थारु राष्ट्रिय दैनिक
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१० बुँदे घोषणापत्र जारी करटि छैंठौँ राष्ट्रिय थारू साहित्य सम्मेलन निम्जल

पहुरा | १४ फाल्गुन २०७८, शनिबार
१० बुँदे घोषणापत्र जारी करटि छैंठौँ राष्ट्रिय थारू साहित्य सम्मेलन निम्जल

पहुरा समाचारदाता
कञ्चनपुर, १४ फागुन ।
कञ्चनपुर जिल्लाके कृष्णपुर नगरपालिका वडा नम्बर ६ सिंहपुरमे छैंठौँ राष्ट्रिय थारू साहित्य सम्मेलन १० बुँदे घोषणापत्र जारी करटि शनिच्चरके रोज निम्जल बा ।

थारू लेखक संघ नेपाल ओ थारू कल्याणकारिणी सभा कञ्चनपुरके आयोजना, गोचाली परिवार कञ्चनपुर, सिंहपुर युवा क्लवके सहआयोजना तथा कृष्णपुर नगरपालिका, नगरपालिकाके वडा नम्बर ५ ओ वडा नम्बर ६ कार्यालय तथा एआइपीपीके सहकार्यमे फागुन १२ गतसे सुरु हुइल छैंठौं राष्ट्रिय थारू साहित्य सम्मेलन शनिच्चरके रोज ओराइल बा ।

सम्मेलनके घोषणापत्रमे थारू भाषा, साहित्य, संस्कृति, उनन्नयनके लाग थारु साहित्यिक संघसंस्था, भाषाप्रेमी, लेखक, प्रकाशक, सम्पादकहुक्रे एकजुट होके सहकार्य करना, थारू मातृभाषामे पठनपाठन कार्यान्वयनके लाग थरुहट क्षेत्रके पालिका ओ विद्यालयमे पहल करना, थारू लोकसाहित्य तथा संस्कृतिके संरक्षण ओ प्रवद्र्धन करनाके साथे दस्तावेजीकरणके लाग कार्य करना तथा लोकसाहित्यके जानकार पुर्खाहुकनहे सम्मान करना बा ।

ओस्टेक, घोषणापत्रमे थारू समुदायके विषयवस्तु उठैनाके साथे आख्यान विधामे स्रष्टाहुकनहे आकर्षित करना मेरिक कार्यक्रम करना, थारू लेखक संघ नेपालसे स्थापित थारू भाषा ओ साहित्यके क्षेत्रमे महत्वपूर्ण योगदान डेहल स्रष्टाहुकनहे सम्मान ओ पुरस्कारके लाग अक्षय कोष रकम बह्रटि लैजिना, थारू भाषाके विकासके लाग अपन भाषा बोल्न, लिख्न ओ छाप्न, छपैना काममे आइल तीव्रताहे निरन्तरता डेना ओ सिर्जनशील लेखनहे आघे बहै्रना रहल बा ।

घोषणापत्रमे थरुहट क्षेत्रके प्रत्येक पालिकाहे थारू भाषा, साहित्य ओ संस्कृतिके संरक्षण, विकासके लाग रकम छुट्याइक लाग पहल करना ओ दवाव डेना, छैठौं राष्ट्रिय थारू साहित्य सम्मेलनके स्मारिका प्रकाशित करना, आगामी सातौं राष्ट्रिय थारू साहित्य सम्मेलन बाँके जिल्लामे २०७९ फागुन महिनामे आयोजना करना रहल बा ।

ओस्टेक, कञ्चनपुरमे निम्जल साहित्य सम्मेलन भव्य, सभ्य एवम् सफलता पूर्वक सम्पन्न करनामे सहयोग करल स्थानीय निकाय अन्तर्गतके नगरपालिका ओ वडा कार्यालय, सिंहपुर युवा क्लव, सिंहपुर सामुदायिक वन उपभोक्ता समूह, टमान संघसंस्था, भलमन्साहुक्रे, समाजसेवी, पेशाव्यासायी, मिडिया तथा सञ्चारकर्मी, स्थानीयवासी तथा प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रुपमे सहयोग करइया एवम् टमान जिल्लासे सहभागी सक्कुजहनहे अभार व्यक्त करल बा ।

उ सम्मेलन थारू भाषा, साहित्य, कला, संस्कृति प्रवद्र्धनमे सहयोग पुगैना उद्देश्य हुइल सम्मेलनके मूल आयोजक समितिके संयोजक एवं थारु लेखक संघके केन्द्रीय संयोजक डा. कृष्णराज सर्वहारी बटैलै ।

सम्मेलनमे समकालीन साहित्य, कला तथा संस्कृतिबारे बहस, लेखक तथा स्रष्टाहुकन ओ सरोकारवालाबीच बृहत अन्तरक्रिया तथा छलफल हुइल रहे ।

सम्मेलनमे लोकसाहित्यमे थारु सौन्दर्यशास्त्रके खोजी, सुदूरपश्चिममे थारु राजनीतिक अवस्था, थारु साहित्यिक गतिविधि, थारु साहित्यामे लेखनके डग्गर, सुदूरपश्चिममे थारु पत्रकारिता, सुदूरपश्चिममेमे थारु गीत संगीतके अवस्था, स्सहित्यमे महिला आवाज, खै थारु जोधा ओइन्के खोजी, सामाजिक संजालमे थारु साहित्य लगायत विषयमे सम्मेलनमे छलफल हुइल बा । ओस्टके, थारु पहिचानके सवाल, थारु भाषाके कविता गजल मुक्तक वाचन, लोकसाहित्यके अवसर सम्भावना लगायत विषयमे बृहत छलफल हुइल रहे ।

साहित्यिक सम्मेलनमे इ बरसमे प्रकाशन हुइल पुस्तकके विमोचन तथा थारु भाषाके टमान पुस्तक प्रदर्शनी हुइल कलेसे सम्मेलनमे देश भरके करिब दुई सयसे ढेर स्रष्टनके सहभागिता हुइल रहे ।

हरेक साल हुइना साहित्य सम्मेलन इहिसे पहिले दांगके घोराहीमे २०७३ बैशाख ३–४, कैलालीके पटेलामे २०७३ चैत १९–२०, बर्दियाके बर्हैयातालमे २०७४ माघ ४–६, रुपन्देहीके उचडिहुवामे २०७५ चैत २२–२३, सुखेतके वीरेन्द्रनगरमे २०७७ चैत २१–२२ गते हुइल रहे ।

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