थारु राष्ट्रिय दैनिक
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[ 10 Aug 2025, Sunday ]

सुइसे खेल्टी बर्सादु थारु

पहुरा | १० फाल्गुन २०७८, मंगलवार
सुइसे खेल्टी बर्सादु थारु

सागर कुश्मी
कञ्चनपुर, १० फागुन ।
जबाना कहाँसे कहाँ पुगगैल । हरकोइ समय अन्सार अपन अपन काम बडल्टी जैठैं, मने बर्सादु थारुक् सुइसे खेलट बीस बरस पुगगैलिन् ।

कंचनपुर जिल्लाके बेलौरी नगरपालिका वडा नम्बर–४, बेलारीके बर्सादु थारु २० बरससे कपरा सिटी आइल बटैं । २०५० सालमे एसएलसी डेके घरे खाली रहल समयमे अपने गाउँमे दुई बरससम काम सिख्लैं । ‘घरक् स्थिति एकदम कमजोर हुइलेक ओरसे पर्हना इच्छाहे मारके सिलाइ काम सिख्टी गैनु’, बर्सादु कनैं– ‘जिन्गी यहाँसम पुगी कहिके मै सोंचले फेन नैरहुँ ।’ सिलाइकटाइ काम करटे करटे आझ यहाँसम् पुगल थारु अब्बे बेलौरी बजारमे लक्ष्मी टेलर संचालन करले बटैं ।

‘सुरुमे लगानी नैरहे एकठो छेगरिया बेंचके एकठो मसिन किन्नु’, उहाँ कनैं– ढिरे ढिरे काम करट करट सामान जोहटी गैनु ।’ जहाँ मेहनत करबो टे वहाँ डाम जरुर मिलठ । हरेक परगामे भुँख, पियास, निनसे जुझटी गैनैं बर्सादु । मनैंनसे सम्बन्ध फेन जोरटी गैनैं । करल काममे चित बुझके ग्राहक ओइने फेन कुछ जेडै सर्ट पाइन्ट सिलाइ आइ लगलिन् । दिनमे एक जोर किल लुग्गा सिना मनैं रोजाना ४/५ जोर सर्ट पाइन्ट सिले लगनैं । ढिरे ढिरे आम्दानी बर्हटी गैलिन् ।

बर्सादु इहे सिलाइ काम कैके बेलौरी बजारमे पाँच ढुर जग्गा किनके चार कोठक् पक्की घर फेन बनासेक्ले बटैं । ओस्टेके इहे सिलाइ करल कमाहीसे फेन डोसरे कलकत्ता बजारमे एक कठ्ठा जग्गा फेन खरिद सेक्ले बटैं । थारु पुरान दुःखहे सम्झटी कठैं–‘यदि मै इ काम छोरडेटुँ कलेसे आझ इ सब कुछ जोहे नैसेक्टुँ ।’ इहे काम कैके उहाँ अपन छावा विशालहे कमर्श विषय लेके बेचलर चौठा बरसमे, बर्की छाइ लक्ष्मीहे साइन्स लेके पहिल बरसमे, छुट्की छाइ पुजाहे कमर्श लेके इन्टर डुसरा बरसमे परहैटी बटैं ।

बर्सादु अपन जानल बुझल सीपहे अपनसे पाछेक् २०/२५ युवनहे सिलाइ सिखासेक्ले बटैं कलेसे १० जाने टेलर मास्टर बनके अपन डोकान चलैटी बटैं । ओइने टमान ठाउँमे अपन अपन टेलर खोलके काम करटी बटैं । अझकल सर्ट पाइन्टके सिलाइके मोल ८ सौ से ९ सौ सम बा । उहाँ अझकल सिलाइ कामसे महिन्वाँरी १५/१६ हजार कमैठैं । काममे हुँकार गोसिनियाँ प्यारी चौधरी मद्दत करटी बटिन् । पाँच जहनके छुटी परयार खुसी बटिन् ।

ओस्टेके धनगढी उपमहानगरपालिका १७ ढुरझन्ना कैलालीके गोबिन्द चौधरी फेन दस बरससे इहे सिलाइ काम करटी आइल बटैं । उहाँ क्याम्पसरोड धनगढीमे न्यू फेसन टेलर्स खोलके सुइ चलैटी बटैं । १० हजार लगानीसे सुरु करल व्यापार अब्बे तीस लाख समके कारोबार करटी आइल बटैं । सिलाइ संगसंगे रेडिमेट सर्ट ,पाइन्ट, कोट ओ थान कपरा फेन विक्री करटी बटैं ।

‘असौं ठनिक् कोरोनाके महामारीसे औरे सालहस् मजा आम्दानी नैहो, टबफेन डोकान ठिकठिके चलटा ।’ उहाँ कनैं–‘भोजहा सिजनमे ग्राकनहे सर्ट, पाइन्ट ओ कोट पुगाइ नैसेकजाए ।’ इहे काम कैके कमाइल रुपियासे उहाँ धनगढीके डेहोरियामे सार्हे आठ ढुर जग्गा फेन जोहले बटैं । मेहनत ओ लगनसीलतासे काम कैके समयमे ग्राहकनके चित बुझैठैं गोबिन्द चौधरी । ओहेमारे हुँकारठेन सिवाइल सर्ट पाइन्ट सबकोइ मन परैठिन् । अपन डोकानमे डु जहन युवनहे रोजगार फेन डेले बटैं । डोकानमे हुँकार गोसिनियाँ सोनी चौधरी फेन सहयोग करटी बटिन् ।

जाँगर लगाके मेहनत करलेसे सिलाइमे फेन बहुत आम्दानी बा । इ व्यवसायमे कम लगानीमे फेन ढेर आम्दानी कमाइ सेक्जाइठ कना यहाँ टमान उदाहरण बा । अस्टेके धनगढी उपमहानगरपलिका १३ बरबट्टाके हिक्मत नेपाली फेन इहे व्यवसायमे विगत १५ बरससे सिलाइमे लागल बटैं । उहाँ फेन महिन्वाँरी ३५ हजारसम् कमैठैं । धनगढी बजारमे सागर टेलर्स चलैटी आइल उहाँ फेन तीन जहन महिलन्हे रोजगार डेले बटैं ।

हिक्मत कठैं–‘इ काममे जाँगर चाहठ्, करल मेहनतके डाम कहुँ नैजाइठ् ।, ‘ओहेमारे समयमे सीप सिखके इहे का मजा लागठ ।’ उहाँ अब्बे सिलाइ कामसे ढेर प्रगति कैले बटैं । सीप सिखी अपन जिन्गी ओजरार पारी इहे सन्देस डेलैं ।

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