गजल लेखन अभ्यास हुइल
पहुरा समाचारदाता
हसुलिया, १३ चैत । थारु भासा साहित्यमे रुची रहल थारु समुदायके ठँरियनके लाग गजल लेखन अभ्यास हुइल बा ।
धनगढी कैलालीसे नियमित प्रकाशित हुइटी रहल हरचाली साहित्यिक त्रैमासिक पत्रिकाके आयोजनामे गजल लेखन अभ्यास हुइल हो । गजल लेखन अभ्यास कैलालीके कैलारी गाउँपालिका ३ मोहनपुर गाउँमे हुइल रहे ।
साहित्य लेखनमे रुची हुइलेक ओरसे गाउँ ठरियँनके माग अन्सार गजल लेखन अभ्यास कार्यक्रमके आयोजना करल पत्रिकाके सम्पादक सागर कुस्मी बटैलैं । उहाँ कलैं, गाउँघरमे टमान भैया बाबुनहे साहित्यमे कलम चलैठैं मने ढेर जहन गजलके सैद्धान्तिक ज्ञान पटा नैहोके नियमसे बाहेर होके कलम चलाइल डेख्जाइठ् । ओहेमारे गजलके फ्रेममे रहिके गजल लिखक लाग इ गजल लेखन अभ्यास कैली उहाँ बटैलैं ।
हरेक मनैनमे भगनवाँ कुछ ना कुछ प्रतिभा डेके पठैले रठैं । ओहेमारे हरकोइमे एक ना एक प्रतिभा रहठ गाउँक् भलमन्सा रामप्रसाद चौधरी बटैलैं । उहाँ कहलैं, इ गजल लेखन अभ्याससे मोहनपुर गाउँक् भैया बाबुनके प्रतिभाके विकास हुइल बा । अपन परिचय डेहे फेन नैसेकना लर्का इ तालिमसे कुछ जरुर करहीं ओ अपन जिनगीहे आघे बरहैही कना लागल बा भलमन्सा रामप्रसाद कहलैं ।
ओस्टेके कार्यक्रम सफलताके सुभकामना फेन डेटि गाउँ समाजसेबी सुमन चौधरी कहलि, इ गजल लेखन अभ्याससे गाउँक् लर्कनके एक मेरके बौद्धिक चेतनाके विकास हुइल बा । अभ्याससे बहुट मेरके ज्ञानगुणके बात सिखे मिलल् उहाँ बटैली ।
गजल लेखन अभ्याससे गाउँक् भैया बाबु ओइने गजल लिख्नामे जाँगर लगैटि रहल गाउँक् अगुवा भोजलाल चौधरी बटैंलैं । उहाँ कहलैं, यडि अइना दिनमे अस्टे अस्टे बौद्धिक विकास हुइना मेरके तालिम आइ कलेसे पक्का फेन हमार गाउँक् भैया बाबुनके कुछ करे सेकहीं कना ढेर आस कैना ठाउँ बा उहाँ बटैलैं ।
अभ्यास कैके महसुस कर्टि श्यामपती चौधरी कहली, आब अइना दिनमे खाली रहल समयमे गजल मुक्तक कविता लिख्के समय सदुपयोग कर्ना उहाँ बटैली । आब टे मनमे हिम्मत आइल बा, कुछ टे जरुर लिखम उहाँ कहली ।
गजल टे सुन्ले रहि, पर्हले फें रहि मने नियम पटा नैहोके लिखे नैजानि, लेखन अभ्यासमे सहभागी हुइल सनम चौधरी कहली, आब टे गजल लिखे सेक डरनास लागठ । इहे मौकामे उहाँ अपन लिखल गष्जल फेन सुनैले रहि ।
डोसर सहभागी महेश चौधरी लजैटि कहलैं, अट्रा छोट समयमे फेन अट्रा लिखे सेक्ना हुइल बटुँ । आब टे मै गीत गजल ओ मुक्तक फेन लिखे सेक्डारम् उहाँ बटैलैं । इ गजल लेखनअभ्यास से मोहनपुर गाउँक् ठरियाँ गजल मुक्तक कविता गीत लेखन ओर जोस जाँगर लगैटि बटैं ।
लेखन अभ्यास कार्यक्रमके प्रशिक्षण गजलकार सागर कुस्मी डेले रहिंट । ओस्टेके आकुर सहयोग करले रहि.ट साहित्यकार संगम चौधरी । इहे चैत ११ ओ १२ गते कैके डु दिनसम हुइल कार्यक्रममे मोहनपुरके २१ जाने गाउँक् जवान लर्का भाग लेले रहिंट ।


