थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत १४ बैशाख २६४८, शुक्कर ]
[ वि.सं १४ बैशाख २०८१, शुक्रबार ]
[ 26 Apr 2024, Friday ]
‘ सम्पादकीय ’

होली खुशीसे मनाई, जबरजस्ती नाही

पहुरा | ३ चैत्र २०७८, बिहीबार
होली खुशीसे मनाई, जबरजस्ती नाही

रंगोत्सव, पुष्पोत्सव, वसन्तोत्सव होली पर्व हमार गाउँघरमे आजसे गोरा टेक सेकल बा । जेहोर टेहोर होलीके उत्सव सुरु हुइल बा । असत्यउप्पर सत्यके विजय हुइल टमान किवादन्ती अनुसार पुर्खानके पालासे होली पर्व मनाई सुरु करल हो । कुहीसे झै झगरा हुइल बा कलेसे रङ सातासाट कैके मिलन हुइना पर्वके रुपमेफे यिहीहे लेहल बा । पहाड होली विफे रोज (आज)से सुरु हुइल बा कलेसे तराई होलीभर शकसे सुरु हुइना बा । गैरथारुहुक्रे होली पर्व दुई दिन मनैलेसेफे थारु समुदाय भर तीन दिन मनैना चलन बा । पहिले थारु समुदाय सुरुके दिन अविर, दुसरा दिन रङ ओ टिसरा दिन हिलाकिचासेफे होली खेलित, मने आब भर हिलाकिचासे होली खेल्ना दिन ओराइल बा ।

थारुभिटरेफे रानाथारु ओ कठरियाथारु समुदायमे भर होली पर्व नम्माके मनैना चलन बा । होली पर्वमे उ समुदायके विशेष होरी रहठ, जौन घर–घर होरी नाँच करके होली खेल्टी रमैना चलनफे बा, ओम्ने उहाँहुकनके पहिचानफे जोरल बा । होली खुशीके साथ रहरङ्गी कैटी खेलजाइठ, कुहीहे मन नैपरठ कलेसे जबरजस्ती होली नाखेलबी ।

होलीमे लगैना अविर, रङ शरीरके स्वास्थ्यके लाग पक्केफे मजा नइहो, यकर टमान मेरिक साइड इफेक्टफे रहठ । कोरोनाके जोखिम यथावत् रहल ओरसे स्वास्थ्य सुरक्षाके मापदण्ड पूर्ण रूपमे पालना कैबी, लगाइल अविर ओ रङसंगसंगे कोरोनाफे जाईसेक्ना ओरसे ओटरे सजग हुई पर्ना जरुरी बा ।

जिल्ला प्रहरी कार्यालय कैलालीले होली पर्वमे जबरजस्ती रङ घस्ना ओ लोला मरना जैसिन क्रियाकलाप नइकैना आग्रह करले बा । रङ ओ अविरके साथ एकापसमे खुसीयाली साटासाट करके हर्षोल्लासमय वातावरणमे मनैना होली पर्वके नाममे उच्छृंखल ओ अराजक गतिविधिफे हुईसेक्ना ओरसे सुरक्षा निकायकेफे यहोर ध्यान जैना जरुरी बा । पर्वहे मर्यादित रूपमे मनैबी जबरजस्ती नाही, इच्छा विपरितके कार्य कैबी कलेसे प्रहरी कानुनी रूपमे कार्वाहीफे करे सेकी ।

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