फूलपाती बैडवा समाज सेवामे समर्पित
सागर कुस्मी
हसुलिया, १९ फागुन । फूलपाती चौधरी अब्बे ८१ बरसके हुइलैं । उहाँ नम्मा समयसे अपन गाउँघरमे गुरुवा बैडवा ओ जरिबुटीसे निःशुल्क समाज सेवा करटी आइल बटैं ।
कैलाली जिल्ला कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ८ डख्खिन टेंर्ही गाउँमे जलमल फूलपाती चौधरी ५० बरस पहिलेसे गुरुवा बैडवामे लागके गाउँक् रोगीयन चोखुवा सेक्ले बटैं । अपन भिट्टर रहल गुरुवा मन्टर ओ जरिबुटी ज्ञानगुनसे गाउँ समाजमे बिरुवा कैके चोख्वइटी आइल बटैं ।
‘अपनमे रहल गुरुवा बैडवा ज्ञानसे सेकटसम गाउँक् बिरमीहियन् ठीक कैसेक्ले बटुँ,’ उहाँ बटैलैं– ‘जे बलाइ आइठ टे तुरुन्त ओइनके घर जाके आछटपाटी गुरै कैके ठीक करैठुँ ।’ उहाँ आघे फेन कहठैं– ‘यदि गुरैसे ठीक नैहुइठैं टे अस्पताल जाके बिरुवा करैना सरसल्लाह फेन डेठुँ ।’ हमार थारु समाजके अभिनफें बैडवा ओइने जरिबुटी ज्ञानसे टमान मेरके रोगीयन् ठीक पारके मजा काम करटि बटैं । लावा पुस्टा पुर्खनमे रहल ज्ञान नैसिख्के अब्बे गुरुवा बेडवनमे रहल ज्ञानगुण फें हेरेटी गैल बा ।
उहाँ डख्खिन टेंर्ही, परुब टेंर्ही गाउँ लगायत ढेर गाउँमे समाजसेवा करटी बटैं । फुला विगरके लर्का नैहुइना महिलन फुला सपारडेना, जारजुरी ठीक कैना, पेट बट्ठी, सर्दी खाँसी, लगायत रोगके उपचार जरिबुटीसे ठीक करठैं । जिउ ढिरे ढिरे छिप्टी गैल ओरसे पहिलेकले अझकल दुर दुर जाइ नैसेक्लेसे फेन अपन गाउँमे अभिनफें बैडवा सेवा करटी आइल फूलपाती चौधरी बटैठैं ।
रात दिन भुखे पियास सहके उहाँक् करल काम डेख्के स्थानीय ठागुराम चौधरी कहठैं– ‘फूलपाती चौधरी हमार टेंर्ही गाउँक् किल नाही हमार सक्कु डाडुभैया ओ डिडीबहिनियनके लाग एकठो डक्टरुवाके काम करटि बटैं ।’ उहाँ कहलैं– ‘पहिले गाउँ घरमे अस्पताल मेडिकल नैरहे किहु बिमार परलेसे उहाँहे बलाके झारफुक कराजाए, जिहीसे बहुत जैसिन मनैं ठीक होजाइँट ।’ बैडवा फुलपाती बहुत जरिबुटीके ज्ञान बटिन । उ ज्ञानगुण सिख्ना जरुरी बिल्गाइल बा । बेडवा फूलपाती केसौका थारु समाजके ढुरखम्भा फेन हुइटैं ।
समाजमे निस्वार्थ भावनासे समाज सेवा कैना मनैं कमे मिलठैं । मने फूलपाती सेवा करल बापत कौनो फेन रुपिया नैलेके काम करटी आइल बटैं । फूलपाती अट्रै किल नाही उहाँक् ठन बहुत मेरके जरिबुटी सम्बन्धी ज्ञान फेन बटिन । ‘अपन जानल सम गाउँक् लगायत बाहेरके बिरामीन फेन ठिक करैले बटुँ,’ उहाँ कहलैं– ‘केकरो महिनावारी बिगरल रलेसे डौरल मोरे ठन अइठैं, मै अपन जानट सम जरिबुटीके डवाइ डेठुँ ।’
गूरुवा बैडवनके अट्रै किल काम नैहुइन् । उहाँ लोग गाउँक् हरेरी पुजा, लवाँगी पुजा, ढुरिया पुजा लगायत काममे सबसे ढेर भुमिका रठिन् । ‘अभिन फेन हरेक थारु गाउँ गुरुवनके सल्लाह ओ ओइनके ज्ञानसे थारु गाउँ समाज चल्टी बा,’ टेंर्ही गाउँक् भलमन्सा बाँधुराम चौधरी बटैलैं ।
उहाँक् अन्सार अब्बे गाउँ समाजके रीतिरिवाज, चालचलन, परम्मपराहे आघे बर्हाइक् लाग भलमन्सा, अघरिया, गुरुवा ओ केसौकाके सबसे महत्वपूर्ण भुमिका रहल बा । मने लावा पुस्टा ओइने पुरान पुस्टनके सिख्खा नैसिख्के गुरुवा बैडवा ज्ञान दिन दिने हेरैटि गैल बा । जौन हमार समाजके लाग डुखड पक्ष हो । गुरुवा बैडवनहे बचाइक लाग लावा लावा युवा पुस्टा पुखृनसे ज्ञान सिख्ना जरुरी बिल्गाइठ् ।


