजनीतिमे अर्थपूर्ण सहभागिताहे महिलाके बहस नैबनाके पार्टीके बहसके रुपमे लेके आघे बह्रेपरना बटैलि । उहाँ राजनीति नीतिभित्तरके सबसे भारी नीति रहल ओरसे राजनीतिमे महिला सहभागिता महत्वपूर्ण हुइपरना बटैलि ।

कार्यक्रममे नेपाली काँग्रेस कैलाली उपसभापति प्रकाश बम नेपाली काँग्रेस पार्टीमे महिला सहभागिता करैना प्रतिवद्ध रहल बटैलैं । महिलाहुकनके क्षमता अभिबृद्धिसँगे सशक्तिकरणमे सहयोगके लाग नेपाली काँग्रेस लागल बटैलैं । उहाँ आँट रहल महिला आघे आउ हम्रे अवसर डेब कना प्रतिवद्ध रहल बटैलैं ।
नेकपा एमालेके रणबहादुर चन्द महिलाके राजनीतिमे अर्थपूर्ण सहभागिताके लाग निर्वाचन प्रणालीमे फेन सुधार करेपरनामे जोर डेलैं । अस्टेक, माओवादी केन्द्रके रमेश धामी महिला सहभागिताके लाग कौनो फेन पार्टी आग्रह पुर्वाग्रह नैहोके लागेपरना बटैलैं । उहाँ पारिवारिक समस्या, सामाजिक चेतके कारणसे फेन महिला राजनीतिमे सहभागी हुइ नैसेकल ओरसे महिलाहुकनहे अवसर डेहेपरना बटैलैं ।
कार्यक्रममे निर्वाचन आयोग कैलाली प्रमुख प्रेमराज भट्ट निर्वाचनमे लैंगिक तथा समावेशीकरणबारे कार्यपत्र प्रस्तुत करे रहैं । उहाँ टमान संसदीय तथा संविधान सभा निर्वाचनमे महिला प्रतिनिधित्व विगतसे सुधार आइल बटैलैं । उहाँक अनुसार ०४८ के प्रतिनिधि सभा निर्वाचनमे ८ ठो किल महिला प्रतिनिधित्व कैले रहिट कलेसे ०५१ के निर्वाचनमे ९ जे, ०५६ मे १२ जे किल महिलाके प्रतिनिधित्व रहे । मने, पहिल संविधानसभा ०६४ मे १ सय ९७ जाने महिलाहुक्रे प्रतिनिधित्व कैके छलाङ मरलै । ओस्टेक, दुसरा संविधानसभा निर्वाचन ०७० मे १ सय ७३ जाने महिला प्रतिनिधित्व करना सफल हुइल बटैं ।

०७० के संविधान सभासे कुवाँर ३ गते जारी करल नेपालके संविधान अनुसार विद्यादेवी भण्डारी राष्ट्रपति ओ ओनसरी घर्ती व्यवस्थापिका संसद्के सभामुख बन्ना सफल हुइलैं । अस्टेक स्थानीय तहमे अब्बे महिला १४ हजार ३५३ जाने निर्वाचित हुइल बटैं । प्रदेशमे १८९ ओ संघीय संसद्मे १११ जाने सदस्य महिला निर्वाचित हुइल बटैं ।
प्रतिशतके हिसाबसे स्थानीय तहमे ४०.९६, प्रदेश सभामे ३४.३६ ओ संघीय संसदमे ३३.५३ प्रतिशत महिलाके प्रतिनिधित्व रहल बा ।
नेपालके संविधानके धारा २६९ के उपधारा ४ के (ग) मे दलके टमान तहके कार्यकारिणी समितिमे नेपालके विविधताहे प्रतिबिम्बित करना मेरिक समावेशी प्रतिनिधित्वके व्यवस्था करल रहेपरना कना व्यवस्था बा ।

कार्यक्रममे धनगढी उपमहानगरपालिका वडा नम्बर ३ वडा सदस्य राधा विक, वडा नम्बर १ वडा सदस्य भीम जैरु, महिला अधिकारकर्मी गोमा आचार्य, फाया नेपालके धनपति ढुंगेल, जानकी रावत गिरी, शारदा रोकाया, अमृता विक, तारादेवी तामाङ, पुष्पा भट्ट, शारदा सुनार, माया ताम्राकार, कन्दकला राना, सुनिता सोपलगायत मन्तव्य व्यक्त करले रहैं ।
दलित महिला अधिकार मञ्चके राजेन्द्र रैका सञ्चालन करल कार्यक्रममे स्वागत मञ्चके कार्यक्रम संयोजक सिर्जना पराजुली करले रहि । कार्यक्रम डीडब्ल्युआरएफके अध्यक्ष सावित्रा घिमिरेके अध्यक्षतामे हुइल रहे । कार्यक्रम महिला सशक्तीकरण परियोजना अन्तर्गत हुइल हो । कार्यक्रम डीसीए एक्टालाइन्सके सहयोगमे हुइल रहे ।
