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हरडम मुस्कुराइटा जोगिनियाँ टलुवा

पहुरा | ११ बैशाख २०७९, आईतवार
हरडम मुस्कुराइटा जोगिनियाँ टलुवा

सागर कुस्मी
धनगढी, ११ बैसाख ।
कहुँ कच्ची कहुँ पक्की डग्गरमे सफर कर्टी आधा घन्टा यात्रा कैके एक बनुवँक किनारे सम्ठुर ठाउँमे पुगे सेक्जाइठ । चारुओर बनुवाँ घेरल ठाउँ । ओहे बनुवँक बिच्चे बर्वार टलुवा । कुइलरिया, मैनी, सुग्गा चिरैंचुरंगनके कुहुकुहु बोलिसे सोहावन चम्पन जोगिनियाँ टलुवा मुस्कुरैटी स्वागत करठ । कैलाली जिल्लाके गौरीगंगा नगरपालिका वडा नम्बर ४ बडीमालिका सामुदायिक वन उपभोक्ता समूह खुरहुरियामे पर्ना जोगिनियाँ टलुवा एक प्राकृतिक टलुवा हो ।

पर्यापर्यटनसे भरिभराउ पुर्खौंसे मुस्कुरैटी रहल जोगिनियाँ टलुवा अभिन फेन प्रचारप्रसारके कमिसे सबके लजरसे ओल्टारमे परल बा । थारु होमस्टे भादा गाउँके हिट्कले रहल इ टलुवा एकचो डेखल पर्यटक ओइनके मन लोभ्वा लेहठ ।

टलुवामे पुगके पर्यटक लोग ओइनके लाग टलुवामे मिल्ना मेरमेराइक मच्छी, घोंघी सस्टामे किन्के ओहैं रिझाके स्वाद लेहे मिल्ना ओहाँके विशेषता हो । ओहैं फेन लाउमे बैठ्के टलुवा भर सयर करे सेक्ना फेन सुविधा बनाइल बा ।

दिनभर बैठके अस्रा लागके हेरलेसे हर्ननके बोल, मंजोर, सुग्गा, मैनी कुइलरिया, कुटरी, कट्खोलिया, टिट्राहा चिरैंचुरुंगनके मिठास बोली, वनसुवर, नमहा लगायत टमान जंगली जानवरिनहे डेखके पर्यटक ओइनके मन बरा डटके खिंचठ । इ फेन टलुवाके एक मेरके विशेषता हो ।

थारु गाउँ भादा होमस्टेमे बास लेहुइयन पर्यटक ओइनके लाग लग्गे रहल ओरसे अझ्कल इ टलुवा ढिरेढिरे आन्तरिक पर्यटक ओइनके जेडासे टलुवाके मनोरम दृश्य हेरे अइटी रहल, भादा होमस्टेके अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण चौधरी बटैलैं ।

उहाँ कठैं, “पहिलेकले अझ्कल आन्तरिक पर्यटक ओइनके टलुवा चैनार हुइटी गैल बा ।” टलुवाके किनारे किनारे मनैंनके नेंगक लाग फुटपाथ, चारुओर हेरक लाग मचान ओ चुक्की खैना ठाउँ बनल बा । इ सक्कु चाज, संस्कृति पर्यटन तथा नागरिक उद्यन मन्त्रालय पर्यटन विभाग काठमाडौंके आर्थिक सहयोगमे बनल अध्यक्ष चौधरी बटैलैं ।

थारु गाउँ भादा होमस्टेहे लक्षित कैके मन्त्रालयके ३ करोडमे टलुवाके उ सक्कु पुर्वाधार बनल उहाँ बटैलैं । टलुवाके संरचना पहिलेकले बहुत सुधार हुइल बा ।

जोगिनियाँ टलुवा डुइ खण्डमे बा । बर्का टलुवा गौरीगंगा नगरपालिका ४ वडामे परठ कलेसे छुट्की टलुवा धनगढी १६ वडामे परठ । उ बर्का टलुवा १४ बिघामे फैलल बा कलेसे छुट्की टलुवा ४ बिघा क्षेत्रफल अगोरल भादा होमस्टेके कोषाध्यक्ष पदमबहादुर चौधरी बटैलैं ।

प्राकृतिक सौन्दर्य हेरक लाग ओ मन बहलाइ पुहल गौरीगंगा–२, उदासी गाउँक् नरेश चौधरी कलैं, “यहाँ घुमे अइबो टे अउरे ठाउँसे फरक अनुभूति हुइठ ।” अइना दिनमे ठप आकुर पुर्वाधारमे विकास करे सेक्लेसे आउर पर्यटक ढेर आइ सेक्ना उहाँ बटैलैं ।

गर्मी छेंक जुरार लग्ना ओ जार छेंक डन्डुर लग्ना उ ठाउँके खास विशेषता हो । सुन्दर, शान्त ओ हरियर वातावरणमे रमाइ पैलेसे केकर मन नैबहलाइ । अझ्कल रोजाना चुक्की खाइ ओ घुमे अउइयन्के चैनार हुइटी गैल चौकीडार रामसिंह चौधरी बटैलैं ।

जैना डग्गर

कैलालीके धनगढी बजारके गुर्ही चोकसे २० किलोमिटर पुरुब भादा गाउँ छिरके जाइ सेल्जाइठ । भादा गाउँके दीपेन्द्र माविसे ५ मिनेटमे पैडर जाइ सेक्जाइठ । ओस्टेके, राजमार्ग चौमाला बजारसे २८ किलोमिटर डख्खिन जाइसेक्जाइठ ।

टलुवक इतिहास

जोगिनियाँ टलुवा एक्ठो सिम्सार प्राकृतिक टलुवा हो । एकर नाउँ कैसिक परल इ अभिन खोज अनुसन्धानके विषय हुइसेकी । पुर्खनसे खोज अनुसन्धान कैके एकर इतिहास लिख्के मूर्तरूप डेके दस्तावेज कैना जरुरी बिल्गाइठ ।

पहिले पहिले जोगि बैठ्लक ओर्से हुइसेकी या पहिले पहिले जोगनी किल रहल हुइहिं । ओहेमारे एकर नाउँ जोगिनियाँ परल कि कना ढेर मनैनके कहाइ फे सुनमिलठ । लेकिन अस्ली सत्यतथ्य पटा लगाके एकर पर्यटकीय स्थल बनैनामे जोर डेना जरुरी बा ।

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