गाउँक् बैडवासे निःस्वार्थ सेवा

नरेन्द्र चौधरी
हसुलिया, १६ अगहन । कैलारी गाउँपालिका–५, पवेराके बैडवा रामदास महतों हाडजोर्नी समस्या ठिक पनौ मालिस कैना कैठै । उहाँ अपन बाजेसे उ सीप सिखल बटैलै ।
उहाँ कहलै– ‘मोरथे सुदूरपश्चिमके कैलाली, कञ्चनपुर लगायत, पहाडी जिल्लासे लुम्बिनी प्रदेशके दाङसम मनै उपचार करुवाई अइठै । नेपाली संग्गे भारतके नागरिकफे उपचार कराई आइल बटै ।’ रामदास ४५ वर्षसे बैडवाके काम करटी आइल बटै । ‘अभिनसम मै कौनो प्रमाणपत्र पैले नइहुँ,’ उहाँ कहलै– प्रमाणपत्रके लाग वडा कार्यालयमे गैनु, मने कौनो सुनुवाई नइहुइल ।’
उहाँ स्थानीय सरकारसे अपनहे पट्टी बाँध्न ब्याण्डेज ओ फ्यानबेल्ट उपलब्ध करादेहलमे रातके बेलाफे विरामीके उपचार कैना सघाउ पुग्न बटैलै । रामदासके थेन दैनिक ४० से ५० जाने बिरामी उपचारके लाग अइना करल बटै ।
कैलारी गाउँपालिका अध्यक्ष लाजुराम चौधरी बैडवा रामदासहे गाउँपालिकासे एक ठो साईकल ओ बिमारीके लाग चार ठो वेडके व्यवस्था करडेहल बटैलै । उहाँ कहलै– बैडवा/बैडुनियाहुक्रे आयुर्वेदसे तालिम लेहल प्रमाणपत्र पाइल हुई परठ । प्रमाणपत्र नइहुइल ओरसे गाउ“पालिकासे सेवासुविधा डेना आधार नइरहठ ।
रामदास जस्टे कैलालीके कैलारी गाउँपालिका–६, बनकट्टाके कुश्मी देवी चौधरी दुखल, मर्कल ओ टुटल हाडजोर्नीके घरेलु उपचार करे लागल २६ वर्ष पुगसेकल बा । २६ वर्ष पहिले अपने वर्का छावा रुखुवासे गिरके हात टुटलपाछे उहाँ पहिल चो बाँसके खपटासहित पट्टी बाँधके अस्पताल पठाइलपाछे उहाँक “गाउँके डाक्टर” के यात्रा शुरु हुइल रहे । उ वेलासे अभिनसम कुश्मी देवी टमान जानेक उपचार करटी रहल बटी । उहाँ कहठी– ‘अस्पतालसे ठिक नइहुके लौटल विरामीहेफे घरेलु जडीबुटी ओ मालिस करके ठिक पारके घर पठैले बटु ।’
उहाँक ठेन नसा टरकल, मरकल, हाडजोर्नी टुटलहुकनके उपचारके लाग अइना करठै । उहाँक अनुसार हुकानथेन उपचारके लाग कैलाली ओ कञ्चनपुरके टमान गाउँसे ओ सिमावर्ती भारतके गाउँसे समेत मनैना अइना करठै । उहाँ कहली– दैनिक १०/१५ जानेक उपचार कैठु । उहाँ टुटल हाडजोर्नी मिलाके बाँसके टाट्रीमे बाँधके ठप उपचारके लाग धनगढी पठैना करल बटैली । कहली– मोरथेन ब्याण्डेज पट्टी ओ फ्यानबेल्ट नइहुइल कारण अस्पताल पठैना करल बटु ।
गाउँमे नसा ओ हाडजोर्नी बिगरल, चरकल वा मरकल अथवा टुटल समस्या जडिबुटी ओ मालिस करके उपचार करुइयाहे गाउँघरके डाक्टर अथवा ‘बैडवा/बैडुनिया,’ कहठै ।
कुश्मीदेवी २६ वर्षसे हाडजोर्नीके उपचार करटी अइलसेसेफे अभिनसम कौनो तालिम लेहे नइहुइट । उहाँसंग उपचार कैना कौनो प्रमाणपत्रफे नइहो । उहाँ कहली– मै कौनो तालिम लेले नइहुँ । उपचार करे अउइयाहुक्रे कोई कुछ डेले लैलेठु, नइहुइलसे अभिनसम नि:शुल्क रुपमे सेवा करटी आइल बटु । उहाँ स्थानीय सरकारसे परिचयपत्र पाई पर्ना बटैली ।
कैलालीके गौरीगंगा नगरपालिका–२ चौमाला, मालिकाटोलके लक्ष्मी राना तीन वर्षसम अस्पतालमे उपचार कराईबेरफे ढाडके समस्या सञ्चो नइहुइलमे बैडुनियासंग मालिस करके ठिक हुइल बटैली । उहाँ कहली– मै अस्पतालमे ढेर औषधि उपचार करल, मने ठिक नइहुइल । बल्ल यहाँ मालिस कराइलपाछे ठिक हुइल ।
