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प्रदेशस्तरमै मेरुदण्डके अप्रेसन हुके बिरामीहे भारी राहत

पहुरा | २५ जेष्ठ २०७९, बुधबार
प्रदेशस्तरमै मेरुदण्डके अप्रेसन हुके बिरामीहे भारी राहत

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २५ जेठ ।
कुछ वर्षआघेसम सामान्य रुघाखोकी बिग्रेबेर होए वा हडडी टुटलके उपचार कैना होए, सुदूरपश्चिमके बासिन्दा भारतके लखनऊ, दिल्ली वा काठमाडौं जाई पर्ना रहे ।

मने कुछ समययहोर सुदूरपश्चिमके अस्थायी राजधानी धनगढीमे रहल निसर्ग हस्पिटल एन्ड रिसर्च सेन्टरमे मेरुदण्डके समेत सल्यक्रिया (अप्रेसन) हुई लागल पाछे यहाँके बिरामीहे भारी राहत मिलल बा ।

निसर्ग हस्पिटलके न्युरो सर्जन विशेषज्ञ डा. सुरेश सापकोटाके टिम एक बर्षआघे धनगढीमे मेरुदण्डके सफल शल्यक्रिया सुरु करल रहे । सुदूरपश्चिमके विकट बस्ती ओ भीरपाखामे जोखिमपूर्ण काम करेबेर रुखुवा गिरेबेर, भीरसे गिरेबेर यी क्षेत्रके टमान नागरिक मेरुदण्डके चोट सहे परल बा । कलेसे मेरुदण्ड गुमाइल अवस्था बा ।

यैस्टेक परिस्थितिमे अपन प्रदेशके राजधानीमे उपचार पाके सहज ओ कम खर्च हुइल पीडित बटैठै । निसर्गमे मेरुदण्डके सल्यक्रिया सुरु हुइलपाछे यी क्षेत्रके नागरिक सुलभ ओ सहज रुपमे उपचार पाइल अस्पताल जनैले बा ।

सापकोटाके टिममे अर्थोपेडिक सर्जनद्धय डाक्टर श्रीराम खाती ओ डाक्टर ओमकार बिष्टसमेत संलग्न बटै । मेरुदण्ड मानव शरिरके महत्वपूर्ण अंग हुइल ओर यकर विशेष उपचार ओ ख्याल करे पर्ना अर्थोपेडिक सर्जन डाक्टर ओमकार बिष्ट बटैलै ।

निसर्गमे मेरुदण्डके सल्यक्रिया सुरु हुइना आघे ढाडके हडडी टुटल बिरामीसे काठमाडौं वा भारतके टमान सहर धाई पर्ना वाध्यता रहे, उ वाध्यता आब टरलमे बहुट खुशी लागल न्युरो सर्जन डा सापकोटा बटैलै । उहाँ कहलै, ‘मेरुदण्डके हडडी टुटल बिरामीहे उपचारके लाग दुर लैँजाईबेर ढेर समस्या हुइठ, लग्गे उ उपचार सम्झव हुके जोखिमफे घटल बा कलेसे, उपचारपाछे ठिक हुइना सम्भावनाफे बढल बा ।’ उपचार पासेकल बिरामीहे फलोअपके लाग आईबेरफे लग्गेक अस्पताल हुइल अ‍ेरसे जोखिम घटल निसर्गका अर्थोपेडिक सर्जन डाक्टर श्रीराम खाती बटैलै ।

सेवा सुरु करल एक वर्षमे निसर्ग हस्पिटलसे ५० से ढेर बिरामीके मेरुदण्डके शल्यक्रिया करसेकल अस्पताल जनैले बा । मेरुदण्डके शल्यक्रियको खर्च बिरामीके अवस्था हेरके १ लाख ५० हजारसे २ लाख ५० हजारसम लग्ना करल कहाई बा । मेरुदण्डके सल्यक्रियामे निसर्ग अस्पतालके न्युरो सर्जन डा सुरेश सापकोटा, अर्थोपेडिक सर्जनद्वय डा श्रीराम खाती ओ डाक्टर ओमकार बिष्ट, एनेस्थेसियोलोजिष्टद्वय डा हेमन्त ओझा ओ डा सुनिल भट्टसहितके टिमसे कैना करल बा ।

एक वर्ष पहिले निर्सगमे मेरुदण्डके शल्यक्रिया सुरु हुइलेसेफे हाल सेतीप्रादेशिक अस्पतालसहित धनगढीके और कुछ अस्पतालमेफे मेरुदण्डके सल्यक्रिया सुरु हुइल बा ।

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