टिना खेतीमे जम्लैं कालीप्रसाद
सागर कुश्मी
हसुलिया, १८ फागुन । डगरिक पँजरे घर । घरक् पँजरे वारि । बारीमे लठरबठर अड्रिक् अड्रिक् टिनाटाँवन । एकओर खिरा डोसरओर लौका टे टिसरओर टिमाटर, गोभी, आलु, करैला, कब्ली, पियाजके बिहिन यी टिनाटाँवन फरुइया हुइँटै कालीप्रसाद ।
कैलाली जिल्लाके कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ३ (साविक हसुलिया ४) मोहनपुरके ३४ बरसके जवान ठँरिया कालीप्रसाद चौधरी १० बरससे बेमौसमी टिना खेटी कैके जम्के आम्दानी कर्टी बटैं । उहाँ अपने गाउँमे रहल १२ कटठामे जग्गामे टिना खेटीमे हिरगरके भिरल बटैं ।
उहाँ अपने जग्गामे खिरा सात कुन्टल, गोभी छे कुन्टल, आलु पाँच कुन्टल, लौका तीन कुन्टल, करैला आठ कुन्टल, कब्ली तीन कुन्टल, टिमाटर आठ कुन्टल ओ पियाजके बिहिन डस कुन्टल वार्षिक रुपमे उत्पादन करैठैं । उहाँ अटरै किल नाही लडियक् ढिकुवामे खरबुज्जा फेन पाँच कुन्टल फरैठैं ।
कालीप्रसाद कठैं–ञमोर घरक् स्थिति कमजोर रहे । बेंचबिखन कुछ नैरहे, ढेर पर्हके एक्ठो मजा जागिर खैना सपना रहे मने उ मोर घरक् स्थिति साथ नैडेहल । बस डस कक्षा सम पर्हके अपने खेटुवामे मेहनत कैनास लागल ।
सुरु सुरुमे ढेर आम्दानी नैहुइ सेक्लेसे फेन ढिरे ढिरे मेहनत कर्टी गैलैं । बिदेश गैल से टे यहैं कुछ करुँ कना सोंचके यी टिना खेटीमे लागके उहाँ अब्बे वार्षिक ३ लाख से सार्हे ३ लाखसम कमाइ भिरल बटैं । यी रकम उहाँके खर्च कटाके कुल बचत हुइना रकम हुइन । ओसिक टे उहाँ एक बरसमे ५ से ६ लाख सम कमैठैं ।
जाँगर ओ मन लगाके पस्ना चुहैलेसे जौन ठाउँमे, जहाँ फेन कमाइ सेक्जाइठ्झ उहाँ कठैं–मै टे कठुँ हमार थारु लर्कन भारत जाके औरेक गुलामी करल से टे अपने गाउँघरमे काम कैना मजा ओ खुसी लागठ् ।
कालीप्रसादके परिवारमे अब्बे ९ जाने बटैं । इहे टिना खेटीसे हुइल आम्दानीसे उहाँ ९ जहनके परिवारके सक्कु घर खर्च चलैटी आइटैं । डाइ बाबा, मन्हला भैया बहुरिया, छुट्की भैया बहुरिया, एक्ठो छावा, अपने ओ गोसिनियाँ सहितके परिवारमे खुसी छाँइल बा ।
दिनभर बारीमे टिनाटाँवन हेरचाह कैना ओ बिहानके टिना बोक्के हसुलिया बजार, फुलवारी बजार, ओ भारतके चन्दनचौकी बजारसम थोक मोलमे बेंच्ठैं कलेसे गाउँघरमे थोक ओ खुद्रामे फेन सस्टा भाउमे बेंच्टी आइल बटैं ।
टिना खेटी कैनामे हुँकार डाइबाबा, भैया बहुरियनके ओ गोसिनियाँ सुमन कुमारी चौधरी गुडगरके सघैठिन । इहे खेटीसे कालीप्रसाद रिफर सहित एकठो टेलिपावर टेक्टर, एकठो भरभडडा, गाउँहीमे एक ठाउँमे १५ कटठा ओ एक ठाउँमे १३ कटठा जग्गा फेन किन सेक्ले बटैं ।
इहे मेहनत कैके कालीप्रसाद अब्बे मोहनपुर गाउँक् धन्यवादके पात्र बनल बटैं । उहाँके परिश्रम डेखके ओहे गाउँक् भोजलाल चौधरी फेन टिना खेटीमे पस्ना चुहाइ लागल बटैं । उहाँ फेन अब्बे टिना खेटीसे मजा आम्दानी करे लागल बटैं । उहाँक् फेन घर परिवारमे खुसी छाँइल बटिन ।
अस्टेके टिना खेटीसे सफलता हाँठ लागल डेखके ओहे मोहनपुरके राम समझ चौधरी फेन अपन बारीमे मन्के टिनाटाँवन फरैले बटैं । ओहे मारे चली सबसे अपने घरहींमे मेहनत करि भविस्य ओरजरार टे नैहुइना बाटे नैहो । टब डेखी कालीप्रसादके कमाल, अपनेक फेन कमाल जरुर हुइ ।


