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कानून कार्यान्वयन नैहुके मानवअधिकार उल्लंघन बह्रल

पहुरा | २० फाल्गुन २०७८, शुक्रबार
कानून कार्यान्वयन नैहुके मानवअधिकार उल्लंघन बह्रल

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २० फागुन ।
कानून कार्यान्वयन नैहुके मानवअधिकार उल्लंघन बह्रल एक कार्यक्रमे बटाइल बा ।

मानवअधिकारके संरक्षण तथा प्रवद्र्धन कैना उद्देश्यसे राष्ट्रिय मानवअधिकार आयोग सुदूरपश्चिम प्रदेश कार्यालयसे कैलालीके धनगढीमे आयोजित सुदूरपश्चिम प्रदेशस्तरिय दुई दिने मानवअधिकार रक्षक सम्मेलनके उदघाटन कार्यक्रममे बोल्टी सुदूरपश्चिम प्रदेशके आन्तरिक मामिला तथा कानून मन्त्री पुर्णा जोशी बटैली ।

मन्त्री पूर्णा जोशी मानवअधिकारके रक्षा प्राथमिकता रहल बटैलै । ‘पछिल्का समय राजनीतिक परिवर्तनसंगे मानवअधिकारके क्षेत्रफे विभाजित हुइल जैसिन लागथ’ उहाँ कहली –‘राजनीति विभाजित बा । मुलुकके सक्कु क्षेत्र विभाजित बा । मने, फे हमार सार्वजनिक क्षेत्रहुक्रे विभाजित नइहुई पर्ना हो । कानुनके संरक्षण कैना क्षेत्र न्यायलय ओ ओइनमे काम कैना संघ÷संस्थाफे विभाजित बा । यी नइहुइट ।’

उहाँ मूल्यके राजनीति करलेफे, मानवअधिकारके सामान्य आधारभुत मान्यतामे सक्कु एक ठाउँमे आई पर्ना बटैली । ‘समाजमे घटना मानवअधिकार हननके घटनामे हम्रे विभाजित बटी अथवा एक ढिक्का बटी । निर्मला हत्या घटना हुइल तीन वर्ष हुइल मने, अभिनसम न्याय पाई नइसेकल हुइट । उ हत्या घटनामे राजनीति हुइल हो या नइहो, समाज विभाजित हुइल हो या नइहो । न्यायकर्मी विभाजित हुइना कि नइहुइना । पत्रकारहुकनके लिखाई विभाजित हुइल हो वा नइहो । हम्रे सक्कु जे छातीमे हात धारके सोचे परठ’ उहाँ कहली–‘हम्रे विभाजित हुके हमार गतिविधिहुक्रे विभाजित हुके, कलम विभाजित हुके, वकालत विभाजित हुके निर्मला अब्बेफे न्याय नइपाइल अवस्था बा ।’ उहाँ अपराध, अन्यायके विरुद्ध सक्कु एक ठाउमे अइलसेफे केल मानवअधिकार आन्दोलन सार्थक हुइना बटैली ।

उहाँ बाढपहिरोके घटनामेफे राजनीति हुइल आरोप लग्ना करल बटैली । ‘सार्वजनिक क्षेत्रमे बैठल मनै अपने डेना सेवामे विभेद करे नइपरठ । ओस्टेफे विपदमे विभेद कैना कहल भारी अपराध हो’ उहाँ कहली ‘विचारमे सक्कु स्वतन्त्र बटै मने, डेना सेवामे तटस्थ नइहुइलेसे भर मानवअधिकारके संरक्षण, प्रवद्र्धन करे नइसेक्ठी ।’ उहाँ मानवअधिकार रक्षकहुक्रे स्वतन्त्र रुपमे काम करे पर्ना बटैली । ‘पछिल्का राजनीतिक घटनाक्रमसंगे मानवअधिकार रक्षकहुकनके आन्दोलनफे विभाजित हुइल विल्गाइठ’ उहाँ कहली –‘सेवाप्रवाह कैना समयमे हम्रे विभेद करलेसे न्याय पाई पर्ना मनै न्याय पाई नइसेक्ही । हमार भुमिका उ मामलामे निष्पक्ष हुई परठ ।’

प्रदेशके सभामुख अर्जुनबहादुर थापा मानवअधिकार हनन तथा उल्लंघनके घटना हुई नइडेना सक्कु जे एकजुट हुई पर्ना बटैलै ।

‘मानवअधिकारकर्मीहुक्रे प्रदेशके पहाडी तथा तराई जिल्लामे मानवअधिकारके पक्षमे कलम चलैना, विचार व्यक्त कैना, सल्लाह डेना, सुझाव डेना काम करटी रहल बा । यिहीहे एक्के थलोमे नानके छलफल ओ बहस करेबेर प्रदेश तथा केन्द्र सरकार ओ स्थानीय तहके साथसाथे संघ/संस्थाहेफे एक ठो मार्गदर्शन हुई जाइठ’ उहाँ कहलै ‘यी सम्मेलन एकदमे महत्वपूर्ण ओ फलदायि हुइना फे मै विश्वास व्यक्त करटु ।’ उहाँ मानवअधिकारके विषयमे टमान कानुन निर्माण हुसेकल बटैलै । ‘अब यी बनल कानुनहे कार्यान्वयन कैना सवाल सरकारके साथसाथे सक्कु नागरिकके दायित्व हो’ उहाँ कहलै –‘कानुन कार्यान्वयन नइहुके टमान मानवअधिकार उल्लंघन हुइलफे विल्गाइठ ।’ उहाँ मानवअधिकार भावनासंगफे जोरना करल बटैलै ।

सामाजिक विकास मन्त्रालयके सचिव रिता भण्डारी मानवअधिकारके संरक्षणके लाग ऐन, कानुन, नियम डेहटसम ओ मन्त्रालयसे करे सेक्नासम सक्कु काम कैना प्रतिवद्धता व्यक्त करली ।

कैलाली प्रमुख जिल्ला अधिकारी किरण थापा मानवअधिकारके सवाल फरक–फरक हुइना करल बटैटी ‘यम्ने विविधता हुइलेसेफे राज्यसे अपन संयन्त्र खडा करके आम नागरिकके हकहितके लाग काम करटी आइल बा । मानवअधिकारके प्रावधानहे हम्रे कार्यान्वयन कैना सक्षमता कटरा बा कना केल हो ।’ उहाँ मानवअधिकारके रक्षाके लाग प्रशासनसे प्रतिवद्धता व्यक्त करटी आइल बटैलै ।

अनौपचारिक क्षेत्र सेवा केन्द्र (इन्सेक) संयोजक खडकराज जोशी पछिल्का समय मानवअधिकर क्षेत्रमे वकालत करटी रहल व्यक्ति थप हननमे पर्ना करल बटैलै । उहाँक अनुसार सन २०२१ मे प्रदेशमे सामाजिक सेवा तथा स्वास्थ्यकर्मी पाँच जाने, सात जाने सञ्चारकर्मी, सात जाने शिक्षक करके १९ जाने टमान मेरिक धम्की, कुटपिट, यातना, विभेद, हत्या लगायतके घटनामे परल बटै ।

उहाँ कानुन नइबन्ना, दण्डहिनता, रहल कानुनके प्रभावकारी कार्यान्वयन नइहुइना, संक्रमणकालिन न्यायके टुङ्गो नइलग्ना लगायत टमान चुनौतिकाके कारण मानवअधिकार हननके घटनामे कमी आइ नइसेकल बटैलै । उदघाटन कार्यक्रम आयोगके सदस्यीय मनोज दुवाडीके अध्यक्षतामे हुइल रहे कलेसे स्वागत मन्तव्य आयोगके प्रदेश प्रमुख मोहनदेव जोशी करले रहिट ।

कार्यक्रममे नौ जिल्लाके मानवअधिकार क्षेत्रमे काम करटी अइटी रहल संघ÷संस्थाके प्रतिनिधी, सञ्चारकर्मी लगायतके सहभागिता रहल बा । आज (शनिच्चर) सम्पन्न हुइना उ सम्मेलन मानवअधिकारके रक्षा तथा प्रवद्र्धनके लाग टमान बुँदे घोषणापत्र जारी करी ।

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