बालविवाह न्यूनीकरण कैना व्यापक छलफल आवश्यक

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ३० कार्तिक । सुदूरपश्चिम प्रदेशके सभामुख अर्जुनबहादुर थापा बालविवाह न्यूनीकरणके लाग केन्द्रस्तरसे स्थानीयस्तरसम छलफल, बहस एवं गोष्ठी चलाइ परना आवश्यक रहल बटैले बटैं ।
सोम्मारके रोजसे धनगढीमे सुरु हुइल दुई दिने प्रदेशस्तरीय बालविवाह विरुद्ध किशोरी कार्यशाला गोष्ठीके उद्घाटन कैटि सभामुख थापा बालबालिकाके सुन्दर भविष्यके लाग अब्बहीसे सरकारी तथा गैरसरकारी संघसंस्थाहुक्रे यौन तथा प्रजनन स्वास्थ्यसम्बन्धी जनचेतनामूलक कार्यक्रम, छलफल करेपरना बटैलैं ।
उहाँ कलैं, ‘बालविवाह न्यूनिकरणके लाग विद्यालयमे शिक्षक, राजनीतिक दलके प्रतिनिधि ओ भातृसंगठन, टमान संघसंस्था मिलके छलफल ओ बहस करना जरुरी बा ।’ उहाँ बालविवाह कम करना सरकारके किल नैहोके सबके जिम्मेवारी रहल तर्क करलैं ।
‘बालविवाह विगतके समयमे फेन हुइटि रहे,’ उहाँ कलैं, ‘टबेमारे बालविवाह रोके लाग जनचेतना मुलक प्रोढ शिक्षा, चेलीबेटी शिक्षाके आवश्यकता बा ।’
बालविवाह विरुद्ध कानून बन्लेसे फेन कार्यान्वयन प्रभावकारी रुपमे लागू नैहुइल ओ यकर प्रभावकारी कार्यान्वयनके दायित्व आमजनसमुदायके फेन रहल सभामुल थापा बटैलैं ।
मोबाइल ओ सामाजिक सञ्जालके दुरुपयोग होके फेन बालविवाहमे बृद्धि हुइल सभामुख थापा बटैलैं । उहाँ कलैं, ‘आझकल डाइबाबक् सहमतिमे बालविवाह कम हुइलसे फेन उमेर नैपुग्के भोज करना बह्रल बटैलैं । उहाँ बालविवाह न्यूनिकरणके लाग अपनओरसे पूर्णरुपमे सहयोग कैना प्रतिवद्धता व्यक्त फेन करले रहैं ।
सुदूरपश्चिम प्रदेश विधायन तथा मामिला समिति सभापति नेपालु चौधरी शिक्षाके कमि, आर्थिक अभाव, सामाजिक तथा मानसिक जनचेतनाके कारण बालविवाहमे बृद्धि हुइल बटैलैं । उहाँ बालविवाह विरुद्धके जनचेनतामूलक कार्यक्रम कैके बालबालिकाहुकनके मनस्पटलमे २० वर्षपाछे भोज करेपरना धारणा नाने परना आवश्यक रहल बटैलैं ।

सुदूरपश्चिम प्रदेश सामाजिक विकास समिति सभापति कुन्ती जोशी बालविवाह न्यूनिकरणके लाग सरोकारवालाहुक्रे समन्वय कैके आघे बह्रे परना जोड डेहल रही । उहाँ कलि, ‘हम्रे बालविवाह पूर्णरुपमे बन्द करे चाहटि, मने सेकट नैहुइ । यकर मतलब हमार समन्वय प्रभावकारी नैहुइल ।’ उहाँ बालविवाह न्यूनीकरणके लाग अपन व्यवहारमे फेन परिवर्तन करना जरुरी रहल बटैलि ।
प्रदेश सभा सदस्य दुर्गा विक बालविवाह कम करेक लाग महिला सशक्तीकरण आवश्यक रहल बटैलि । उहाँ बालविवाह नैहुइ डेना प्रयासमे टमान चुनौती रलेसे फेन सबजे बालविवाह विरुद्ध संघर्ष करेपरना बटैली । उहाँ सरकारसे बनाइल बालविवाह विरुद्धके ऐन, कानून टमान संघसंस्थासे प्रभावकारी रुपमे सूचना ओ जानकारी कराइपरना फेन बटैली ।
सामाजिक विकास मन्त्रालयके कानून अधिकृत दानबहादुर सुनार बालविवाह विरुद्ध कार्यक्रमके लाग प्रदेश सरकारमे बजेट छुट्याल बटैलैं । उहाँ बालविवाहके विरुद्धमे प्रदेश सरकार सहयोगके लाग हरपल तयार रहल फेन बटैलैं ।
ओरेक नेपाल कैलालीके कार्यक्रम अधिकृत गीता चौधरी बालबालिकाहे यौन तथा प्रजनन स्वास्थ्य शिक्षाबारे जनचेतना बह्राइ परना बटैलि । उहाँ युवा अवस्थाके किशोरकिशोरीहुकनहे परिवार, अभिभावक समाजमे बालविवाहसे हुइना असरबारे जानकारी कराइ परना बटैले रही ।
कार्यक्रममे शिविन नेपालके जिल्ला संयोजक हरिलाल चौधरी बालविवाहके मुद्दा दर्ता करेबेर कानूनी समस्या रहल ओरसे बालविवाह बह्रल बटैलैं । नेपाल राष्ट्रिय दलित समाज कल्याण संघके अध्यक्ष चक्र विक सामाजिक सञ्जाललगायत मोबाइलमे पहुँचके कारण बालबालिका भोजके लाग प्रोत्साहन मिलल बटैलैं ।
कार्यक्रममे सहभागी बर्दगोरिया गाउँपालिकाके रेजिना परियार बालविवाह न्यूनीकरणके लाग बनल समूह, क्लवहे स्थानीयतहसे सहयोग हुइपरना बटैलि । उहाँ एकजे बालविवाह नैरुक्ना हुइल ओरसे सबओरसे सहयोग हुइ परनामे जोड डेलि ।
उ अवसरमे अधिवक्ता बालाराम भट्टराई सुदूरपश्चिममे बालविवाहके अवस्था, समस्या, चुनौतीलगायतके विषयमे कार्यपत्र प्रस्तुत कैले रहैं । कार्यक्रममे गैरसरकारी संस्थाके लोकमान धामी, पत्रकार हरि जोशी, करिस्मा ओलीलगायत मन्तव्य व्यक्त करले रहैं ।
कार्यक्रम दलित महिला अधिकार मञ्च कैलाली, महिला विकास मञ्च बाजुरा, समविकास नेपाल अछाम ओ परोपकार ग्रामीण विकास संघ बैतडीके संयुक्त आयोजनामे हुइल रहे । कार्यक्रम जीएफएफके आर्थिक सहयोगमे किशोरी सशक्तीकरण कार्यक्रम अन्तर्गत हुइल हो । उ कार्यशाला गोष्ठीमे कैलाली, बाजुरा, अछाम ओ बतैडीके टमान स्थानीयतहके किशोरीहुकनके सहभागीता रहल बा ।
कार्यक्रम दलित महिला अधिकार मञ्च कैलालीके अध्यक्ष सावित्रा घिमिरेके अध्यक्षतामे हुइल रहे कलेसे कार्यक्रमके सञ्चालन कृष्णा धामी कैले रहि ।
