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जातीय भेदभाव ओ छुवाछूतहे सामाजिक ओ व्यवहारिक रुपमे अन्त्य कैना आवश्यकः राज्यमन्त्री रैका

पहुरा | २१ जेष्ठ २०७९, शनिबार
जातीय भेदभाव ओ छुवाछूतहे सामाजिक ओ व्यवहारिक रुपमे अन्त्य कैना आवश्यकः राज्यमन्त्री रैका

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २१ जेठ ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशके सामाजिक विकास राज्यमन्त्री टेक बहादुर रैका जातीय भेदभाव ओ छुवाछूत सामाजिक रुपमे अनैतिक, अमानवीय ओ कानूनी रुपमे गम्भीर अपराधजन्य कार्य हुइल बटैले बाटै ।

नेपाल ‘छुवाछूत मुक्त राष्ट्र’ घोषणाके १६औँ बरस पुरा हुइल अवसरमे राज्यमन्त्री रैका शुभकामना सन्देश मार्फत हरेक नागरिकहे न्याय समानता सहितके मर्यादित जीवनके लाग शुभकामना व्यक्त करले बाटै । २०६३ जेठ २१ गते नेपालहे ‘छुवाछूत मुक्त राष्ट्र’ घोषणा करल हो ।

नेपालमे लोकतन्त्रके स्थापना ओ पुनर्बहालीसंगे सक्कु मेरके विभेद अन्त्य कैना घरी घरी सार्वजनिक घोषणा हुइल बावै । राज्यमन्त्री रैका जातीय भेदभाव ओ छुवाछूतके व्यवहार एक सभ्य समाजके कलंकके रुपमे रहल ओरसे प्रत्येक नागरिक न्याय, समानता ओ स्वतन्त्रताके अनुभूति हुइना मेरके जिये पैना नैसर्गिक अधिकारके सुनिश्चित कैना ओ समातामूलक समाज निर्माणके सार्थक प्रयासमे अपने ओ सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकार लागल उल्लेख करले बाटै ।

जातीय विभेद छुवाछुत, विकृति ओ विसङ्गतिसे व्यक्ति, परिवार, समाज ओ राष्ट्रहे नकारात्मक प्रभाव पारल उल्लेख कैटी २१ औँ शताब्दीके समाजमे फेन विद्यमान धर्म, परम्परा ओ संस्कृतिके नाउमे मानव मानवके बीचमे जातीय, क्षेत्रीय, लैङ्गिक विभेदके व्यवहार हुइना आपनमे एक अपमानजनक कार्य हुइल बटैले बाटै ।

जातीय विभेद तथा छुवाछुत अन्त्यके लाग तिनु तहके सरकारसे कानूनके प्रभावकारी कार्यान्वयन करे पर्नामे राज्यमन्त्री रैका जोड डेले बाटै ।

राज्यमन्त्री रैका कहलै, ‘हमार समाजसे इ प्रथाके समूल अन्त्य कैना कानुनके प्रभावकारी कार्यान्वयन कैटी सामाजिक चेतना ओ जागरण अभिवृद्धिके लाग निरन्तर क्रियाशील रहना मै स्थानीय तह‚ प्रदेश तथा संघीय सरकार‚ सुरक्षा निकायके साथे राजनीतिक दल, नागरिक समाज‚ सामाजिक संघ संस्था ओ सञ्चारकर्मीहे हार्दिक आह्वान करटुँ ।’

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