धनगढी उपमहानगरपालिकाके आन्तरिक आयमे २७० प्रतिशतसे वृद्धि
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ०१ वैशाख । कैलालीके धनगढी उपमहानगरपालिका विगत पाँच वर्षमे आन्तरिक स्रोतओर हुइल आयमे २७० प्रतिशतसे वृद्धि करले बा । उपमहानगरपालिकाके आर्थिक वर्ष २०७३/७४ के तुलनामे आर्थिक वर्ष २०७७/७८ मे २७० प्रतिशतसे वृद्धि हुइल हो ।
नेपाल पत्रकार महासंघ कैलालीके संयोजन तथा धनगढी उपमहानगरपालिकाके सहकार्यमे बुधके रोज धनगढीमे हुइल स्थानीय विकासके सवालमे पत्रकारिता अभिमुखीकरण कार्यक्रममे धनगढी उपमहानगरपालिका विटल पाँच वर्षके तथ्यांक प्रस्तुत करले रहे ।
धनगढी उपमहानगरपालिकाके आर्थिक वर्ष २०७३/७४ मे ७ करोड ४० लाख ३५ हजार ४ सय ५० आन्तरिक स्रोत रहिस । आर्थिक वर्ष २०७४/७५ मे ९ करोड ७६ लाख २३ हजार ८ सय ७० रहिस । कलेसे आर्थिक वर्ष २०७५/७६ मे १४ करोड ५९ लाख ५३ हजार ६ सय २९ रुप्या आन्तरिक स्रोत आय रहिस । मने कोरोना कहके कारण आर्थिक वर्ष २०७६/७७ मे १४ करोड ५४ लाख ७३ हजार २ सय ७१ किल आय हुइल रहिस कलेसे आर्थिक वर्ष २०७७/७८ मे २० करोड ६० हजार २ सय ४६ आन्तरिक स्रोत आय संकलन कैके २७० प्रतिशत वृद्धि हुइल बा ।
कार्यक्रममे धनगढी उपमहानगरपालिकाके प्राविधिक अधिकृत अनुप भट्ट उपमहानगरपालिकाके २०७८ माघ मसान्तसम हुइल पूर्वाधार विकास, स्वास्थ्यके विकास, कृषि, पशुविकास, शैक्षिक विकास, सामुदायिक विकास, सूचना तथा संचार प्रविधि विकास, न्यायिक सम्पादन विकास, महिला विकास लगायतके तथ्यांक प्रस्तुत करले रहैं ।
उ तथ्यांकानुसार यी माघ मसान्तसम ७०.८२० किलोमिटर रोड कालोपत्रे, १९१ किमी रोड ग्राभेल, ३६ ठो कल्भर्ट निर्माण, ३ ठो झोलुंगे पूल ओ २ ठो निर्माणाधिन अवस्थामे रहल, १२ ठो पार्क निर्माण, २५.७१२ किमी ढल निर्माण, ६७ ठो विद्यालयके भवन ओ २ सय २८ ठो नयाँ कक्षा कोठा निर्माण करले बा । ओस्टेक, उपमहानगरपालिका १६ ठो स्वास्थ्य चौकी, ६८ ठो सामुदायिक भवन निर्माण आरयूडीपी अन्तर्गत हाउस नम्बरिंग प्रणाली सुरु, धनगढीके ई–प्रोफाइल तयार पारले बा कलेसे माघ १० गतसम ४ हजार ६ सय १९ ठो घर नक्सा पास करले बा ।
ओस्टेक, स्वास्थ्यओर बेली शहरी स्वास्थ्य केन्द्रमे अक्सिजन प्लान्टके स्थापना, कोभिड–१९ पोजेटिभ डेखाइल टोलमे शिविर सञ्चालन तथा घुम्ती स्वाब संकलन कैके निःशुल्क पीसीआर परीक्षण, कोभिड–१९ महामारीमे गौरीफन्टा नाकामे हेल्थ डेस्क तथा टमान मुलुकसे स्वादेश लौटलहुकनहे क्वारेन्टाइनके स्थापना कैके व्यवस्थापन करले बा ।
ओस्टेक, लक्षित १८ वर्ष उप्परके नागरिकहे ९३ प्रतिशतसे ढेर नागरिकहे कोभिड–१९ विरुद्धके पूर्ण (डुनु मात्रा) खोप लगैले बा कलेसे धनगढीहे उपमहानगरपालिकाहे पूर्ण खोपयुक्त नगरपालिका फेन घोषणा हुइल बा । स्वास्थ्य संस्थामे गर्भवती महिलाहुकनहे नियमित एचआइभी जाँच तथा परामर्श डेनाके साथे समय समयमे स्वास्थ्यसम्बन्धी टमान अभिमुखीकरण कार्यक्रम विशेषज्ञ शिविर सञ्चालन, फिटनेश प्रोग्राम, जाँच एवं औषधि वितरण करना कार्यक्रम सञ्चादन करटि आइल बा ।
कृषिओर फलफूल विकास करेक लाग २ सय ७० कट्ठा क्षेत्रफलमे केरा खेती, २५ कट्ठा क्षेत्रफलमे कग्डी (कागती) खेती ओ १० कट्ठा क्षेत्रफलमे आँपलिची खेती करनामे सहयोग करले बा । ८७ ठो साना सिंचाई (स्यालो ट्युवेल) निर्माण कैके ७ सय ८० घर परिवार लाभांवित होके १ सय ५० हेक्टरमे थप सिंचाई सुविधा उपलब्ध करैले बा । ओस्टेक, बगर खेती सहयोग, कृषि सामग्रीमे सहयोग, वेमौसमी टिनाखेती सम्बन्धी तालिम, कृषक समूहहे स्प्रेयर वितरण, च्याउके विया वितरण, माछापालन निर्माणमे सहयोग, दुग्ध चिस्यान केन्द्रके स्थापना, कृषि प्रविधि सम्बन्धी तालिम प्राप्त कैके उत्पादनमे वृद्धि हुइल बा ।
पकेट प्याकेज कार्यक्रम अन्तर्गत महिला महिला, जनजाति, दलित एवं विपन्न व्यक्तिहुकनहे बंगर, बाख्रालगायत पशु वितरण तथा पशु पंक्षी तथा माछापालनतालिम सञ्चालन करले बा । ओस्टेक, शैक्षिक विकासओर बालविकाससे लेके १२ कक्षासमके लाग सिकाई सामग्री तथा पुस्तक व्यवस्थापन तथा निरन्तर विद्यार्थी मूल्यांकनके लाग प्रति विद्यार्थी लागत अनुदान करले बा ।
ओस्टेक, सामुदायिक विकासके लाग १ सय ६४ ठो टोल विकास संस्था गठन कैके धनगढी उपमहानगरपालिका काम करहिट रहल धनगढी उपमहानगरपालिकाके प्राविधिक अधिकृत भट्ट जानकारी करैलैं । उहाँ धनगढीके सक्कु १९ ठो वडामे वडास्तरीय बाल संरक्षण समितिके बैठक तथा बालविवाह न्यूनीकरण, लैंगिक हिंसा तथा समावेशीकरण सम्बन्धी कार्यक्रम सञ्चालन करल बटैलैं ।
ओस्टेक, ४ समूहमे १ सय ४ जाने वैदेशिक रोजगारमे रहल घरपरिवारके लाग कक्षा संचालन करले बा कलेसे वैदेशिक रोजगारसे लौटल १ सय २० जहनहे सीपमूलक तालिम उपमहानगरपालिका डेले बा । पालिका जेष्ठ नागरिक, दलित जेष्ठ नागरिक, एकल जेष्ठ नागरिक, एकल महिला, क वर्गके अपांगता, ख वर्गके अपांगता, दलित बालबालिका, लोपुन्मुखहे पहिचान कैके सामाजिक सुरक्षा भत्ता निरन्तर रूपमे पैना टेवा डेले बा ।
धनगढी उपमहानगरपालिका सूचना तथा सञ्चार प्रविधिके प्रयोग कैके न्यायिक समितिके लाग सफ्टवेयर प्रयोग, राजस्व तिर्न खल्तीसँग समन्वय कैके राजस्व भुक्तानी करना व्यवस्थाके साथे नगरवासीके गुनासो सुन्ना ओ काम हालि कराइक लाग नमस्ते एप ओ हेल्प डेस्क सञ्चालन करले बा ।
ओस्टेके, धनगढी ५५ ठो ऐन, नियमावली, कार्यविधि, निर्देशिका ओ आचार संहिता निर्माण करले बा । धनगढी १८ ठो ऐन, ३ ठो नियमावली, २६ ठो कार्यविधि, ६ ठो नीति ओ निर्देशिका, २ ठो आचार संहित निर्माण करले बा । ओस्टेक, महिला सशक्तीकरणके लाग बालविवाह तथा बहुविवाह न्यूनीकरण सम्बन्धी अभिमुखीकरण, किशोरीहुकनहे आत्मरक्षा तालिम कार्यक्रम, लैंगिक हिंसा निवारणमे पुरुषके सहभागिता जैसिन टमान कार्यक्रम संचाल करटि आइल बा ।
यकरआघे धनगढी उपमहानगरपालिकाके उपप्रमुख सुशीला मिश्र भट्ट एक कार्यक्रमके बीच उद्घाटन करले रहि । कार्यक्रम उपप्रमुख मिश्र सर्वाङ्गिण विकासके लाग भौतिक विकासके साथसाथे सामाजिक विकास हुइ परना बटैलैं । यहाँ धनगढी उपमहानगरपालिका लोक कल्याणकारिताके लाग मदिरा ओ सूर्तीजन्य वस्तुमे कर बह्राइल ओ अपांगतालगायत क्षेत्रमे करके दर घटाइल बटैली ।
कार्यक्रममे वरिष्ठ पत्रकार मनमोहन स्वाँर स्थानीय तहके विकासमे पत्रकारिताके भूमिका विषयमे कार्यपत्र प्रस्तुत करले रहैं । उहाँ विकास अनुभूति ओ डेखैना मेरिक हुइल सकारात्मक परिवर्तन रहल बटैलैं । विकासमे खाना, आवास, शिक्षा, रोजगार, सरसफाई, वातावरण संरक्षण ओ स्वास्थ्य सेवामे सुधारसहित मनैन्के जीवनस्तर सुधारके प्रयार हुइल उहाँ बटैलैं । उहाँ विकाससे मावन मर्यादा ओ सम्मनहे बढावा डेना सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक प्रणाली ओ संस्थामे सुधार करटि आत्मसम्मान वृद्धि करना अवस्था सिर्जना करना प्रयास करेपरना बटैलैं ।
नेपाल पत्रकार महासंघके पूर्व केन्द्रीय सदस्य कर्ण शाह चाह जब फेन दीर्घ कालीन लक्ष्यसहितके विकास योजना बनाइ परना बटैलैं । उहाँ अपन गाउँ–ठाउँमे हुइल विकासके समीक्षा हुइपरना बटैलैं ।
कार्यक्रममे धनगढी उपमहानगरपालिकाके निमित्त तथा शिक्षा शाखाके प्रमुख नरेन्द्रबहादुर खाती, कृषि शाखाके प्रमुख लोकराज उपाध्याय, डीई द्विजराज भट्ट, नेपाल पत्रकार महासंघके केन्द्रीय सचिव हेमकर्ण विक, पत्रकार शिवराज भट्ट, भोजराज जोशीलगायत मन्तव्य व्यक्त करले रहैं ।
नेपाल पत्रकार महासंघ कैलाली जिल्ला अध्यक्ष हिमालय जोशीके अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रममे स्वागत जिल्ला उपाध्यक्ष हरिश विक करले रहैं । कार्यक्रमके सञ्चालन जिल्ला सचिव प्रेम चौधरी करले रहैं ।


