चिन्तामे मोहनपुर गाउँ
सागर कुस्मी
हसुलिया, १९ चैत । बर्खा आइ लागल मोहनपुर आब चिन्तामे बुरटा । अपन ज्यान बचैना हो कि गाउँ । अब्बे सबके मनम सबसे ढेर चिन्ता इहे बा मोहनपुर गाउँ बासिनके ।
कैलाली जिल्लाके कैलारी गाउँपालिका–३, मोहनपुर गाउँ थारुनके किल घर रहल बस्ती हो । बर्खामे अइना बार्हसे पुरे गाउँबासी चिन्तित हुइल बटैं । उहिसे बचक् लाग मोहनाके लडियाके किनारे तटबन्धन लगैटि बटैं ।
२०३५ सालसे बैठ्टि आइल मोहनपुर गाउँ बार्ह पीडित गाउँ हो । उ गाउँमे मोहना ओ घुराहा लडियाके बार्हसे उ गाउँके मनैं हरेक बरस जेठ महिनासे कुवाँर महिनासम लडियामे अइना बार्हसे परेसानी खेप्टी आइल बटैं ।
लडियम् अइना बार्हसे गाउँ ओ खेटवक् अन्नबालीहे बचाइक लाग तटबन्धन लगाइल स्थानीय सुनिल चौधरी बटैलैं । लडियक् बार्हसंगे पुहके आइल बालु खेती योग्य जमिनमे बलरेट बनैटी गैल कहटी तटबन्धन लगाइल उहाँ बटैलैं । तटबन्धन करेक लाग कैलारी गाउँपालिकाके कार्यालयके आर्थिक सहयोगमे ओ गाउँके उपभोक्तनके सहयोगसे इहे महिनामे तटबन्धनके काम हुइल बा ।
मोहनपुर ड्याम निर्माण योजना उपभोक्त समितिहे सीमा विकास कार्यक्रम अन्तर्गत कैलारी गाउँपालिकासे सार्हे ४ लाखके आर्थिक सहयोगमे ओ मोहनपुरके गाउँके ९२ घरधुरी रहल गाउँके उपभोक्त प्रत्येक घरसे एकएक जाने तटबन्धन लगैनामे श्रमदान करले बटैं । ओस्टेके गैल बरस चरुवा उठागैल रहे । उ चरुवाके लम्बाई एक हजार दुई सय ६० मिटरसे ढेर रहल बा ओ उचाई पाँच से सात फिट रहल बा । असौं फेन ४ सय ८५ मिटर तटबन्धन कैगैल समितिके अध्यक्ष टिकाराम चौधरी जानकारी डेलैं ।

बार्हके तेज पानीसे चरुवा बचाइक लाग चरुवाके आँजारपँजार गन्ना लगैना ओ चरुवा उप्पर घाँस फेन लगैना गाउँके बुद्धिजिवी, भलमन्सा रामप्रसाद चौधरी बटैलैं । गैल बरसके बर्खक बार्ह सात घर दुबान परल, मुर्गी चिंगना पुहल, घर टुरल उहाँ बटैलैं । भलमन्सा कलैं, ‘सबसे ढेर क्षति २०६४ सालमे आइल बार्ह नोक्सान करले रहे, जेम्ने गोरु भैस पुहाके लैजैनाके साथे खैना अन्नाबाली ओ लट्टा कपराफें पुहा लैगिल रहे ।’
‘मोहना लडियाके बार्ह गाउँ ओर आइ लागठ टे स्थानीयबासी गाउँ छोरके भारतके बनुवाँमे भागे परठ,’ उहाँ कलैं, ‘गाउँमे उँच घर नैहोके भारतके बनुवाँके शरण लेहे परठ ।’ बर्खाके बेला विद्यार्थीन शिक्षासे बन्चित हुई पर्ना अवस्था रहल उहाँ बटैलैं । ‘गाउँमे प्राथमिक विद्यालय बा, उहिसे उप्परके कक्षा लेहे हसुलिया ओ के गाउँ जाइ परठ,’ मोहना लडियामे पुल नैहो बर्खामे विद्यार्थीन शिक्षासे बन्चित हुइ परल बा, भलमन्सा बटैलैंं ।
बर्खाके समयमे मोहनपुर गाउँबासिनहे बहुट समस्या हुइठ स्थानीय सुमन चौधरी बटैलैं । उहाँ कहलैं, ‘बर्खामे सबसे जेडा गर्भवती महिलनहे समस्या परठ । डेलिभरी करक लाग लडियामे बार्ह रहठ । अस्पताल लैजैना महा साँसट भोग्टी आइल बटैं ।’
उहाँ कहलैं, ‘गैल बरस लडियामे बार्ह होके बहुट कर्रा परल रहे । भारत हुइटी धनगढी लैगैली मने गौरीफन्टा नाकामे एसएसबी लोगनके बहुट समस्या भोगे परल उहाँ बटैलैं,’ उहाँ कलैं, ‘जब जब बर्खा आइ लागठ टब टब हम्रहिन इहे समस्या भोगे परठ । इ समस्यासे कहिया छुट्कारा मिलि’ अपन मनके बेडना बट्वइलैं ।
ओस्टके कैलारी गाउँपालिका अन्तर्गत पर्ना शिवरत्नपुर, निमुवाबोझी, खोनपुर लगायत गाउँ फेन मोहनपुरके जस्टे पिर बोक्के नेंगटा । मोहना लडियक् ओह्पार शिवरत्नपुर फेन एक थारु समुदाय किल रहल गाउँ हो ।


