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विकासवादी व्यक्तित्व ओ शहीदहे सम्झना कायदा

पहुरा | १० बैशाख २०७९, शनिबार
विकासवादी व्यक्तित्व ओ शहीदहे सम्झना कायदा

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १० वैशाख ।
विकासवादी व्यक्तित्व ओ जनयुद्धके शहीदहे सम्झना तरिका का हुइ ? ढिउर ठाउँमे स्मारक वा प्रतिमा बनाइल डेखजाइठ् । मने, कैलालीके एक स्थानीय तहसे विकासवादी व्यक्तित्व ओ जनयुद्धके शहीदहे सम्झक लाग बेग्लै तरिका अपनैले बा ।

थारु समुदायके बाहुल्यता रहल कैलारी गाउँपालिका ओइसीन व्यक्तिके नाउँमे सडक चिनैना मेरके सम्झना उपाय अपनाइल हो । गाउँपालिकाके कार्यालयसे विकासवादी व्यक्तित्व ओ शहीदके नाउँमे सडक नामाकरण करले बा । गाउँपालिमे रहल कच्ची ओ पक्की सडक एक जाने विकासवादी व्यक्तित्व ओ बाँकी द्वन्द्वकालीन शहीदके नाउँसे चिनैना करल बा । विकासवादी व्यक्तित्व ओ द्वन्द्वकालीन शहीदके सम्झना एवम् सम्मानस्वरुप शहीदके नाउँसे सडकके नामाकरण करल उ गाउँपालिकाके कार्यालय जनैले बा ।

शहीदके बलिदानसे अब्बेक व्यवस्था आइल ओरसे ओइनके सम्मानस्वरुप गाउँपालिकाभिट्टरके सडक शहीदके नाउँसे नामाकरण करल गाउँपालिकाके प्रवक्ता कमलप्रसाद चौधरी बटैलै ।‘हम्रे शहीद अन्र्तगतके मुख्य व्यक्तित्व ओ एक विकासवादी व्यक्तित्वके नाउँसे सडकके नामाकरण करले बाटी’, उहाँ कहलै । ‘मुख्य–मुख्य व्यक्तिहे किल समेटे सेकल बाटी । आभिन फेन ढिउर छुटल बाटै ।’

गाउँपालिकाके कार्यालयसे वडा नम्बर १ के हसुलिया बजारसे रानामुडा हुइटी वडा नम्बर २ के उजलीसेमरा जोर्ना सडकहे ‘जोखन रत्गैयाँ डगर’ नामाकरण करले बा । माओवादी जनयुद्धके एक योद्धा रत्गैयाँ ‘मुक्तिक डगर’ पत्रिकाके सम्पादक रहिट । ओस्टके, थारु राष्ट्रिय मुक्ति मोर्चाके संस्थापक सदस्य फेन रहिट । कैलालीके करमदेवमा सुरक्षाकर्मीके गोली प्रहारसे ओहकान ज्यान गैल रहे । कुछ किलोमिटर दूरीमे इ सडक कालोपत्रे हुइल बा ।

वडा नम्बर ५ के सडकपुरसे वडा नम्बर २ लोहरपुरसमके सडकहे ‘चक्रबहादुर डङ्गौरा डगर’ नामाकरण करल बा । डङ्गौरा नेकपा एमालेसे प्रत्यक्षओर निर्वाचित सांसद् रहिट । तत्कालीन विद्रोही पक्षसे ओहकान हत्या हुइल रहे । डङ्गौरा कुकुरभुक्का गाउँवासी रहिट । उ सडकसे कुकुरभुक्का गाउँहे फेन छुवल बा ।

ओस्टके, वडा नम्बर ८ के मोहनी बजारसे बनकनरी हुइटी वडा नम्बर ९ के गदरिया बजारसमके सडकहे ‘विनोद चौधरी डगर’ नाउँ डेहल बा । राज्यपक्षसे बेपत्ता पारल चौधरी कैलालीके पहिल जनसरकार प्रमुख रहिट । उहाँ आभिन फेन बेपत्ताके सूचीमे रहल बाटै ।

ओस्टके, वडा नम्बर ५ के बैजपुरसे बड्का बसन्ता, छटकपुर, भुईयाँफाँटा हुइटी रामपुरसमके सडकहे ‘रामप्रसाद पल्परिया डगर’ नामाकरण करल बा । जनयुद्धके योद्धा पल्परियाहे सुरक्षाकर्मी पक्राउ कैके कञ्चनपुर जेलमे राखल रहिट । जेल टुरके भग्ना क्रममे सुरक्षाकर्मीके घेरामे परके पल्परियाके ज्यान गैल रहे । उ घट्नामा माओवादीके अन्य कैदी भर भग्ना सफल हुइल रहिट ।

ओस्टके, सुर्मिनालासे बर्का मुडा गाउँसमके सडकहे ‘छिमानन्द महतो डगर’ नामाकरण करल बा । राष्ट्रिय प्रजातन्त्र पार्टीके नेता उहाँ राजाके पालामे मन्त्री बनल रहिट । अपने मन्त्री रहल बेलामे महतो सिँचाइके लाग कैलारी गाउँपालिकामे पर्ना गुर्गी ओ टेँढी बाँध निर्माण कराइल रहिट । उहाँहे गाउँपालिका विकासवादी व्यक्तित्वके रुपमे सम्मान डेके डगराके नामाकरण करले बा ।

ओस्टके, वडा नम्बर ७ के रामपुर बजारसे भुईयाँफाँटा–रतनपुर–मोहनपुर हुइटी बर्का पलियासमके सडकहे गाउँपालिकासे ‘दशीराम चौधरी डगर’ नामाकरण करल बा । भुईयाँफाँटा गाउँमे जन्मल चौधरी माओवादीके बटालियन कमाण्डर रहिट । कैलालीके खिमडीमे सुरक्षाकर्मीसंग हुइल भिडन्तके क्रममे उहाँके ज्यान गैल रहे ।

तत्कालीन द्वन्द्वके क्रममे कैलारी गाउँपालिकाके कैयौं व्यक्ति राज्यपक्षसे मारगैल रहिट । उ गाउँपालिकामे माओवादी ओरके ६९ जाने शहीद रहल जनाइल बा । गाउँपालिकाके कार्यालयसे द्वन्द्वकालीन शहीदके सम्मान ओ सम्झना स्वरुप उहाँहुक्रनके नाउँसे सडक नामाकरण कैनाहे सकारात्मक रुपमे लेहल माओवादी केन्द्र कैलारी गाउँपालिकाके अध्यक्ष बतासु चौधरी बटैलै ।

‘गाउँपालिकासे माओवादीके किल नैहोके मुख्य सक्कु व्यक्तित्वहे समेटले बा’, उहाँ कहलै ।‘हमार पार्टीके इ निर्णय फेन रहे ओ इहीहे अत्यन्त सकारात्मक रुपमे लेले बाटी ।’

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