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९० प्रतिशत महिला बिना कागजात वैदेशिक रोजगारीमे जैना वाध्य

पहुरा | २८ बैशाख २०७९, बुधबार
९० प्रतिशत महिला बिना कागजात वैदेशिक रोजगारीमे जैना वाध्य

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २८ वैशाख ।
वैदेशिक रोजगारमे गैल ९० प्रतिशत महिला विना कागजात काम कैना बाध्य रहल बटै ।

ओरेक नेपालले डेहल जानकारी अनुसार एक अध्ययनमे मलेसिया ओ मध्यपूर्वी देशमे रहल नेपाली महिला कामदार बिना कागजात काम कैना बाध्य डेखल हुइट । गैल वर्ष २०२१ मे कोभिड १९ के महामारीके बीचमे फे वैदेशिक रोजगार विभागसे २ लाख ४० हजार श्रम स्वीकृति डेहल रहे ।

सन् २०२० के जुलाई से २०२१ के जुलाई महिनासम वैदेशिक रोजगार विभागसे ११ हजार ४५६ जाने महिलाहे श्रम स्वीकृती (जेम्ने ४५५७ दक्ष ओ ५७१७ अदक्ष) डेहल रहे ।

अवसरके खोजीमे प्रत्येक दिन १५ सय से १७ सय नेपाली विदेश नैना बाध्य रहल ओ यम्ने महिलाके संख्या उल्लेख्य ओरेक नेपालके कार्यकारी निर्देशक लुभराज न्यौपाने बटैलै ।

ओरेक नेपाल वैदेशिक रोजगारीसे लौटके आइल महिलाहुकनके दिगो पुनःएकीकरण सम्बन्धी १२ बुँदे माग सरकारहे पेश करल उहाँ बटैलै । उ मागपत्र कानून, न्याय तथा संसदीय मामिला मन्त्रालयके मन्त्री माननीय गोविन्द प्रसाद शर्मा (कोइराला) हे बुझाइल बा ।

मागपत्रमे का–का समावेश बा टे ?

अब्बे हुइटी रहल वैदेशिक रोजगार सम्बन्धी ऐन, महिलाहुकनके अनुभवहे आत्मसाथ करटी, समाजमे महिलाहे डेहल दर्जा ओ उहीसे पर्ना असरप्रति सचेत हुइटी अविलम्व परिमार्जन करे पर्ना माग करल बा । वैदेशिक रोजगार सम्बन्धी सूचना वैदेशिक रोजगारमे जाई चाहना हरेक व्यक्ति प्रभावकारीरुपमे तोकल मुलुकमे वैधानिक तवरसे जन्नाबारे समुदाय तहमे प्राप्त कैना व्यवस्था कानुनीरुपमे सुनिश्चित करे पर्ना कहल बा । यैसिन करेबेर महिलाके घर, परिवार ओ समाजमे रहल स्थानहे केन्द« बिन्दुमे राखल बा ।

वैदेशिक रोजगारीमे जैना महिलाके लाग अनिवार्य रुपमे गन्तव्य मूलकके भाषा, सँस्कृति, आवश्यक पर्ना सीप जैसिन आधारभूत आवश्यकता परिपुर्ती कैना स्पष्ट ओ प्रभावकारी नीतिगत व्यवस्था कर जाए । सरकारसे वैदेशिक रोजगारमे गैलहुकनके पूरे तलब, पेशागत स्वास्थ्य ओ सुरक्षालगायत आधारभूत अधिकारके सुनिश्चिताके लाग कानूनी तथा नीतिगत व्यवस्था करजाए ।

कौनोफे नेपाली नागरिक वैदेशिक रोजगारीके क्रममे नठगिट कनामे सचेत हुइटी द्विपक्षीय÷त्रिपक्षीय सम्झौताके व्यवस्था करजाए । यदि वैदेशिक रोजगारीके क्रममे ज्याला ठगी वा ज्याजतीमे परलेसे तत्काल उद्धार, न्यायके प्रत्यभुति तथा उपयुक्त क्षतिपूर्ती हुई सेक्ना करके नीतिगत व्यवस्था करजाए । यैसिन व्यवस्था एक ठो सीमा तोक्के निश्चित अवधीभिटर बिना कागजात गैल श्रमिकहुकनके हकमेफे लागु करजाए ।

वैदेशिक रोजगारमे जैना श्रमिकहुकनहे ओइनके अधिकार, उजुरी दर्ता प्रणाली, पुर्नस्थापनाके सहयोगी संयन्त्रलगायत सम्बन्धी ओइने बुझ्ना करके सरल तरिकामे जैना क्रममे गन्तव्य मुलुकमे हुके वा लौटसेकलपाछेफे सूचना डेहे पर्ना माग करल बा ।

योगदानमे आधारित लाभके प्रावधानसे सक्कुहुनहे समेटे नइसेक्ना हुइल ओरसे ओकर पूर्णरुपसे परिमार्जन करे पर्ना, टमान कारण बिना कागजात वैदेशिक रोजगारीमे गैलहुकनहेफे ओइने विदेशमे काम कैना क्रममे बिरामी हुके वा दुर्घटनामे परलेसे पुनस्र्थापित हुन सहयोग कैना कना नीतिगत व्यवस्था करे पर्ना कहल बा । नेपाल सरकारसे बारबार टमान बाहनामे महिला श्रमिकहुकन उप्पर टमान मेरिक बन्देज लगैटी आइल बा ।

यिहीसे सरकारके छविहे नइमजा बनाइल बा । बन्देजके कारण महिलाहुुक्रे अवैधानिक डगर रोजे परटी रहल बा । दलालके फन्दामे परके मानव बेचबिखनके थप जोखिममे पर्ना स्थिती तयार हुइल बा । यी स्थितिमे अविलम्व सुधार नन्ना हालके सक्कु बन्देज फुकैटी सरकारसे गन्तव्य मुलुक ओ कामके विकल्प थप करटी, ढेरसे ढेर गन्तव्य मूलुकसंग द्विपक्षीय सम्झौता कैना साथे श्रम स्वीकृति ओ उजुरी दर्ताहे स्थानीयकरण कैना उचित कानूनके व्यवस्था करे पर्ना माग करल बा ।

वैदेशिक रोजगारीसे लौटलहुकनके सूचना संकलन ओ पुनस्र्थापनाबारे राष्ट्रिय ओ स्थानीयस्तरमे सहजुल जानकारी पाई मिल्ना करके सूचना व्यवस्थापन प्रणालीके व्यवस्था करे पर्ना, समाजमे रहल महिलाहे हेर्ना दृष्टिकोण, समाजमे रहल महिलाके श्रमहे श्रम नइमन्ना धारणा, महिलाके यौनिकता, निर्णय जैसिन बाटमे महिला निर्णय करे नइमिली कना सोच वैदेशिक रोजगारीमे महिलाहुकनके शोषण ओ लौटल महिलाहुकनके सामाजिक एकीकरणमे हुइना विभेद ओ अइना कठिनाइके कारण हुइना कना आत्मसाथ करटी कानून मन्त्रालयसे सामाजिक रुपान्तरणके प्रक्रिया सहज हुइना कानूनके निर्माण करे पर्ना माग करल बा ।

वैदेशिक रोजगारीसे लौटलहुकनके क्षमता प्रमाणिकरण कैना लक्षित कार्यक्रम कार्यान्वयन करे पर्ना, सरकारके फिर्ती तथा पुनस्र्थापना कार्यक्रममे वैदेशिक रोजगारीसे लौटलहुक्रे (विशेषकरके महिला) के सीप, ज्ञान ओ अनुभवहे अधिकतम उपयोग कैना खालके कार्यक्रम नाने पर्ना, सरकारसे अभिलम्ब आइएलओ महासन्धी १८९, १९० ओ श्रमिक, श्रमिकके परिवारके अधिकारके सुरक्षासम्बन्धी अन्र्तराष्ट्रिय महासन्धी, १९९० अविलम्व अनुमोदन करे पर्ना माग करल बा ।

वैदेशिक रोजगारीसे लौटके आइलपाछे आत्मसम्मानपूर्वक बाँचे पैना सामाजिक तथा आर्थिक वातावरणके सुनिश्चितता कैना स्पष्ट कानुनी एंव नीतिगत व्यस्था करे पर्ना, राज्य व्यवस्था करल विविध स्वरोजगार नीति तथा कार्यक्रममे वैदेशिक रोजगारीसे लौटल महिलाहे उच्च प्राथमिकतामे धारके विशेष व्यवस्था कैना करके कानुन निर्माण करे पर्ना माग ओरेक नेपालसे करले बा ।

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