पितृ सत्तात्मक सोचके कारण महिला हिंसाः कानूनमन्त्री जोशी

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २४ अगहन । सुदूरपश्चिम प्रदेशके आन्तरिक मामिला तथा कानूनमन्त्री पूर्णा जोशी पितृ सत्तात्मक सोचके कारण समुदायमे महिला हिंसा न्यूनीकरण हुइ नैसेकल बटैले बटि ।
७३ औं अन्तर्राष्ट्रिय मानव अधिकार दिवस तथा ३० औं अन्तर्राष्ट्रिय लैंगिक हिंसा विरुद्धके १६ दिने अभियान समापनके अवसरमे हुइल ‘सुदूरपश्चिम प्रदेशके मानव अधिकारके अवस्था’ विषयक् अन्तरक्रिया कार्यक्रमके उद्घाटन करटि कानूनमन्त्री जोशी समाजमे व्यप्त हुइटि रहल अपराधके तत्काल अनुसन्धान कैके कानूनी कठघरामे नन्लेसे संगठनिक अपराध तथा घरेलु हिंसालगायत व्यक्तिगत अपराधमे कमि अइना बटैलि ।
उहाँ सार्वजनिक पदमे रहल जनप्रतिनिधिहुक्रे फेन शासकीय पद धारण नैकैके सेवाकीय पद धारण करलेसे मानव अधिकारके सुरक्षा हुइसेक्ना बटैलि । उहाँ कार्यक्रममे उपस्थित पीडितहुकनसे उठल विषयमे सम्बन्धित निकायमे समाधानके लाग पहल करना ओ जनताके गुनासोके सम्बोधनके लाग सरकारके टरफसे अपने उत्तरदायी होके लग्ना फेन प्रतिवद्धता व्यक्त करलि । ओस्टेक, प्राकृतिक प्रकोपसे समस्यामे परल किसान लगायत अन्य समूहहे प्रदेश सरकार आवश्यकतानुसार राहत डेना बटैलि ।
कार्यक्रममे कैलाली जिल्ला प्रमुख जिल्ला अधिकारी किरण थापा संविधानमे मानव अधिकारके बाट उल्लेख करल ओरसे यिहिनहे प्रभावकारी रुपमे कार्यान्वयन करेपरनामे जोड डेलैं । उहाँ आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक राजनीतिकके कारण मानव अधिकारके सुरक्षा चाहल जैसिन मर्यादित हुइ नैसेकल बटैलैं ।
जिल्ला प्रहरी कार्यालय प्रमुख प्रहरी उपरीक्षक विश्व अधिकारी नागरिकके सुरक्षाके अभिभारा प्रहरीके रहल ओरसे मानव अधिकारके रक्षा ओ अपराध रोकेक लाग प्रहरी हरडन प्रतिवद्ध रहल बटैलैं । अन्यायमे परलहे न्याय प्राप्तिके लाग प्रहरी अपन जनशक्ति, स्रोतसाधान, बुद्धिविवेक, सहकार्य करटि रहल उहाँ कटैलैं । जिल्ला न्यायाधिवक्ता राजेन्द्र भण्डारी पीडितहुक्रे औरेक प्रभाव वा दवावमे होके न्यायमे चाहल न्याय प्राप्त नैहुइल बटैलैं ।
कार्यक्रममे महिला अधिकारकर्मी चित्रा पनेरू अपन घरहिसे महिला उप्परके विभेद हटाइ परना बटैलि । उहाँ कलि, ‘सरकारसे टे कानून बनाइल बा, मने हम्रे अपन घरमे विभेद सिखैटि बटि ।’ उहाँ घरेमे हुइना विभेदपूर्ण व्यवहारके अन्त्य हुइपरनामे जोड डेलि । पुनर्वास–९ कञ्चनपुरके कुबेर नाथ भारत ओ नेपालके सीमा विवादके कारण उ क्षेत्रमे विकास नैहोके जनता मर्कामे परल बटैलैं । उ क्षेत्रमे भारतीय सुरक्षाकर्मीसे जनताहे दुःख डेना करल बटैलैं । ओस्टेक, धनगढीके मुकुन्द राना कोभिड बीमाके भुक्तानी अभिनसम नैहुइल ओरसे सम्बन्धित निकायमे पहल करडेना आग्रह करलैं ।
कार्यक्रममे मुख्य न्यायाधिवक्ता कुलानन्द उपाध्याय सुदूरपश्चिम प्रदेश सभासे निर्माण करल कानून तथा मानव अधिकार प्रवद्र्धनमे हुइल कार्यबारे कार्यपत्र प्रस्तुत करले रहैं । कार्यपत्र प्रस्तुत करटि मुख्य न्यायाधिवक्ता उपाध्याय जनताके आवश्यकता अनुसार कानूनके निर्माण तथा दक्ष जनशक्ति निर्माण करेपरना सुझाव डेलैं । उहाँ तीनु तह सहकार्य, समन्वय कैके कानून कार्यान्वयन करेक लाग आवश्यक अन्य कानून निर्माण करनामे जोड डेले रहैं । कानुन निर्माणमे ढिलाइ होके जनताके सेवा प्रवाहमे समस्या रहल उहाँक कहाइ रहे ।
ओस्टेक, राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग सुदूरपश्चिम प्रदेश कार्यालय प्रमुख मोहनदेव जोशी प्रदेशमे मानव अधिकारके अवस्था विषयमे कार्यपत्र प्रस्तुत करले रहैं । कार्यपत्र प्रस्तुत करटि उहाँ कोभिडके कारण नागरिकहुक्रे आधारभूत आवश्यकता फेन उपभोग करे नैपाइल बटैलैं । ओस्टेक, उहाँ अपराधके घटान फेन नैघटल जानकारी करैलैं । आर्थिक वर्ष २०७७÷७८ के प्रतिवेदन अनुसार ३ हजार ८ ठो अपराधके घटना सुदूरपश्चिममे हुइल बा । जेम्नेसे सबसे ढेर घरेलु हिंसा ९ सय १०, आत्माहत्या ६ सय ८०, जबरजस्ती करणी उद्योगके घटना ३ सय १४, लागूऔषधके ३ सय ५५, लैंगिक हिंसाके घटना २ सय हुइल बा । मने, राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोजमे भर ४९ ठो किल अपराधके घटनाके उजुरी आइल उहाँ बटैलैं ।
राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग सुदूरपश्चिम प्रदेश कार्यालय प्रमुख जोशी नागरिकके आर्थिक, सामाजिक अधिकार, महिला तथा बालबालिकाके अधिकार, अपांगता रहल व्यक्तिके अधिकार, जातीय विभेदके अवस्था, आप्रवासी कामदार तथा बेचविखन विरुद्धके अधिकारके अवस्था, वातावरण ओ विकासके अधिकार, उपभोक्ता अधिकारके अवस्था, जेष्ठ नागरिकके अधिकारके अवस्था, संक्रमणकालीन न्याय ओ द्वन्द्वपीडितके अवस्था, मुक्त कमैया हलिया भूमिहिनके अवस्था, यौनिक अल्पसंख्यकहुकनके अवस्था, मानव अधिकार रक्षकके अवस्थाबारेमे जानकारी करैले रहैं ।
कार्यक्रममे कैलाली जिल्ला अदालत वार इकाइ अध्यक्ष सिद्धराज ओझा, ओरके नेपालके गीता चौधरी, मुक्त कमैया महिला विकास मञ्चके कौशिला चौधरी, कैलारी गाउँपालिका मोहनपुरके कमलप्रसाद चौधरी, भीमदत्त नगरपालिका कञ्चनपुरके नरबहादुर विक, गणेशबाबु मल्ल, निरज चौधरीलगायत मन्तव्य व्यक्त करले रहैं ।
कार्यक्रमके सहजीकरण अनौपचारिक क्षेत्र सेवा केन्द्र (इन्सेक) प्रदेश संयोगक खड्कराज जोशी करले रहैं ।
ओस्टेक, यिहिनके आघे दिवसके अवसरमे धनगढीस्थित चौराहामे प्रभातफेरी हुइल रहे कलेसे साँझके दीप प्रज्वलन कार्यक्रम हुइल रहे ।
कार्यक्रम राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग सुदूरपश्चिम प्रदेश कार्यालय प्रमुख मोहनदेव जोशीके अध्यक्षतामे हुइल रहे । कार्यक्रम राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग, इन्सेक, ओरेक नेपाल, याक नेपाल, फाया नेपाल, पीसविन, एफएमडीसी, सिविन नेपाल, एनएफडी–एनलगायत संस्थाके सहकार्यमे हुइल रहे ।
