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विपदमे काम शैलीमे परिवर्तन आवश्यक

पहुरा | २ असार २०७९, बिहीबार
विपदमे काम शैलीमे परिवर्तन आवश्यक

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २ असार ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशके मुख्य सचिव रामेश्वर दंगाल विपदमे काम शैलीमे परिवर्तन करेपर्नामे जोर डेले बटै ।
विफेक रोज धनगढीमे हुइल प्रदेश स्तरीय विपद सम्बन्धी अभिमुखीकरण कार्यक्रममे बोल्टी उहाँ उ बाटमे जोर डेहल रहिट ।

उहाँ कहलै, अभिनसम सफटवेयर, सभासम्मेलन ओ गोष्ठीहे ढेर महत्व डेहल बा । विपद जोखिम न्यूनिकरण कागजमे सिमित रहना मने विपद बह्रटी गैल ओरसे बास्ताविक क्षेत्रमे काम करे परल । जनचेतनाहे ढेर महत्व डेहे परल ।’

राष्ट्रिय विपद जोखिम न्यूनिकरण तथा व्यवस्थापन प्राधिकरणहे सफटवेयर, सभासम्मेलन ओ गोष्ठीमे सिमित हुइलेसे तरेक प्रणाली फेल हुइना मुख्य सचिव दंगाल बटैलै ।

विकासके गतिविधिसंगे नेपालमे विपद जोखिम बह्रटी गैल ओेरसे अगुवाई कैना संस्थाहे विशेष ध्यान डेना उहाँ बटैलै ।
आन्तरिक मामिला कानून सचिव कमलराज ढकाल विपद जोखिम न्यूनिकरण कैना सक्कु जानेक समन्वय आवश्यक रहल बटैलै ।

कैलालीके प्रमुख जिल्ला अधिकारी किरण थापा कैलाली जिल्ला बाढ, कटान, डुबान ओ आगलागि लगायत जोखिममे रहल ओरसे प्राधिकरणहे कैलाली जिल्लाकेफे अनुगमन कैडेना आग्रह करलै ।

कार्यक्रममे राष्ट्रिय विपद जोखिम न्यूनिकरण तथा व्यवस्थापन प्राधिकरणके सहसचिव अनिता निरौला, उपसचिव हिरादेवी पौडल, उपसचिव राजेन्द्र शर्मा, आन्तरिक मामिला तथा कानून मन्त्रालयके सचिव लक्ष्मी प्रसाद जोशी, रेडक्रम सोसाइटी कैलालीके महामन्त्री लोकराज जोशी लगायत विपद जोखिम न्यूनिकरण सम्बन्धी कार्यपत्र प्रस्तुत करल रहिट ।

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