रानाथारु भासा साहित्यके इतिहासः एक अध्ययन

सुरुवाट
कैलाली और कंचनपुर जिल्लामे किल्लो बसोबास भव एक मात्र जाती हए रानाथारु । जिनके अपन छुट्टे संस्कृति, भेसभुसा, खानपान, रीतिरिवाज, चालचलन, परम्परा, गीतबाँस, और टरटिहुवार हए । यहाँ जा अभिलेखमे कैलाली और कंचनपुरसे प्रकाशित रानाथारु भासाको पत्रपत्रिका और कृतिके बारेमे चर्चा करि हए ।
कैलालीके धनगढी उपमहानगरपालिका, कैलारी गाउँपालिका और कंचनपुरके कृष्णपुर नगरपालिका, लालझाडी गाउँपालिका, शुक्लाफाँटा नगरपालिका, भिमदत्त नगरपालिका, बेदकोट नगरपालिका, महाकाली गाउँपािलका, बेलौरी नगरपालिका और पुनर्वास नगरपालिकाके टमान भुभागमे रानाथारु समुदायके घना बस्ती गाउँ हए ।
पत्रपत्रिका प्रकाशन
धनगढी कैलालीके श्यामलाल राना और नारदमुनी रानाके सम्पादनमे ‘राम–राम’ मासिक पत्रिका २०६० सालमे प्रकाशित भव रहए । २ अंक सम प्रकाशन हूइके जा पत्रिका फिरसे पुनः प्रकाशन होन ना सकी । जहे पत्रिका रानाथारु भासाको पहिल पत्रिका हए ।
जक बादम छे वर्षक पिछछु जगदीश रानाके सम्पादन और नेपाल रानाथारु समाज कैलालीके प्रकाशनमे ‘लखबारी’ मासिक पत्रिका २०६६ सालमे प्रकाशित भव । २ अंक सम प्रकाशन हुइके जहु पत्रिका फिर स्थगित हुइगव ।
समय करोट लेटसंगै धनगढी कैलालीसे भानुप्रताप रानाके सम्पादनमे ‘उजियारो’ अर्ध वार्षिक पत्रिका २०७५ सालमे निकरो । जहु पत्रिका फिर ३ अंक किल्लो प्रकाशित हुइके कोरोनाके माहामारीसे बन्द हुइगव । भानुप्रताप रानाके कहाइ अन्सार जा पत्रिका फिर निकारनके तयारी होन बटाइ हए । अइसिए करके पत्रपत्रिका प्रकाशन होन और बन्द होनके प्रक्रिया चलटपेटी धनगढी कैलालीसे नन्दलाल रानाके सम्पादनमे, आँगनबारी प्रालीके प्रकाशनमे ‘सबेरो’ अर्ध वार्षिक पत्रिका २०७६ प्रकाशित भव । रानाथारु भासाको अभैटक नियमित प्रकाशन भइरहो जहे किल्लो पत्रिका हए । जा पत्रिका ५ अंक के तयारीमे जुटो हए ।
रानाथारु समुदाय भिटर अभैटक बहुत लोक साहित्य और संस्कृति हए । जाकोे संकलन करके कृति प्रकाशन होन ना सकत हए । यहाँ रानाथारु समुदायसे कुछ लेखक लोगनके प्रकाशित भव कृतिके बारेमे उपशीर्षक ढरके चर्चा करि हए ।
विवेक राना
धनगढी उपमहानगरपालिका ११ जुगेडा कैलाली घर भव एैया सिन्टोला देवी राना और ओ डौवा वैदु रानाके कोखसे २०४७ साल कात्तिक २८ गते जन्मो भव विवेक राना ‘बन्धन’ उपन्यास २०६५ सालमे प्रकाशन करि हए । जा रानाथारु भासाको पहिलो उपन्यास हए । गाउँघरके परिवेश, समाजके चित्रण, यथार्थ घटनामे आधारित जा एक सामाजिक उपन्यास हए ।
पदम राना
कृष्णपुर नगरपालिका ९ पचढकी कंचनपुरके पदम रानाके ‘फगुनी’ उपन्यास २०६७ सालमे प्रकाशित भव डिखाट हए । जा रानाथारु भासाको डुसरो उपन्यास हए । लेखकके जानकारी ना हुइके हुइहे पहिलो उपन्यास कहिके लिखी हए । पर जहु फिर एक सामाजिक उपन्यास हए । जा से अग्गु विवेक रानाके ‘बन्धन’ उपन्यास २०६५ प्रकाशित हुइ गव हए ।
नारायण राना
कृष्णपुर नगरपालिका ८ पिपरिया कंचनपुरके नारायण रानाके ‘खोजी रानाथारु (थरुवक) अंश और वंशकी’ २०६९ सालमे प्रकाशन करि हए । जा किताब लेखक अपन थर और वंशके खोज संकलन करके प्रकाशन करि हए ।
रामप्रकाश राना
कैलारी गाउँपालिका ९ गदरिया कैलालीके रामप्रकाश रानाके ‘प्रश्न उत्तर’ गजल संग्रह २०७० सालमे प्रकाशित भव हए । जा गजल
संग्रह रानाथारु भासाके पहिलो गजल संग्रह हए ।
बमबहादुर राना (बम्मन)
बेलौरी नगरपालिका ३ पडाव कंचनपुरके बमबहादुर राना (बम्मन) ‘नाच गीत संग्रह’ २०७८ सालमे प्रकाशित भव डिखात हए । रानाथारु समुदायमे तमान चाडपर्वमे गानबाली गीत संकलन हए जा किताबमे ।
अनलाइन पत्रपत्रिका
जा आधुनिक जबानामे प्रविधि के विकास संगै अनलाइल पत्रिका धमाधम संचालन होन दति हए । जहु संगै धनगढी कैलालीके नन्दलाल राना आँगन बारी मिडिया प्राली विधिवत रुपमे दर्ता करके रानाथारु भासाको ‘रानाथारु डट कम’ संचाकन करि हए । जा अनलाइल रानाथारुको पहिलो अनलाइन न्युज पोर्टल हए । जक संचालक/सम्पादक नन्दलाल राना जो हए । अनलाइन समाचार और रानाथारु भासाको साहित्यिक लेख रचनाको स्थान डएभव डिखाट हए ।
अइसिए करके डुसरो अनलाइन फिर संचालनमे आव हए । बि प्लस नेपाल डटकम रानाथारुको अनलाइन संचालनमे आव हए । भानु प्रताप राना अध्यक्ष और भक्तराज राना को सम्पादनमे भव जा अनलाइन नेपाली भासाके समाचारऔर रानाथारु भासाके समाचार और लेख रचनाको स्थान डएभव डिखाट हए ।
रानाथारु कलाकार मन्च
रानाथारु गीत संगीत विकासके ताँही अभेक युवा जागरुक होन डटि हैं । श्रीशा रानाके अध्यक्षतामे रानाथारु कलाकार मंच २०७८ सालमे गठन भव हए ।
गीति एल्बम
हरेक समुदायके अपन अपन चलन अन्सार गीत संगीत होट हए । यहाँ रानाथारु समुदायकी फिर टमान गीति एल्बम निकरो हए । २०५५ साल ओर सगुन निकरो । जहु एल्बम रानाथारुनके पहिल गीति एलबम ठहरो । जक बाद नैना,, प्रेम कहानी, मिलन, सोलअ बरसके जवानी, मेरी नजर, बसन्त बहार और सन्देशो लगायत एल्बम बजारमे आव हए । पर आब प्रविधिके विकास संगै बहुतसे भिडियो बजारमे आन डटि हए ।
रानाथारु फिल्म
रानाथारु भासाके फिल्म फिर बनो हए । मंगनी फिल्म रानाथारु भाासाके पहिली फिल्म हए । अइसिए करके घुँघत फिल्म स्थगित परो हए । अइसिए करके गुञ्ज, ऐसो प्यार कहाँ, मेला फिल्म बनो हए ।
टरटिहुवार
रानाथारु समुदायके फिर मेरमेरिक टारटिहुवार हए । तीज, सावन डोला, कृष्ण अस्टिमकी, इँट्वारी, डसिया, डिवाली, माघ, खखडेहरा और होरी । होरी रानाथारु समुदायके सबसे बडो टिहुवार हए । जा टिहुवार ३८ दिनटक मनाट हए ।
निष्कर्ष
शिक्षक नन्दलाल राना को अनुसार २०४४/०४५ सालओर जगन्नाथ राना ‘जगल कृत गितावली’ कहन बारो किताब प्रकाशित भव सुनात हए । पर जा फेला ना परि हए । उइसिए करके जहु समयमे ‘खलका’ कहन बारो किताब फिर प्रकाशित भव बटाट हैं । पर जहु फेला ना परो हए । कैलाली और कंचनपुरसे खोज अनुसन्धान करन हए कहेसे अभैटक टमान प्रकाशित कृति फेला पर सकट हए । जकताँही जा समुदायके युवा वर्ग पहल करन जरुरी हए । बुढापाका दिनदिने बिटट जाट हए । बिनसे अभेक शिक्षित युवा खोज अनुसन्धान करके लोक साहित्य, संस्कृति, गीतबाँस, कथा कहानी संकलन करके संरक्षण और सम्वद्र्धन करन जरुरी हए । नयाँ नयाँ युवा लोग कलम चलान आझके आवश्यकता हए । धन्यवाद ।
(लेखक धनगढी कैलालीसे प्रकाशित हरचाली साहित्यिक त्रैमासिकके प्रकाशक और प्रधान सम्पादक हैं ।)
