बरघर ओर युवापुस्ताके आकर्षण

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १८ माघ । माघ टिहुवारपाछे थारु बाहुल्य क्षेत्रमे धमाधम नेतृत्व छनोट हुइटी रहल बा । थारु जातिमे पहिलेसे चल्टी आइल बरघर/भलमन्सा प्रणाली अन्तर्गत नेतृत्व चयन हुइटी रहल हो ।
इहे बिच पाछेक समय इ प्रणालीओर युवापुस्ताके आकर्षण बह्रटी रहल बा । बरघर भलमन्सा प्रणालीओर युवा पुस्ताहुक्रनके आकर्षण बह्रलसँगे गाउँघरके नेतृत्व कैना जिम्मेवारी फेन उहाँहुक्रे लेटी रहल बाटै ।

कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ७ छटकपुर बसन्ताके एक अँठ्वार पहिले हुइल भुरा खेलसे भर्खरेक युवा ३१ बर्षिय जिया चौधरी गाउँक नेतृत्व लेले बाटै । उहाँ गाउँघरके विकास निर्माण लगायत गाउँघरमे रहल कुसंस्कार कुरितीहे न्यूनीकरणके लाग नेतृत्व सम्हारल बटैलै ।
‘हमार गाउँठाउँ विकास निर्माणमे बहुट पाछे परल बा । ओस्टके गाउँघरमे टमान मेरिक कुरिती कुसंस्कार फेन रहल बा,’ उहाँ कहलै– ‘गाउँघरके विकास निर्माणसे लेके गाउँघरके अन्धविश्वास, कुरिती कुसंस्कारहे टमान सचेतनामूलक कार्यक्रमसे न्यूनीकरणक्े लाग नेतृत्वके जिम्मेवारी लेहल हुइटुँ ।’

ओस्टके उहे वडा अन्तर्गतके रामपुर गाउँक भलमन्साके जिम्मेवारी फेन रामलाल चौधरीहे डेहल बा । उहाँ फेन भर्खरके युवा हुइटै । टमान समूह तथा क्लबके नेतृत्व निर्वाह कैसेकल उहाँहे इ बरस गाउँक नेतृत्व हँक्ना जिम्मेवारी डेहल बा ।
उहाँ फेन गाउँघरके विकास निर्माणसे लेके गाउँघरमे रहल टमान मेरिक रुढीबादी परम्पराहे हटाइक लाग मुख्य भूमिका रहना बटैलै ।
पूर्व डीएसपी फेन नेतृत्वमे
इहे बिच कुछ बरस यहोर टमान पेशा तथा थारु बाहेकके समुदायसे फेन नेतृत्वमे अइना करल बाटै । उहे मध्येके एक हुइट सशस्त्र प्रहरीके हजारौं फौजीहे ‘कमान्ड’ करल पूर्व प्रहरी नायव उपरीक्षक (डीएसपी) ५३ वर्षीय सन्तराम चौधरी । उहाँ गाउँके नेतृत्व लेहल डुसरा कार्यकाल शुरू हुइल बा ।

२३७ घरधुरी तथा १ हजार ढिउर जनसंंख्या रहल कैलाली जिल्लाके कैलारी गाउँपालिका–३ उत्तर भर्रीके गाउँ समाज उहाँहे फेनसे १ बरसके लाग भलमन्साके जिम्मेवारी डेहल हो ।
जीवनकालके ३० बरस सशस्त्र प्रहरीमे कार्यरत रहल उहाँ २०७५ कुँवार १ गते सेवासे अवकाश लेलै । सशस्त्र प्रहरी जवानसे सेवा करल उहाँ ११ बरससम सशस्त्र प्रहरी निरीक्षक ओ ३ महिना सशस्त्र प्रहरी नायव उपरीक्षकके जिम्मेवारी निर्वाह करलै । उहाँ मुस्तांङ जिल्लामे जिल्लास्तरके सशस्त्र प्रहरी बेस क्याम्पसके नेतृत्व करलै कलेसे सुदूरपश्चिम क्षेत्रीय प्रहरी तालिम केन्द्रमे १२ बरससम प्रशिक्षकके रूपमे कार्यरत रहिट ।
उहाँ बरघर भिट्र रहल कुछ कानूनी जटिलता ओ खराब पक्ष औँल्याइटी गाउँ–समाजहे देवानी ओ फौजदारी कानूनबारे फेन क्रमिक रूपमे सिखैटी जैना आपन मुख्य भूमिका रहना बटैलै ।
गैरथारु फेन बरघर !
सामान्यतया बरघर थारु समुदायसे चुनजैटी अइलेसे फेन पाछेक समय थारु बाहेकके अन्य समुदायसे फेन नेतृत्वमे अइना करल बाटै । कैलारी गाउँपालिका–४ मोहन्याल बस्तीके भलमन्सा ६२ वर्षीय नन्दसिंह तिरुवा लगातार ९ बरससे नेतृत्वमे रहल बाटै ।
उहाँ कहलै, ‘हरेक बरस माघ महिनामे लावा छन्ना वा पुराने अनुमोदन कैना कार्य हुइठ् । समाज महिनहे ९ बरससे नेतृत्व डेले बा । समाजके सहमति अनुसार नै हम्रे विकास निर्माणसे न्याय निरूपणके गतिविधि करे पर्ना रहठ् । इ प्रणाली बहुट लोकतान्त्रिक बा । समाज विकासमे यकर बरवार योगदान रहल बा ।’
गाउँ समाजके नेतृत्वमे आब महिला फेन अइना करल बाटै । उहाँहुक्रे फेन पुरुषसरह समाजके नेतृत्व कैटी आइल बाटै ।

कैलारी गाउँपालिका–४, चौफेरी बस्तीके कुमारी वड विगत ३ बरससे बस्तीके नेतृत्व कैटी आइल बाटी । थारु समुदायमे बरघर गाउँघरमे हुइना विकास निर्माणके कार्यमे सहजीकरण तथा समाजके सदस्यहे परिचालन कैना भूमिका निर्वाह करठै कलेसे समाजमे हुइना छोटबर झै–झगडा तथा वादविवाद मिलैना तथा सहजीकरण कैना प्रचलन रहटी आइल बा ।
कुमारी वडले फेन ३ बरसके अवधिमे बरघरके जिम्मेवारी निर्वाह कैटी आइल बटैली । उहाँ कहली्, ‘हमार बस्तीमे सक्कु जातिके बसोबास रहल बा । भोज, व्रतबन्ध, विकास निर्माण लगायत सक्कु काम मिलके कैठी । जेकर नेतृत्व भलमन्सासे हुइठ् । समाजसे नेतृत्व कैना जिम्मेवारी प्रदान करले बा, खुशी लागठ् ।’
कतिपय बस्तीमे पालैपालो समाजके नेतृत्व चयन कैटी आइल बा । नेतृत्वमे अउइया व्यक्ति नै रहल बस्तीमे समाजसे पालिकपाला टे कहोरोँ चिठ्ठामार्फत फेन नेतृत्व चयन कैटी आइल बाटै ।
कैलारी गाउँपालिका–४ बन्जरिया बस्तीके ३५ वर्षीय सीमा चौधरी कुछ दिनआघे किल बस्तीके भुरा खेल (विशेष भेला)से आपनहे नेतृत्वके पाला आइल बटैली ।

उहाँ कहली, ‘हमार बस्तीके अधिकांश पुरुष काम करे बाहर जैठै । यहाँ महिला ओ बालबालिका ढिउर रहठै । जौन कारण इ बरस मोर पाला आइल । गाउँ समाजके सल्लाह अनुसार काम कैना सोचमे बाटुँ ।’
माघहे लावा बरस तथा आर्थिक बरसके रूपमे मनैना प्रचलन रहटी आइल थारु समुदायमे विगतके समीक्षा ओ अइना बरसके लाग योजना बनैना करजाइठ् । इहे बीच गाउँके लावा नेतृत्व चयन तथा अनुमोदनके कार्य हुइटी आइल बा ।
कतिपय बस्तीमे एकसे ढिउर व्यक्ति नेतृत्वके लाग आइबर चुनावी प्रक्रियामे जाके छनोट कैटी आइल बा ।
कानूनी मान्यता पैटी बरघर प्रणाली
थारु बस्तीमे माघ महिनाभर नेतृत्व चयन कैना प्रचलन रहटी आइल बा । भलमन्सासँगे भलमन्साके सहयोगीके रूपमे काम करुइया चौकीदार (खबर बाहक), गुरुवा (पुरोहित), केसौका (सहायक पुरोहित) लगायत पदाधिकारी छनोट करजाइठ् ।
पाछेक समय स्थानीय तह बरघर प्रणालीहे संस्थागत कैनामे अग्रसरता डेखैटी आइल बावै । स्थानीय पालिका बरघर ऐन नै निर्माण कैके कानूनी मान्यता डेहे जुटल बटैठै बरघर प्रणालीके अभियानकर्ता एकराज चौधरी ।
उहाँ कहलै, ‘बरघर प्रणाली प्रथाजनित कानून हो । आपन नेतृत्व अपनहे छनोट करजैना, विगतके कार्यहे समीक्षा कैना ओ अइना बरसके योजना बनाजाइठ् । जौन एकदमे लोकतान्त्रिक विधिसे हुइठ् । इहीहे अन्तर्राष्ट्रिय श्रम महासन्धी १६९ से मान्यता डेले बा । नेपाल सरकार पक्ष राष्ट्र फेन हो । नेपालके संविधान ओ स्थानीय सरकार सञ्चालन ऐन अनुसार फेन थारु बाहुल क्षेत्रके स्थानीय तहहे बरघर प्रणालीहे संरक्षण ओ विकास कैना ऐन निर्माणमे जुटल बाटै ।’
ओहकान अनुसार हालसम बर्दिया जिल्लाके बारबर्दिया नगरपालिका, बाँसगढी नगरपालिका, मधुवन नगरपालिका, ठाकुरबाबा नगरपालिका, कैलालीके जोशीपुर गाउँपालिका, कञ्चनपुरके शुक्लाफाँटा नगरपालिका, लालझाँडी गाउँपालिका ऐन लानसेकल बाटै । ओस्टके कैलालीके कैलारी गाउँपालिका ऐन लन्ना तयारीमे जुटल जनाइल बा ।
