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विमानस्थल स्तरोन्नतिके प्रक्रिया आघे बह्रल

पहुरा | २१ माघ २०७८, शुक्रबार
विमानस्थल स्तरोन्नतिके प्रक्रिया आघे बह्रल

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २१ माघ ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशमे नियमित सञ्चालनमे रहल धनगढी विमानस्थलके स्तरोन्नतिके कार्य आघे बढाइल बा । यी विमानस्थलहे क्षेत्रीयस्तरके विमानस्थल बनाइक लाग स्तरोन्नतिके प्रारम्भिक काम आघे बढाइल हो । विमानस्थलके स्तरोन्नतिके लाग अब्बे विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (डीपीआर) तयार पार्न सर्भेके काम हुइटी रहल नागरिक उडयन प्राधिकरण धनगढीके प्रमुख रामकृष्ण भट्ट जानकारी डेलै ।

उहाँक अनुसार डीपीआर तयार पर्ना जिम्मा रियलपाथ कन्सल्टेन्सी पैले बा । उ कन्सल्टेन्सीके प्राविधिकसे सर्भेके काम करटी रहल बटै । सम्झौताअनुसार एक महिनाभिटर डीपीआर निर्माणके काम पूरा हुई, प्रमुख भट्ट कहलै । अब्बे टोली विमानस्थल विस्तार हुइना क्षेत्रमे भौगोलिक अवस्था, भूवनोट, रुख, बोटबिरुवा, बनाई पर्ना संरचनालगायतके बारेमे अध्ययन करटी रह बा ।

धनगढी विमानस्थलहे क्षेत्रीय विमानस्थल बनाइक लाग लागि संस्कृति, पर्यटन तथा नागरिक उडडयनमन्त्री प्रेम आलेके पहलमे गैल पुसमे नागरिक उडडयन प्राधिकरणसे एक अर्ब रुपियाँ बजेट विनियोजन करल रहे । प्राधिकरणसे बजेट विनियोजन करल पाछे स्तरोन्नतिके प्रारम्भिक कार्य आघे बह्रल हो । डीपीआर निर्माण हुइल लगटे क्षेत्रीय विमानस्थल बनाइक लाग आवश्यक पर्ना जग्गा अधिग्रहणके प्रक्रियाफे आघे बढैना तयारी करल बा ।

क्षेत्रीय विमानस्थल बनाइक लाग थप २५८.२५ बिघा जमिन आवश्यक पर्ना प्राधिकरण जनैले बा । हाल ८३ बिघा जमिनमे यी विमानस्थल रहल बा । ओस्टेक करके हाल एक हजार आठ सय मिटर नम्मा धावनमार्ग रहल बा । यिहीहे विस्तार करके दुई हजार ५५० मिटर पुगैना प्राधिकरणके योजना बा । ओस्टेक करके धावनमार्गके चौडाइफे बढाके ४५ मिटर पुगाजाई ।

यी विमानस्थल क्षेत्रीय विमानस्थल हुइलेसे निकट भविष्यमे यिहीहे अन्तर्राष्ट्रिय विमानस्थल बनैना फे सहज हुइना प्रमुख भट्ट बटैलै । हाल धनगढी विमानस्थलमे ७० सिट क्षमताके जहाज अवतरण हुइटी रहल बा । स्तरोन्नति हुइलेसे दुई सय सिट क्षमताके विमानफे अवतरण हुई सेक्ना प्राधिकरण जानकारी डेले बा ।

भीओआर/डीउमई सञ्चालनमे नइआइल ‘भिजिबिलिटी’ कम हुइल बेलाफे सहज रूपमे जहाज अवतरण करेक लाग धनगढी विमानस्थलमे जडान करल उपकरण सञ्चालनमे आई नइसेकल हो । एक महिनाआघे जडान कार्य सम्पन्न हुइल भीओआर/डीउमई (भेरी हाइ फ्रिक्वेन्सी ओम्नी–डाइरेक्सनल रेन्ज/डिस्टान्स मिजरिङ इक्विपमेन्ट) उपकरण सञ्चालनमे आई नइसेकल हो ।

यी उपकरण सञ्चालनमे नइआइल कारण हुस्सु लागल बेला वा अन्य कारणसे कम ‘भिजिबिलिटी’ रहल बेला धनगढी विमानस्थलमे जहाज अवतरण करे नइसेकल हो । उपकरण जडानके सम्पूर्ण कार्य सेक्लेसेफे परीक्षण नइहुइल कारण सञ्चालनमे आइनइसेकल प्राधिकरणके धनगढी प्रमुख भट्ट बटैलै । यी परीक्षणके लाग विदेशी जहाज आई परठ, उहाँ कहलै । परीक्षण नइहुइल ओरसे उपकरण प्रयोगमे नइआइल हो ।

जाइकाके सहयोगमे जापनिज ओ कोरियन कम्पनीसे धनगढी विमानस्थलमे उ उपकरण जडान करल हो । २०७५ मे भीओआर÷डीउमई जडानके कार्य सुरु करल रहे । एक महिनाआघे केल सक्कु काम पूरा हुइल भट्ट बटैलै । उहाँक अनुसार भीओआर÷डीउमई उपकरण सञ्चालन हुइलेसे १.६ किलोमिटर भिजिबिलिटी रहल बेलाफे यी विमानस्थलमे सहज रूपमे जहाज अवतरण करे सेक्जाई । मने, उपकरण सञ्चालन नइहुइल ओरसे हिउँदमे हुस्सु लागलपाछ उडान हुइटी रहल बा ।

धनगढी विमानस्थलमे सहजुलके लाग लागि पाँच किलोमिटर भिजिबिलिटी आवश्यक पर्ना करल बा । दुई किलोमिटर भिजिबिलिटी रहल बेलाफे जहाज अवतरण हुइटी रहल प्रमुख भट्ट उल्लेख करलै ।

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