एक महिनामे २३५ ठो लैङिक हिंसा

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ०९ माघ । महिला पुर्नस्थापना केन्द्र, ओरेकसे पुस महिनामे २३५ ठो महिला हिंसा हुइल तथ्याङक सार्वजनिक करले बा ।
पुस महिनामे ओरेकके कार्यालयमे २०६ ठो अभिलेखिकरण करल ओ टमान राष्ट्रिय पत्रपत्रिकासे प्राप्त २९ करके २३५ ठो लैङिक विभेदमे आधारित हिंसाके तथ्याङक संकलन हुइल कार्यकारी निर्देशक लुभराज न्यौपाने जनैलै ।
उ अभिलेखीकरणमे १४६ ठो (६२ प्रतिशत) घरेलु हिंसाके तथ्याङक संकलन हुइल उहाँ जनैलै । ओस्टेक करके २७ ठो (११ प्रतिशत) सामाजिक हिंसाके घटना, २४ ठो (१० प्रतिशत) बलात्कारके घटना संकलन हुइल बा ।
ओस्टेक करके १८ ठो (८ प्रतिशत) यौन दुव्र्यवहारके घटना ओस्टे ९ ठो (४ प्रतिशत) हत्याके घटना, ओस्टेक करके ६ ठो (२.६ प्रतिशत) मानव वेचविखन जैसिन जधन्य अपराधके घटना संकलन हुइल कार्यकारी निर्देशक न्यौपाने जनैलै ।
अभिलेखीकरणमे ४ ठो (१.७ प्रतिशत) मन्से २ ठो साईवर अपराधके घटना, १ ठो हेराइल अवस्थामे फेला परल घटना, १ ठो आर्थिक अवस्था कमजोर हुके सुरक्षा आवासमे बैठके सीपमुलक तालिम लेटी रहल ओ १ ठो (०.४ प्रतिशत) आत्महत्याके तथ्याँक संकलन हुइल बा ।
उमेरके आधारमे विश्लेषण करेबेर पुष महिनामे केल सबसे ढेर ७५ जाने (३२ प्रतिशत) २६ से ३५ वर्ष उमेर समूहके महिला ढेर हिंसमे रहल पाइल बा । ओस्टेक हिंसामे पर्ना सबसे ढेर ६९ जाने (२९ प्रतिशत) १७ से २५ वर्ष उमेर समुहके युवा महिला रहल बटै ।
ओस्टेक ३७ जाने (१६ प्रतिशत) १६ बर्षसे कम उमेरके बालिका तथा किशोरी, २८ जाने (१२ प्रतिशत) ३६ से ४५ वर्ष उमेर समुहके महिला, ओस्टे ९ जाने (४ प्रतिशत) ४६ से ५५ उमेर समुहके महिला रहल बटै कलेसे ९ जाने (४ प्रतिशत) ५६ वर्षसे उप्पर उमेर समुहके महिला ओ ८ जाने (३ प्रतिशत) उमेर समुह थाहा नइरहल महिला हिंसाके जोखिममे रहल पाइल बा ।
ओस्टेक नेपालसे सार्वजनिक उ तथ्याङकमे प्रभावित ओ आरोपितके सम्बन्धहे विश्लेषण करेबेर पुष महिनामे सबसे ढेर १०० ठो (४३ प्रतिशत) हिंसा गोसियासे हुइल बा । कलेसे ५५ ठो (२३ प्रतिशत) हिंसाके घटना परिवारके सदस्यसे हुइल बा । ३६ ठो (१५ प्रतिशत) छिमेकीसे हुइल बा, ओस्टेक १६ ठो (७ प्रतिशत) हिंसा प्रेमीसे, १२ ठो (५ प्रतिशत) हिंसाके घटना संघरीयासे ओस्टेक ११ ठो (५ प्रतिशत) हिंसाके घटना अपरिचित व्यक्तिसे ओ ५ ठो (२ प्रतिशत) हिंसा सेवा प्रदायकसे हुइल तथ्याङकमे डेखल बा ।
हिंसामे संलग्न पुरुषके उमेरके विश्लेषण करेबेर सबसे ढेर २६ से ३५ वर्ष उमेर समुहके ५८ जाने (२४ प्रतिशत) युवा रहल बटै । ओस्टेक करके ५१ जाने (२१ प्रतिशत) ३६ से ४५ बर्ष उमेर समुहके पुरुष बटै । ४५ जाने (१९ प्रतिशत) १७ से २५ बर्ष उमेर समुहके युवा रहल बटै ।
ओस्टेक ३९ जाने (१६ प्रतिशत) ४६ से ५५ वर्ष उमेर समुहके पुरुष बटै । २८ जाने (१२ प्रतिशत) उमेर समुह पत्ता नइरहल युवा तथा पुरुष बटै कलेसे १६ जाने (७ प्रतिशत) ५६ वर्षसे उप्परके पुरुष ओ २ जाने (१ प्रतिशत) १६ वर्ष टरेक किशोर हिंसामे संलग्न हुइल ओरेकके तथ्याङकमे पाइल बा ।
महिलाहुक्रे महिला हुइल कारणसे टमान हिंसा खेप्न वाध्य बटै,’ कार्यकारी निर्देशक न्यौपाने कहलै, ‘परिवार, समाज ओ राज्यमे स्थापति पितृसत्तात्मक सोँच । उहे अनुरुप विभेदकारी मूल्य मान्यताके कारण हुइना हिंसा महिलासे भोगे पर्ना नियती जस्टे बनल बा ।’
उहाँ कहलै, ढेर जैसिन घरपरिवार, आफन्त ओ समाजके मनैनसे हिंसामे परल बटै । जिहीसे महिलाके स्वतन्त्र नागरिकके रुपमे बाँचे पैना अधिकार हनन् हुइल बा ।
