थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत १५ बैशाख २६४९, सोम्मार ]
[ वि.सं १५ बैशाख २०८२, सोमबार ]
[ 28 Apr 2025, Monday ]

सिकलसेल एनिमियाके थप अनुसन्धान कैना

पहुरा | ९ फाल्गुन २०७८, सोमबार
सिकलसेल एनिमियाके थप अनुसन्धान कैना

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ९ फागुन ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशमे सिकलसेल एनिमिया थालसेमिया सम्बन्धी थप अनुसन्धान हुइना बा ।

सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारसे सेती प्रादेशिक अस्पतालहे सिकलसेल एनिमिया÷थालसेमिया औषधि उपचार तथा अनुसन्धानमे उपलब्ध कराइल ६० लाख बजेटमध्ये १० से २० लाख अनुसन्धानमा खर्च कैना अस्पतालके सामाजिक सेवा इकाई प्रमुख गौरीदत्त जोशी बटैलै । सुदूरपश्चिम प्रदेशके कैलाली ओ कञ्चनपुरमे थारु समुदायमे सिकलसेल एनिमियाके प्रकोप उच्च रहल बा । प्रदेश सरकारहे यी समस्यासे पीडित बिरामीहुकनके लाग स्क्रिनिङ, उपचार तथा ब्यवस्थापन कार्यक्रम करटी रहल बा ।

सिकलसेल एनिमियासे थालसेमियाके बिरामीमे मानसिक तनाव तथा ओइनके जीवनके गुणस्तर सम्बन्धी जानकारी हासिल करके अइना दिन उ सम्बन्धी सुधारके टमान कार्यक्रम सिफारिस कैना यी अनुसन्धान करे लागल अस्पतालके सामाजिक सेवा इकाई प्रमुख जोशी बटैलै । सिकलसेल एनिमियासे थालसेमियाके अनुसन्धानमे क्लिनिकल चिकित्सक, नर्सिङ ओ जनस्वास्थ्य क्षेत्रमे अनुसन्धान कैना उहाँ जनैलै ।

सेती प्रादेशिक अस्पतालके मेडिकल सुपरिटेन्डेन्ट डा. हेमराज पाण्डेयके नेतृत्वमे डा. शेरबहादुर कमर, डा. प्रदिप मिश्रके टोली सिकलसेल हुइल व्यक्तिके पाचन प्रक्रिया, रगतके मात्रा, रगतमे हेमोग्लोबिनके मात्रा, शरीरके प्रतिरक्षा शक्तिके बारेमे अनुसन्धान करही । सुदूरपश्चिम प्रदेश स्वास्थ्य निर्देशक डा. जगदीश जोशी सिकलसेल हुइल व्यक्ति ओ नइहुइल व्यक्तिके मानसिक स्वास्थ्य, जीवन गुणस्तरके बारेमे अनुसन्धान कैना ओ प्रादेशिक अस्पतालके सामाजिक सेवा इकाई प्रमुख गौरी दत्त जोशीके नेतृत्वमे जनस्वास्थ्य क्षेत्रमे सिकलसेल सबन्धी ज्ञान, धारणा ओ सिकलसेलके नियन्त्रणके प्रयासके बारेमे अनुसन्धान कैना बटैलै ।

उहाँक अनुसार सेती प्रादेशिक अस्पतालके नर्सिङ इन्चार्ज सिमा शर्मा नेतृत्वके टोली किशोर–किशोरी अवस्थामे सिकलसेल हुइल व्यक्तिके जीवन गुणस्तरके अनुसन्धान करही । सेती प्रादेशिक अस्पतालले सिकलसेल एनिमियमसे प्रभावित समुदायमे जाके रगत नमुना संकलन तथा सिकलसेल प्रभावितहे भेटके अनुसन्धान करटी रहल अस्पतालके सामाजिक सेवा इकाई प्रमुख जोशी जानकारी डेलै । अँटवार सेती प्रादेशिक अस्पतालसे कैलाली गाउँपालिकामे आयोजना करल सिकलसेल एनिमिया ओ थाइलेसिमिया सम्बन्धी निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर तथा अनुसन्धानात्मक कार्यक्रमसे सिकलसेल रहल व्यक्तिनके अनुमति लेके नमुना संकलन करके अनुसन्धान कैना बटाइल बा ।

बिरामीहुकनके स्वास्थ्यमे परल असर, ओइनके पोषण स्थितिके अवस्था लगायतबारे जाँच हुइल कैलारी गाउँपालिकाके स्वास्थ्य शाखा प्रमुख वीरेन्द्र सापकोटा जानकारी डेलै । कैलारी गाउँपालिकामे १ सय ५० जाने सिकलसेल एनिमियाके समस्या रहल व्यक्ति रहल गाउँपालिका जनैले बा ।

सुदूरपश्चिम प्रदेशके स्वास्थ्य निर्देशनालयसे कैलारी गाउँपालिकाके सिकलसेल एनिमिया रहल व्यक्तिहुकनहे जनचेतनामूलक तालिम समेत प्रदान करल बा । गाउँपालिका अध्यक्ष लाजुराम चौधरी सिकलसेल एनिमिया जटरा उपचार करलेसेफे ठिक नइहुइना, सक्कु सम्पति उपचारमे खर्च करके फे ज्यान नइजोगल बटैलै ।

सिकलसेल एनिमिया दीर्घ रोगमे सूचीकरण करके मासिक भत्ताके ब्यवस्था करे पर्ना ओ कैलारी गाउँपालिकासेफे बिरामीहे अस्पताल आवत–जावत खर्च उपलब्ध करैटी रहल उहाँ बटैलै । अध्यक्ष चौधरी सिकलसेल एनिमिया हुइल व्यक्तिहुकन परामर्श डेना सिकलसेल परामर्श केन्द्र स्थापना कैना कैना कार्य हुइटी रहल बटैलै । सेती प्रादेशिक अस्पताललसे कैलारी गाउँपालिका, जोशीपुर गाउँपालिका, कञ्चनपुरके बैलौरी नगरपालिका ओ धनगढी उपमहानगरपालिका सिकलसेल एनिमिया रहल व्यक्तिहुकनहे अनुसन्धानमे सहभागी कराई । थारु समुदायमे सिकलसेल एनिमिया अवस्था जटिल बन्टी गैल बा ।

परिवारके एक सदस्यहे सिकलसेल एनिमिया विल्गाईबेर और सदस्यहुकनके परीक्षण हुई नइसेकल हो । स्थानीय तह तथा प्रदेश सरकारसे सिकलसेल एनिमिया थालसेमियाके परीक्षण अभिन समुदायस्तरमे पुगाई नइसेकल हो ।

जनाअवजको टिप्पणीहरू