थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत १४ बैशाख २६४९, अत्वार ]
[ वि.सं १४ बैशाख २०८२, आईतवार ]
[ 27 Apr 2025, Sunday ]

मघौटा गीत

पहुरा | ८ माघ २०७८, शनिबार
मघौटा गीत

घोराही शहरम लागल बजाररे हाँ ।
घोराही शहरम…,
लागल बजाररे हाँ ।
घोराही शहरके सेन्डुरा लान्डेबु रे धनि ।
घोराही शहरके सेन्डुरा लान्डेबु रे धनि ।।

तुल्सीपुर शहरम लागल बजाररे हाँ ।
तुल्सीपुर शहरम…,
लागल बजाररे हाँ ।
तुल्सीपुर शहरके झोबन्ना लान्डेबु रे धनि ।
तुल्सीपुर शहरके झोबन्ना लान्डेबु रे धनि ।।

लमही शहरम लागल बजाररे हाँ ।
लमही शहरम…,
लागल बजाररे हाँ ।
लमही शहरके टिकुली लान्डेबु रे धनि ।
लमही शहरके टिकुली लान्डेबु रे धनि ।

भालुबागं शहरम लागल बजाररे हाँ ।
भालुबागं शहरम…,
लागल बजाररे हाँ ।
भालुबागं शहरके कजुला लान्डेबु रे धनि ।
भालुबागं शहरके कजुला लान्डेबु रे धनि ।।

गढवा शहरम लागल बजाररे हाँ ।
गढवा शहरम…,
लागल बजाररे हाँ ।
गढवा शहरके नठुनी लान्डेबु रे धनि ।
गढवा शहरके नठुनी लान्डेबु रे धनि ।।

कोहलपुर शहरम लागल बजाररे हाँ ।
कोहलपुर शहरम…,
लागल बजाररे हाँ ।
कोहलपुर शहरके लालिया लान्डेबु रे धनि ।
कोहलपुर शहरके लालिया लान्डेबु रे धनि ।।

नेपालगंज शहरम लागल बजाररे हाँ ।
नेपालगंज शहरम…,
लागल बजाररे हाँ ।
नेपालगंज शहरके झिमल्या लान्डेबु रे धनि ।
नेपालगंज शहरके झिमल्या लान्डेबु रे धनि ।।

गुलर्या शहरम लागल बजाररे हाँ ।
गुलर्या शहरम…,
लागल बजाररे हाँ ।
गुलर्या शहरके गुरिया लान्डेबु रे धनि ।
गुलर्या शहरके गुरिया लान्डेबु रे धनि ।।

भुरिगाँउ शहरम लागल बजाररे हाँ ।
भुरिगाँउ शहरम…,
लागल बजाररे हाँ ।
भुरिगाँउ शहरके टरिया लान्डेबु रे धनि ।
भुरिगाँउ शहरके टरिया लान्डेबु रे धनि ।।

टिकापुर शहरम लागल बजाररे हाँ ।
टिकापुर शहरम…,
लागल बजाररे हाँ ।
टिकापुर शहरके चुरिया लान्डेबु रे धनि ।
टिकापुर शहरके चुरिया लान्डेबु रे धनि ।।

धनगढि शहरम लागल बजाररे हाँ ।
धनगढि शहरम…,
लागल बजाररे हाँ ।
धनगढि शहरके अंगुठि लान्डेबु रे धनि ।
धनगढि शहरके अंगुठि लान्डेबु रे धनि ।।

बेलौरी शहरम लागल बजाररे हाँ ।
बेलौरी शहरम…,
लागल बजाररे हाँ ।
बेलौरी शहरके पायलिया लान्डेबु रे धनि ।
बेलौरी शहरके पायलिया लान्डेबु रे धनि ।।

महेन्द्रनगर शहरम लागल बजाररे हाँ ।
महेन्द्रनगर शहरम…,
लागल बजाररे हाँ ।
महेन्द्रनगर शहरके कंगना लान्डेबु रे धनि ।
महेन्द्रनगर शहरके कंगना लान्डेबु रे धनि ।।

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