थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत १२ सावन २६४९, अत्वार ]
[ वि.सं ११ श्रावण २०८२, आईतवार ]
[ 27 Jul 2025, Sunday ]
‘ ३० औं अन्तर्राष्ट्रिय अपांग दिवस ’

अपांगता रहल व्यक्तिके पीडा सुनुवाइ हुइना जरुरी

पहुरा | १७ मंसिर २०७८, शुक्रबार
अपांगता रहल व्यक्तिके पीडा सुनुवाइ हुइना जरुरी

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १७ अगहन ।
३० औं अन्तर्राष्ट्रिय अपांग दिवसके अवसरमे धनगढीमे विफेक रोज अपांगता रहल व्यक्तिके अधिकारके सम्बन्धमे सरोकारवालाहुकनसँग अन्तरक्रिया कार्यक्रम हुइल बा । ‘हमार प्रथामिकताके आधार, अपांगता रहल व्यक्तिहुकनके अधिकार’ कना नारासहित कार्यक्रम हुइल रहे ।

कार्यक्रममे आन्तरिक मामिला तथा कानूनमन्त्री पूर्णा जोशी सामाजिक उत्तरदायित्व बोकल व्यक्तिहुक्रे अपांगता रहल व्यक्तिहुकनके पीडा कठिनाइ समझके उहाँहुकनहे सहयोग, सहानुभूति व्यक्त कैके आपन कर्तव्य वहन करे परना बटैलि । उहाँ कलि, ‘अपांगता रहल व्यक्तिहुकनके जीवन सहज ओ सरल करैना ओर सक्कु सरोकारवालाके ध्यान जैना अति आवश्यक बा ।’

उहाँ अपांगता रहल व्यक्तिहुकनहे घरपरिवारसे सभ्य व्यवहार करेपरनामे जोड डेले रहि । ‘हम्रे सभ्यतामे पाछे बटि,’ उहाँ कलि, ‘हमार व्यक्तिगत भौतिक संरचनामे फेन अपांगतामैत्री हुइक परना जरुरी बा ।’ उहाँ कलि, ‘हम्रे सरकार संस्था या औरे कौनो संस्थामे भवन अपांगतामैत्री नैहो कना बाट करठि । मने, अपन व्यक्तिगत घर फेन अपांगतामैत्री बनैना जरुरी बा । उहाँ अपांगता रहल व्यक्तिहे दया नैकि अधिकारके आवश्यकता रहल बटैलि । उहाँ कलि, ‘आब दृष्टिकोण, मान्यता, नीतिनियम बदलके अपांगता रहल व्यक्तिहकसनहे सहयोग करे परल । उहाँ सरकारके ओरसे अपांगता रहल व्यक्तिहे हरदम सहयोग कैना प्रतिवद्धता फेन व्यक्त करले रहि ।

कार्यक्रममे सामाजिक विकास मन्त्रालयके उपसचिव गोविन्दप्रसाल पोखरेल प्रदेश सरकारसे जारी करल अपांगतासम्बन्धी मस्यौदाहे सबजे अध्ययन कैके समीक्षा कैना जरुरी रहल बटैलैं । उहाँ अपांगता रहल हुकनके लाग शिक्षा, स्वास्थ्य, जनस्वास्थ्य, समावेशीतालगायतके बारेमे संस्थागत रुपमे समन्वय करे परना बटैलैं ।

ओस्टेक, कार्यक्रममे राष्ट्रिय अपांगता महासंघ अध्यक्ष उपेन्द्र कठायत अपांगता रहल व्यक्तिहुकनहे रोजगारीमे अवसर डेहेक परनामे जोड डेले रहैं । उहाँ अपांगता हुइल व्यक्तिहुकनके जीवनयापनके लाग उचिज सामाजिक सुरक्षा भत्ता दीर्घकालसमके लाग उपलब्ध कराइ परना बटैलैं । उहाँ कलैं, ‘विगतमे हम्रे का करलि, का नैकरलि । आब भर हम्रे का कैनाबारे समीक्षा करेपरना जरुरी बा ।’ ओस्टेक, उहाँ सुदूरपश्चिममे फेन कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण जैसिन स्वास्थ्यसेवा अपांगता रहल व्यक्तिहुक्रे पाइ परना उहाँ माग रहिट । कार्यक्रममे सहभागी मदन बागचन्द अपांगता रहल व्यक्तिहे अन्य स्वास्थ्य सेवासँगे प्रजनन स्वास्थ्य फेन आवश्यकता रहल बटैलैं ।

कार्यक्रममे राष्ट्रिय अपांगता महासंघ प्रिया खड्का अपांगता रहल व्यक्तिहुकनके लाग आधारभूत स्वास्थ्य सेवा ओ पुनस्र्थापनाबारे कार्यक्रम प्रस्तुत कैले रहि । कार्यक्रममे रुपा राई, भवेन्द्र सिंहलगायत मन्तव्य व्यक्त कैले रहिट ।

ओस्टेक, ३० औं अन्तर्राष्ट्रिय अपांग दिवसके अवसरमे हुइल विद्यालयमे हुइल टमान प्रतियोगितामे सफल विद्यार्थीहुकनहे नगदसहित पुरस्कार वितरण करल रहे । उ अवसरमे चित्रकलाओर सुदूरपश्चिम समावेशी विद्यालयके प्रथम दिनेश रानामगर, द्वितीय आरबी साउँद ओ तृतीय आयुया राना, दक्षिणकाली विद्यालयके प्रथम सर्मिला चौधरी, द्वितीय दिपेश चौधरी, तृतीय सागर चौधरी, चौठा निरुता चौधरी ओ पाँचुवा देश बोहराहे पुरस्कृत करल रहे । ओस्टके, वक्तित्वकला प्रतियोगितामे प्रथम हिमाल रोकाया, द्वितीय ओमबहादुर विश्वकर्मा, तृतीय सुर्जन मल्ल ओ चौठा अशोक चौधरीहे पुरस्कृत कैगिल रहे ।

राष्ट्रिय अपांगता महासंघ सुदूरपश्चिम कार्यालय धनगढीके सहकार्य तथा राष्ट्रिय मानवाधिकार आयोग सुदूरपश्चिम प्रदेश कार्यालयके आयोजनामे कार्यक्रम हुइल रहे ।

कार्यक्रम राष्ट्रिय मानवाधिकार आयोग सुदूरपश्चिम प्रदेश कार्यालयके प्रमुख मोहन जोशीके अध्यक्षतामे हुइल रहे ।

जनाअवजको टिप्पणीहरू