गौरीफन्टा नाकासे ४ महिनामे १२० युवतीके उद्धार
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २० अगहन । त्रिनगर भन्सार गौरीफन्टा नाकासे शान्ति पुनर्स्थापना गृहसे चालु आर्थिक बरसके ४ महिनामे २ हजार २ सय ६४ जनहनहे सूचना तथा परामर्श सेवा डेले बा ।
शान्ति पुनर्स्थापना गृहसे विगत ११ बरससे कैलालीके त्रिनगर नाका ओ टीकापुरके खक्रौला नाकामे रहिके काम करटी रहल बा । टीकापुरके खक्रौला नाकाके तुलनामे धनगढीके त्रिनगर नाका भर बरवार सिमानाका रहल कारण मुद्दा सम्हर्ना कराए परल ओ आउर कर्मचारीके आवश्यकता रहल शान्ति पुनर्स्थापना गृहके सुपरभाइजर पुष्पा जोशी बटैली ।
चालु आर्थिक बरस २०७८÷७९ के चार महिने अवधिमे शान्ति पुनर्स्थापना गृहसे १२० युवतीहुक्रके उद्धार कैके समाजमे पुनर्स्थापना तथा परिवारमे पुनर्मिलन कराके सुरक्षित आवासके समेत व्यवस्था करल सुपरभाइजर जोशी जानकारी डेली ।
ओहकान अनुसार चालु आर्थिक बरसमे ८ ठो मुद्दा दर्ता हुइलमे ३ ठो मानव बेचबिखन ओ ४ ठो जबरजस्ती करणीके मुद्दा रहल बावै । ढिउर जैसिन मुद्दा विवाह तथा प्रलोभनमे पारके लैजिना ओ कतिपय युवतीहुक्रनहे अपने कहाँ जाइटु कहिके फेन पता नैरहल उहाँ बटैली ।
ओस्टके आ. ब २०७७÷०७८ मे ५ हजार ८ सय ५२ जाने युवती मध्ये २५३ जहनके उद्धार करल बा । गत आर्थिक बरसमे प्रहरी कार्यालयमे जम्मा ३० ठो मुद्दा दर्ता हुइल बावै । जौन मध्ये १७ ठो मानव बेचबिखनके मुद्दा रहलमे ११ ठो मुद्दा दर्ता शान्ति पुनर्स्थापना गृहसे हुइल सुपरभाइजर जोशी बटैली ।
ओस्टके गत आर्थिक बरस ओ चालु आर्थिक बरसके तुलना करेबर मुद्दा दर्ता ओ घटना बह्रटी रहल समेत जोशी जानकारी डेली । मानव बेचबिखन तथा ओसारपसारके घटनामे आभिन कमी आइ सेकल नैहो ।
परिवारके लापरबाही, उचित परामर्श एवं अज्ञानताके कारण इ मेरके घटनामे कमी आइ नैसेकल डेखजाइठ् । तसर्थ सम्बन्धित निकाय ओ सरोकारवाला निकाय आउर कडाइके साथ कानुनके कार्यान्वयन कैनाके साथे जनचेतना फैलैना आवश्यक डेखजाइठ् ।


