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विभेदकारी सोचसे बलात्कारके घटनामे बढोत्तरी

पहुरा | २२ चैत्र २०७८, मंगलवार
विभेदकारी सोचसे बलात्कारके घटनामे बढोत्तरी

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २२ चैत ।
विभेदकारी सोचसे बलात्कारके घटनामे बढोत्तरी हुइल ओेरेक नेपाल जनैले बा ।

ओरेक नेपालमे दर्ता हुइल मासिक तथ्याङक सार्वजनिक करटी एक महिनामे २७ जाने महिला तथा बालिका बलात्कृत हुइल ओ ३ जानेक बलात्कारपाछे हत्या हुइल कार्यकारी निर्देशक लुभराज न्यौपाने बटैलै ।

बलात्कारके अवस्था यी महिनामे अभिलेखीकरण हुइल जम्मा १२७ ठो महिला हिंसाके घटनामन्से २१ प्रतिशत (२७) ठो बलात्कार ओ २ प्रतिशत (३) ठो बलात्कारके प्रयास हुइल पाईल निर्देशक न्यौपाने बटैलै । जौन मन्से ३ जाने बलात्कारपाछे हत्या हुइल उहाँ जनैलै ।

बलात्कारमे घटनामे प्रमुख जिम्मेबार अपन वरपरके छिमेकी ४८ प्रतिशत ओ अपन आत्मिय मानल संघरिया १५ प्रतिशत डेखल उहाँ जनैलै । बलात्कार हुइल मन्से सबसे ढेर ५६ प्रतिशत १६ बर्षसे कम उमेर समूहके बालिका तथा किशोरी ओ १७ से २५ बर्ष उमेर समुहके महिला २६ प्रतिशत महिला रहल ओरेक के तथ्याङकमे डेखल बा ।

मोरङ जिल्लामे भरखर हुइल प्रतिनिधिमुलक घटनामे एक ११ वर्षिया बालिकाके विद्यालयसे एक्केली घर लौटटी रहल अवस्थामे बलात्कृत हुके उहाँक हत्या करल बा । बालिका हेराइल दुइदिन पाछे परिवार खोजी करटी जाईबेर नग्न रुपमे खटहामे भाँठल अवस्थामे उहाँक शव फेला परल । शब खोज्न क्रममे प्रहरी स्थानीय आरोपितहे शंका करके सोधपुछ करेबेर बलात्कारपाछे कुहीहे नइकना कहिके धाकधम्की डेके छोरलपाछे फे बालिका बाबाहे कहिडेम कहलपाछे उहाँक घेँचा थिचके हत्या करके खटहामे भाँठल बयान डेहल रहे ।

ओस्टेक सुनसरी जिल्लामे ७ बर्षीया बालिकाहे गैल पुष महिनामे छिमेकीके डाडु मोवाइल चलाई डेम कहटी कोठामे लैजाके बलात्कार करलै । बालिकाहे कुहीहे कहलेसे मर्ना धम्की डेहल ओरसे घटनाके बारेमे कुहीहे पत्ता नइहुइल । ओकर कुछ पाछे फेर उहाँ बलात्कृत हुइली ।

पीडकसे धम्की डेहल हुइलेसेफे डरैटी अपने डाडुसहित अपन बुदीहेफे घटनाके बारेमे सुनैटी । घटनाके बारेमे पत्ता पासेकलपाछेफे समाजमे लाज हुइना, इज्जत जैना डरसे घटना परिवारसे घटनाहे गुपचुपममे राखल । घटना हुइल कुछ समयपाछे बालिकाहे दिशा पिसाव कैना गाहे हुइना, बालिका बेलाबेलामे झस्की रहना, महीहे मारडेम कहले बा कहटी चिल्लैना करलपाछे बालिकाके डाई उ घटनाके बारेमे पत्ता पैली । परिवारमे सल्लाह करके २०७८ फागुन १९ गते किटानी जाहेरी डेहलपाछे पीडक प्रहरीमे आत्मसमर्पण करलै । अब्बे पीडकहे जिल्ला अदालत सुनसरी थप अनुसन्धानके म्याद थप करके थुनाममे रख्ले बा ।

सदियाँैसे समाजमे जर गारके बैठल सामाजिक मूल्य मान्यता ओ हानिकारक अभ्याससे प्रत्यक्ष ओ परोक्ष रुपमे यैसिन अपराध जन्मैना सहयोग करटी ओरेक नेपालके कार्यकारी निर्देशक न्यौपाने बटैलै ।

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