हरवाचरवा मुक्ति घोषणाके माग

पहुरा समाचारदाता
काठमाडौं, १३ जेठ । हरवाचरवाके मुक्तिके घोषणा करके ओइनके सामाजिक न्याय ओ मानव अधिकारके सुनिश्चितता करे पर्ना अभियानकर्मीहुक्रे जोड डेले बटै । नेपाल सरकारसे वि.स.२०५७ मे कमैया मुक्ती, वि.स.२०६५ ममे हलिया ओ वि.स.२०७० मे कमलरी मुक्तिके घोषणा करसेकल हुइलेसेफे हरवाचरवाहुक्रे अभिनफे मुक्त नइहुइल ओरसे ओइनके स्वतन्त्र रुपसे मर्यादित जीवन निर्वाह करे नइसेकल अयिभानकर्मीहुक्रे बटैले बटै ।
नेपालके संविधानके धारा २९ शोषण विरुद्धके हक अन्तरगत उपधारा (३) मे कुहीहेफे बेचविखन कैना, दास वा बाँधा बनाई नइपैना ओ उपधारा (४) मे कुहीहेफे ओकर इच्छा विरुद्ध काममे लगाई नइपैना कहले बा । धारा ४० के उपधारा (५) ओ (६) ममे दलितहुकनहे फे एक चो जमिन ओ आवास उपलब्ध करैना मौलिक हकमे व्यवस्था करले बा ।
यी तथ्यहे मध्यनजर करटी मधेस प्रदेशके ८ ठो जिल्लामे मुक्त हुइना बाँकी हरवाचरवाके नाउँमे रहल अनुचित क्रण खारेजी सहित मुक्तिके घोषणा करके मुक्त हलिया, कमैया, कमलरी ओ हरवाचरवाके बजेटसहितके एकिकृत पुनस्र्थापना घोषणा कैना माग करटी कृषि बधुवा मजदुरः हरवाचरवा, मुक्त हलिया तथा मुक्तकमैयाके संगठन लगायत अधिकारकर्मीहुक्रे ओ विकास साँझेदारके प्रतिनिधीहुक्रे शुकके रोज भूमि ब्यवस्था, सहकारी तथा गरिबी निवारण मन्त्री माननीय शशी श्रेष्ठहे भेटके छलफल करले बटै ।
उ अवसरमे बोल्टी मन्त्री श्रेष्ठ मन्त्रालयसे गठित मुक्त कमैया कम्लहरी, हलिया ओ हरवाचरवाके वस्तुस्थिती अध्ययन प्रतिवेदन, २०७८ के सिफारिश कार्यान्वयन करेक लाग नेपाल सरकार भूमिब्यवस्था, सहकारी तथा गरिवी निवारण मन्त्रालय संबेदनशिल रहल बाट औल्यइलै । उहाँ मन्त्रालयसे हरवाचरवाके सवालहे उच्च प्राथमिकतामे धारल ओरसे काम कारवाहीके लाग सम्बन्धित निकायहे निर्देशन समेत डेसेकल ओ यकर लाग अअपने प्रतिबद्ध हुके लग्ना बटैली ।
अध्ययन समितिके वरिष्ठ सदस्य एवं कृषी बधुवा मजदुर आन्दोलनके अग्रज गणेश विश्वकर्मा हरवाचरवाके मुक्तिके घोषणा विना नेपाल सरकार जटराफे मजा नीति तथा कार्यक्रम नन्लेसेफे ओकर कार्यान्वयनमे हरवाचरवा अपनत्व बोध करे नइसेकल बटैलै । नेपाल सरकारसे गठित मुक्त कमैया कम्लहरी, हलिया ओ हरवाचरवाके वस्तुस्थिती अध्ययन प्रतिवेदन, २०७८ के पहिल सिफारिश हरवाचरवा मुक्तिके घोषणा हुइल ओरसे उहीहे सरकार गम्भीरताके साथ लेहे पर्नार्म उहाँ जोर डेलै ।
संविधानसभाके सदस्य एवं हलिया आन्दोलनके अगुवा तथा अध्ययन समितिके सदस्य हरि श्रीपाईली हरवाचरवा मुक्तिके घोषणा आन्दोलनके माग हुइल ओरसे उहीहे. तत्काल सम्बोधन कैना मन्त्रीहे आग्रह करलै । उहाँ मुक्त हलिया, कमैया, कमलरी ओ हरवाचरवाके एकिकृत पुनस्र्थापनाके लाग आवश्यक बजेट सहितके कार्यक्रमके व्यवस्था करे पर्ना बाटमे जोड डेलै ।
राष्ट्रिय हरवाचरवा अधिकार मञ्चके केन्द्रीय अध्यक्ष दशन मण्डल नेपाल सरकारसे हरवाचरवा मुक्तिके घोषणा नइकरटसम जैसिनफे नीति तथा कार्यक्रम ओ बजेटके व्यवस्था हुइलेसेफे उहीहे स्विकार करे नइसेक्ना बरु नेपाल सरकारके कार्यक्रमहे बहिष्कार कैना अपनेहुक्रे तयार रहल बटैलै । उहाँ मुक्तिके घोषणा अपन पहिल माग हुइल ओरसे समयमे सरकारसे सवाल सम्बोधन नइकरलेसे स्थानीय स्तरसे काठमाण्डौसम आन्दोलनके आधीबेरी श्रृजना हुइना बाट बटैलै ।
कृषि बधुवा मजदुरहुकनके सवालहे नीतिगत रुपमे प्रभाव पारेक लाग शुकके श्रम, रोजगार तथा सामाजिक सुरक्षा मन्त्रालय, कानुन मन्त्रालय ओ कृषी, सहकारी तथा प्राकृतिक श्रोत समितिमेफे ध्यानआर्कषणपत्र बुझाइल मुक्तकमैया समाजके केन्द्रीय अध्यक्ष पशुपति चौधरी जानकारी डेलै ।
