‘ कविता ’
बरा महत्त्व बा
पहुरा |
२१ फाल्गुन २०७८, शनिबार

घरमन सुप्पक्, माखुर पिनामन हुक्कक ।
खेटुवामन झुक्कक बरा महत्त्व बा ।।
जन्नीन्मन सारी, ठारुन्मन डार्ही ।
बराटमन गारीक बरा महत्त्व बा ।।
परीक्षामन नक्कलके, लवन्डीमन सक्कलके ।
पर्हाइमे अक्कलके बरा महत्त्व बा ।।
यात्रामन रेलके, टिनामन टेलके ।
रिजल्टमन फेलके बरा महत्त्व बा ।।
प्यारमन झगरक्, नाचमन मन्डरक ।
शुभ काममन पुर्खक बरा महत्त्व बा ।।
रातमन ओजरियक, मन्दिरमन पुजरियक ।
जीवनमन संघरियक बरा महत्त्व बा ।।
भचकाही श्रावस्ती, उत्तर प्रदेश, भारत
