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कैलालीके लडियामे डेखपरे लग्लै डल्फिन

पहुरा | २० असार २०७९, सोमबार
कैलालीके लडियामे डेखपरे लग्लै डल्फिन

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २० असार ।
प्राकृतिक सौन्दर्यतासे भरिपूर्ण कैलालीमे डल्फिन अवलोकनके सिजन सुरु हुइल बा । मनसुन लागलसंगे इ जिल्लामे डल्फिन अवलोकनके सिजन सुरु हुइल हो । नदीनालामे पानीके सतह बह्रलपाछे आहारबिहारके लाग दुर्लभ डल्फिन आपुगल हुइट ।

स्वच्छ पानीमे रमैना गङ्गेटिक प्रजातिके उ डल्फिन जिल्लाके दक्षिण–पूर्वस्थित नदीनालामे डेख परटी रहल बाटै । कैलालीके दुर्लभ सम्पत्तिके रुपमे रहल विश्वमे दुर्लभ गङ्गेटिक प्रजातिके मनसुन अवधिभर यहाँ बैट्ठै । मनसुन ओराइलपाछे लडियामे पानीके सतह घट्टी गैलपाछे गहिराई खोज्टी फेनसे डल्फिन कर्णाली लडियामे जैना करल बाटै ।

हाल टीकापुर नगरपालिका–७ के बैदीस्थित मोहना, पथरैया, काँढा लडिया ओ गैरी नालाके दोभानमे डल्फिन डेख परटी रहल डल्फिन जलचर तथा जैविक विविधता संरक्षण नेपालके अध्यक्षसमेत स्थानीय संरक्षणकर्मी भोजराज ढुङ्गाना बटैलै । ओहकान अनुसार हाल तीन बच्चा ओ आठ वयस्कसहित ११ डल्फिन डेख परटी रहल बाटै ।

‘मोहना–पथरैया, काँढा–पथरैया ओ पथरैया–गैरी खोलुवाके दोभानमे मजासे डल्फिन डेखपरटी रहल बाटै’, उहाँ कहलै । ढुङ्गानाके अनुसार इ बरस बैदीमे असार १५ गते साँझ डल्फिन आपुगल हुइट । गैल बरस यहाँ हाली मनसुन आइलपाछे असार १ गते डल्फिन आपुगल रहिट । इ बरस ढिला मनसुन हुइलपाछे दुई हप्ता ढिला कैके डल्फिन कर्णाली लडियाके सहायक लडियामे आपुगल ढुङगाना बटैलै ।

अब मनसुन अवधिभर इ लडियामे डल्फिन अवलोकन करे सेकजाइ । मनसुन ओराइलपाछे डल्फिन फेन गहिराई खोज्टी कर्णाली लडियाके तल्लो तटीय क्षेत्रओर जैना करठै । कर्णालीमे बाह«ै महिना बसोबास कैना डल्फिन सहायक लडियामे मनसुनमे किल अस्थायी रुपमे अइना करठै । नदीनालामे बाढ आइलपाछे कर्णाली, भारतके घाघरा लडियासे यहाँ डल्फिन अइना करल जनाइल बा ।

खास कैके उपयुक्त अहाराके खोजी ओ बच्चा बह्राइक लाग कर्णालीके सहायक लडियामे डल्फिन अइना करल ढुङ्गानाके बुझाइ रहल बा । उहाँ हरेक बरस बच्चासहित डल्फिन अइना करल जानकारी डेलै । बच्चा बह्राइक लाग आइल बेला बेला भजनी नगरपालिका–८, ३ ओ टीकापुर नगरपालिका–७ मे पर्ना नदीनालामे मजासे इ जलप्राणीहे अवलोकन करे सेकजाइठ् ।

नदीनालामे डल्फिन आइलपाछे स्थानीयवासीमे उत्साह बह्रल बा । डल्फिन डेखजैना क्षेत्र बाढ ओ डुबान प्रभावित क्षेत्र रलेसे फेन पानी बह्रलपाछे डल्फिन फेन अइना करलमे जनसमुदाय खुशी हुइल ढुङ्गाना बटैलै । उहाँ समस्या किल नैहोके सम्भावना फेन रहल उल्लेख करलै ।

स्वच्छ पानीमे आहारबिहार करे रुचैना गङ्गेटिक प्रजातिके डल्फिनके लाग मुख्य चुनौती नै प्रदुषण रहल बा । पानी प्रदुषित हुइलेसे डल्फिनहे समस्या हुइना करल समुदायस्तरमे बुझाइ रहल बा । ओस्टके, डल्फिनके आहारा प्रजातिके कमी हुइलमे फेन डल्फिन कम हुइना करल संरक्षणकर्मी विजयराज श्रेष्ठ बटैठै ।

ओहकान अनुसार कैलालीके लडियामे ढिउर पहिलेसे मनसुनमे डल्फिन डेखजैना रकल स्थानीय बटैना करलेसे फेन यीनके व्यवस्थित तरिकासे संरक्षण कैना कार्य भर २०५६ सालसे सुरु हुइल रहे । ओकर अगुवाई ज्येष्ठ संरक्षणकर्मी भोजराज श्रेष्ठ गुलेली बाजे करल रहिट । हाल, सङ्घीय, प्रदेश ओ स्थानीय सरकारसे फेन संरक्षणमे हातेमालो कैटी रहल संरक्षणकर्मी विजयराज श्रेष्ठके कहाइ बा । पहिले भर विशुद्ध रुपमे समुदाय किल संरक्षणमे सक्रिय रहल रहिट ।

डल्फिन संरक्षणके लाग राष्ट्रिय निकुञ्ज तथा वन्यजन्तु संरक्षण विभागसे डल्फिन संरक्षण कार्ययोजना फेन दुई बरस पहिले नै बना सेकल संरक्षणकर्मी श्रेष्ठ बटैलै । ‘अब्बे संरक्षणमे सरोकारवालाके भूमिका सकारात्मक डेखल बा’, उहाँ कहलै । ‘टीकापुर, भजनी नगरपालिकासहित प्रदेश, सङ्घीय सरकारसे फेन सहयोग कैटी रहल बाटै ।’

श्रेष्ठके अनुसार कैलालीमे सबसे ढिउर १३० ठो डल्फिन गणना हुइल तथ्यांक रहल बा । २०५९ के भदौमे १४ घाटसे गणना करेबर उ संख्यामे डल्फिन फेला परल रहिट । पाछेक दिन डल्फिनके संख्या ओत्र ढिउर पुगल नैहो ।

डल्फिन अवलोकनके सिजन सुरु हुइलपाछे स्थानीय हर्षित हुइल बाटै । डल्फिन अवलोकन करे अउइया पर्यटकके लाग टीकापुर नगरपालिकासे लडिया किनारमे ‘बिच बेन्च’ राख डेले बा । उ बेन्चमे बैठके पर्यटकहे डल्फिन अवलोकन कैना सहज हुइना बटाइल बा । इ बरस गतविगतसे ढिउर पर्यटक डल्फिन अवलोन करे अइना अपेक्षा करल ढुङ्गानाके कहाइ बा ।

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