थारू पत्रकारन्के चुनौती

थारू पत्रकार संघ नेपाल अपन पाँचौं केन्द्रीय महाधिवेशन अइना चैत १२ ओ १३ गते नवलपुरमे करना निर्णय करले बा । कपिलवस्तुके बाणगंगा–४, जितपुरमे अँट्वारके आयोजित केन्द्रीय कमिटीके नवौं बैठकसे उ निर्णय करल हो । संघके कहाइ अन्सार १६ जिल्लामे शाखा रहल कहिगैल यम्ने नेपाल भरिक करिब पाँच सय थारू पत्रकार आबद्ध बटैं । पत्रकाारितामे अट्रा ढेर थारु जनशक्ति निस्चय फेन लोभ लग्टिक हो । मने थारु पत्रकारन् अपने पेशामे टिक्ना कर्रा बा । थारू पत्रकार संघके अभियान थारू पत्रकारन् यम्ने कसिक टिकाइ सेक्जाइठ कना रना चाहि । मने आउर पेशा, व्यवसायिनके अधिवेशनहस यक्रो कार्यक्रम कर्मकान्डि हुइटि जाइटिस । थारू पत्रकारन्के सुरक्षाके लग इ खास ठोस कदम चाले नै सेकठो ।
जितपुर बैठकसे आदिवासी जनजाति पत्रकार महासंघके केन्द्रीय महाधिवेशन (फोनिज) के लाग तीन जहनहे प्रतिनिधि पठैना हुइल बा, जेम्ने प्रदीप लेखी फेन बटैं । थारू पत्रकार संघ नेपाल अपन चौथौ केन्द्रीय महाधिवेशन चितवनके सौराहामे कर्ले रहे । टब्बे नेतृत्वके सवालमे बाट नै मिल्के पाछे प्रदीप लेखीक् अध्यक्षतामे नेपाल थारू पत्रकार संघ गठन हुइल रहे । मने इ कौनो जिल्लामे शाखा बिस्तार करे नैसेकल । ओहेसे पुराने थारू पत्रकार संघ नेपालमे मर्ज हुइना कैयो फेरक बैठकसे मोटामोटि सहमति हो सेकल रहे । मने लेखीहे फोनिज प्रनिनिधि चयन करल समाचार अइटि किल थारू पत्रकार संघ नेपाल अस्तित्वमे रहल, यकर अस्तित्व मेटाइ कोइ ना खोजे कना मेरिक बाट महासचिव उल्लेख कर्ले बाटैं । ओहेसे अइना पाँचौं केन्द्रीय महाधिवेशन सक्हुनके मिलनके महाधिवेशन हुइक चाहि ।
अब्बे थारू पत्रकार संघ नेपालके केन्द्रीय अध्यक्ष सन्तोष दहित बाटैं । इहिसे पहिलक अध्यक्ष मदन चौधरीक् पालम् संस्थाके पुरस्कार रकमके लग दातन्के जम्मा करल अक्षय कोष समेत मस्ना काम हुइल बा । इहिसे आउर दातन् थारू पत्रकार संघ नेपालहे पुरस्कारके लग सहयोग कर्ना हिच्किचैना स्वाभाविक हो । उहेसे अइना थारू पत्रकार संघ नेपालके अइना महाधिवेशनमे पुरान भुटभुटाइल हरहिसाब फेन क्लियर हुइक चाहि । टब बल्ले थारू पत्रकार संघ नेपाल आउर जन्हनके मन जिटे सेकि ।
इहे बिचेम कैलालीके थारु पत्रकार अजय महतोके दुखद निधन हुइल खबर बा । उहाँक् इहे पुस २९ गते १३औं पुन्य तिथि परल बटिन । साहित्य ओ पत्रकारितामे उहाँ अजय करिया मघरिया लिखिट । थारु युवा जागृति परिवार गठन कैकै उहाँक् सम्पादनमे २०४९ साले ‘गोम्हनिया’ पत्रिका प्रकाशन हुइल रहे । ‘गोम्हनिया’के जट्रा अंक निक्रल, उ संग्रहयोग्य बा । मने उहाँक् दुखद निधनके ना कौनो समाचार बनल, ना टे थारु पत्रकार संघ नेपाल केन्द्र या कैलाली जिल्ला शाखा कौनो समवेदना व्यक्त करल । कौनो पेशाके संस्था बन्लेसे उ पेशाप्रति आबद्ध पुरान सहकर्मीन् बिस्रैना कौनो हालतमे ठिक नैहो ।
