महिला फेन जिम्मेवारी पूरा करले बटैंः कानूनमन्त्री जोशी
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २० चैत । सुदूरपश्चिम प्रदेशके आन्तरिक मामिला तथा कानूनमन्त्री पूर्णा जोशी नेतृत्व तहमे अवसर पाइल ठाउँमे अपन जिम्मेवारी कुशलता पूर्वक पूरा करल बटैले बटि ।
राष्ट्रिय महिला आयोग नेपालके आयोजनामे अँट्वारके रोज धनगढीमे हुइल महिलाके नीतिगत तहमे स्थापित करैना महिलाके राजनीतिक सहभागिता ओ सशक्तीकरणके लाग राजनीतिक पाटीके प्रमुख तथा प्रतिनिधिसँग प्रदेशस्तरीय अन्तरक्रिया कार्यक्रममे कानूनमन्त्री जोशी राजनीतिक नेतृत्वमे आइल महिलाहुक्रे अपन चुनौतिके सामना करटि अपन जिम्मेवारी पूरा करल बटैलि ।
उहाँ महिला नेताहुक्रे सामाजिक समता, सहअस्तित्वके आन्दोलन कैके आघे बह्रे परनामे जोड डेले रहि । “सामाजिक न्यायके आन्दोलन करना जरुरी बा,” उहाँ कलि, “यकर लाग महिला नेतृत्व आघे बह्रे परना आवश्यक बा ।” उहाँ महिलाहुकनके गुणस्तरीय, सम्मानजनक सहभागिता हुइ परनामे जोड डेले रहि । उहाँ अइना स्थानीय तहके चुनावमे महिलाहुक्रे सक्रिय होके मुख्य नेतृत्वमे आइ परनामे प्रतिवद्ध होके लागे परना बटैललि ।
कार्यक्रममे वियोण्ड समिति (बीबीसी) नेपालके अध्यक्ष सुशीला श्रेष्ठ राजनीतिक दलमे अभिनसम पितृसत्तात्मक सोच ओ व्यवहारमे परिवर्तन नैआइल ओरसे महिला प्रतिनिधिके अर्थपूर्ण सहभागिता नैहुइल जिकिर कैलि । स्थानीय तहमे महिला प्रतिनिधिके अर्थपूर्ण सहभागिता ओ चुनौति विषयक कार्यपत्र प्रस्तुत करटि बीबीसीके अध्यक्ष श्रेष्ठ दलके नेतृत्वहुक्रे महिला उपप्रमुखमे किल सीमित रहल ओरसे दलहुक्रे अइना स्थानीय तहके निर्वाचनमे महिलाहुकनहे प्रमुखमे सुनिश्चितता कराइ परनामे जोड डेलि । उहाँ कलि, “कम्तीमे फेन वडाध्यक्षमे ३३ प्रतिशत महिलाहे उम्मेदवारमे सुनिश्चितता कराइ परना दलके कर्तव्य हो ।” उहाँ समाज परिवर्तनके लाग स्थानीय जनप्रतिनिधिमे महिला नेतृत्व हुइ परना बटैलि ।
ओस्टेक, कैलाली प्रमुख जिल्ला अधिकारी किरण थापा महिलाके राजनीतिक, आर्थिक ओ सामाजिक जीवनमे सारभूत समानता कायम करेपरना बटैलैं । नीतिगत तहमे पहुँच स्थापित करैना ओ सशक्तीकरणके लाग महिलाके राजनीतिक सहभागिता, अवस्था ओ चुनौति विषय कार्यपत्र प्रस्तुत करटि प्रजिअ थापा महिलाहुकनके सशक्तीकरणके लाग आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक रुपमे सवल हुइपरनामे जोड डेले रहैं । उहाँ कलैं, “ओकर लाग सरकारसे महिलाहुकनहे शिक्षा तथा उच्च शिक्षामे छात्रबृत्ति ओ निःशुल्क अनिवार्य शिक्षाके व्यवस्था हुइक परल ।”
कार्यक्रममे निर्वाचन आयोगके निर्वाचन आयुक्त जानकी तुलाधर दलहुकनसे महिला पदमे प्रतिनिधि सुनिश्चित करेपरना बटैलि । “संविधानमे महिलाके ३३ प्रतिशतलगायत अन्य समावेशिताके बाट उल्लेख करल बा । आयोग संविधानतः निर्वाचन करैना भूमिका खेलठ ।” उहाँ स्थानीय कमिटीमे फेन विविधताहे प्रतिबिम्वित कैके बनाइ परना रहल ओरसे स्थानीय निर्वाचनमे फेन महिलालगायत समावेशिताके सिद्धान्त अनुसार प्रतिनिधि पठाइ परना दलहुक्रे अग्रसर हुइनामे जोड डेले रहि ।
कार्यक्रममे महिला अधिकारकर्मी गोमा आचार्य जनप्रतिनिधिमे महिला सहभागिताके लाग बनल कानून कार्यान्वयन कराइ सेक्लेसे सरकारके सक्कु तहमे महिलाहुकनके अर्थपूर्ण सहभागिता हुइसेक्ना बटैलि । सुदूरपश्चिममे जनप्रतिनिधिहुकनके अवस्था प्रस्तुत करटि विद्यमान धार्मिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक, साहित्यिक पुस्तकमे फेन लैगिक असमानता रहल बटैलि । उहाँ महिला स्वयम् फेन सशक्त हुइ परना फेन आवश्यक रहल बटैलि ।
ओस्टेक, धनगढी उपमहानगरपालिकाके उपप्रमुख सुशीला मिश्र भट्ट बाध्यकारी कानूनले किल महिला प्रतिनिधि सरकारके प्रमुख नेतृत्वमे आइसेक्ना बटैलैं । उहाँ सरकारसे बनाइल नीतिसे भारी प्रभाव परना हुइल ओरसे नीतिमे टेक्के महिलाहुकनहे सहभागिता कराइ परनामे उहाँक जोड रहे । उहाँ कलि, “जब महिलाहुकनके न्यायपूर्ण सहभागिता हुइठ टब पाटीके समृद्ध हुइठ ।” उहाँ आरक्षणके कारण अब्बे स्थानीय तहमे दलित महिलालगायत सीमान्तकृत वर्ग नेतृत्वमे आइल बटैलि ।
कार्यक्रममे गोदावरी नगरपालिका उपप्रमुख रत्ना कडायत स्थानीय तहमे महिला जनप्रतिनिधिहुक्रे चुनौतिके सामना कैके कार्यसम्पादन करटि रहल बटैलि । उहाँ महिला जनप्रतिनिधिहुक्रे समस्यामे रहल ओरसे उहाँहुकनहे सब पक्षसे सहयोग करेपरना बटैलैं ।
कार्यक्रममे नेकपा (एमाले) के सन्तोष शर्मा थापा, नेकपा माओवादीके निर्मला सिंह, जसपाके अध्यक्ष गयाप्रसाद कुश्मी, गैर सरकारी संस्था महासंघके उपाध्यक्ष चेतमान साउँन, दलित महिला अधिकार मञ्चके अध्यक्ष सावित्रा घिमिरे, अधिवक्ता रेणु प्रधान श्रेष्ठलगायत मन्तव्य व्यक्त करले रहैं ।
राष्ट्रिय महिला आयोगके सदस्य जया घिमिरेके अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रमके उद्घाटन सुदूरपश्चिम प्रदेशके आन्तरिक मामिला तथा कानूनमन्त्री पूर्णा जोशी करले रहि ।
कार्यक्रम निर्वाचन आयोग सुदूरपश्चिम प्रदेश ओ वियोण्ड बेइजिङ समिति (बीबीसी) नेपालके समन्वय ओ सहकार्यमे हुइल रहे ।


