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‘ सन्दर्भः विश्व एड्स दिवस ’

सुदूरपश्चिममे ४ महिनामे एड्ससे २१ जहनके मृत्यु

पहुरा | १५ मंसिर २०७८, बुधबार
सुदूरपश्चिममे ४ महिनामे एड्ससे २१ जहनके मृत्यु

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १५ अगहन ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशमे एचआईभी/एड्ससे ४ महिनामे २१ जाने ज्यान गुमैले बटैं । सुदूरपश्चिम स्वस्थ्य निर्देशनालय राजपुर, डोटीके अनुसार चालू आर्थिक वर्षके पहिल चौमासिकमे ७ जाने महिला ओ १४ जाने पुरुष कैके २१ जहनके ज्यान गैल हो ।

तीन हजार जहनमे करल परीक्षणमे पहिल चौमासिकमे ४९ जहनमे एचआईभी/एड्स देखा परल रहे । प्रदेशमे सबसे ढेर एचआईभी÷एड्स संक्रमित कैलाली, कञ्चनपुर ओ डोटीमे डेखाइल बा ।

स्वास्थ्य कार्यालय अनुसार कैलालीमे सबसे ढेर एआरटी सेन्टर रहल ओरसे ढर डेखल हो । कैलालीमे धनगढी, टीकापुर ओ चौमालामे एआरर्टी सेन्टर बा । स्वास्थ्य कार्यालय कैलालीके प्रमुख लालबहादुर धामी प्रदेशके सबसे ढेर एड्स संक्रमित कैलालीमे रहल बटैं । ‘सुदूरपश्चिमके तराईके जिल्लामे एआरटी सेन्टर फेन ढेर बा । यहाँ चेक जाँच फेन ढेर हुइठ,’ कार्यालय प्रमुख धामी कलैं, ‘टबेमारे फेन संख्यात्मक ढंगसे तराईमे ढेर डेखाइल हो ।’ उहाँ भारत जैना नागरिकहुकनमे ढेर एड्स डेखाइल बटैलैं । ‘कुछ वर्ष पहिले भारत जैना नागरिकहुकनमे एचआईभी/एड्स डेखैना करल रहे,’ उहाँ कलैं, ‘मने, अब्बे भर नागरिकहुकनमे चेतना बह्रलसंगे कम हुइल बा ।’ अभिन फेन ग्रामीण क्षेत्रमे नागरिकहुकनमे चेतना पुगे नैसेकल बटैलैं ।

एचआईभी/एड्ससे बचेक लाग जनचेतना महत्वपूर्ण रहल सुदूरपश्चिम स्वास्थ्य निर्देशनालयके निमित्त स्वास्थ्य निर्देशक ओम जोशी बटैलैं । पहिलेक तुलनामे एचआईभी÷एड्स संक्रमितहुकनके संख्यामे कमी आइल बटैटि अभिन यिहिनहे निर्मुल पारेक लाग सबके समन्वयत्मक भूमिका आवश्यक रहल बटैंलैं । पाछेक समय एआरटी औषधी समेत बिरामीहुक्रे नियमित खाइल ओरसे सुधार आइल उहाँ बटैलैं ।

आज (बुधके रोज) विश्व एड्स दिवस विविध कार्यक्रम कैके मनाजाइटा । एचआईभी÷एड्स असुरक्षित यौन सम्पर्कके माध्यमसे सर्ना हुइल ओरसे यी एक मेरिक यौनजन्य (प्रसारित) संक्रमण हो । स्वास्थ्यमर्कीहुक्रे प्रत्येक व्यक्ति यी एचआईभीके संक्रमणबारे पूर्णरुपमे पटापाइ परना नितान्त आवश्यक रहल बटैठैं । एचआईभी किटाणु मनैन्के शरीरमे प्रवेश करलपाछे ओकर शरीरमे रोगसंग लरना क्षमता कम हुइटि जाइठ । मनैन्के शरीरमे एचआईभी हुइलमे उहिनहे एचआईभी पोजिटिभ हुइल कहिजाइठ ।

एचआईभीके कारणसे प्रतिरोधात्मक क्षमता कमजोर हुइल व्यक्तिहे टमान संक्रमण हुइठ । एड्स एक चो संक्रमण हुइलपाछे पूर्णरुपमे ठिक पारे नैसेक्ना हुइलेसे फेन नियमित रुपमे औषधि खाके तथा उचित आहार लेके तथा व्यायाम कैलेसे लम्मा समयसम स्वस्थ रहनामे मद्दत पुगठ । एड्स/एचआईभी संक्रमित व्यक्तिसंग असुरक्षित यौन सम्पर्क हुइलेसे सरठ । ओस्टेक, एचआईभी संक्रमित व्यक्तिसे प्रयोग करल सुई, दा¥ही कट्ना ब्लेड, अथवा छाला छेड्ना सामग्रीके प्रयोग करलमे सरल स्वास्थ्यकर्मी बटैठैं ।

संक्रमित व्यक्तिके रगत प्रयोग करलमे ओ संक्रमित व्यक्तिके अंग प्रत्यारोपण करलमे सरठ । संक्रमित गर्भवती महिलासे जन्मल अथवा जन्मल शिशुहे(गर्भमे वा जन्मेबेर वा स्तनपान करैलेसे) फेन सरठ ।

एचआईभी संक्रमणसे बच्ना उपायमे भोज हुइनासे आघे यौन सम्पर्क नैढरना ओ विवाह पश्चात अपन दम्पती बीच किल यौन सम्पर्क ढरना रहल स्वास्थ्यकर्मीहुकनके सल्लाह रहल बा ।

विवाहसे पहिले अथवा औरे कोइसंग यौन सम्पर्क करे परलमे हरेकचो कण्डमके सही प्रयोग कैना स्वास्थ्यकर्मीहुकनके सल्लाह रहल बा । ओस्टेक निर्मलीकरण करल नयाँ सुई, दा¥ही कट्ना ब्लेड अथवा छाला छेड्ना सामग्री किल प्रयोग करेपरना स्वास्थ्यकर्मीहुकनके सल्लाह रहल बा ।

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