‘कानूनके पालना कैना चुकटी’
पहुरा समाचारदाता
धनगढी,२१ असार । सुदूरपश्चिम प्रदेश सामाजिक राज्यमन्त्री टेकबहादुर रैका महिला हिंसा न्यूनिकरणके लाग तीनु तहके सरकारसे कानून बनैलेसेफे पालना हुई नइसेकल बटैले बटै ।
मंगरके रोज धनगढीमे हुइल पहँुच परियोजनासे आयोजना करल महिला हिंसा विरुद्धके कानून कार्यान्वयनके अवस्था ओ समाधानके उपाय सम्बन्धी संवाद कार्यक्रममे राज्यमन्त्री उ बाट बटवाइल रहिट ।
हम्रे कानून ढेर बनैले बटी,’ राज्यमन्त्री रैका कहलै, ‘मने उ कानूनके प्रभावकारी पालना कैना चुकछी । आब कानून कार्यान्वयन कैना सक्कु जे लागे पर्ना बा ।’ राज्यमन्त्री रैका कानूनसे उप्पर सामाजिक परम्परा रहल कारणफे महिला उप्पर हुइना हिंसा न्यूनिकरण हुई नइसेकल बटैलै ।
उहे कार्यक्रममे महिलाउप्पर हुइना हिंसा न्यूनीकरण कैना सामाजिक सोच परिवर्तन हुई पर्नामे सरोकारवाला निकायसे जोर डेले बटै । सहभागीहुक्रे कानून निर्माण कैनासे सामाजिक सोच बदल्न ओर लागे पर्नामे जोर डेहल रहिट । ‘हमार सामाजिक परम्परा तथा रुढीबादी सोच कानूनसे बल्गर बटै, अनौपचारिक सेवा केन्द्र (इनसेकका) सुदूरपश्चिम प्रदेश संयोजक खडकराज जोशी कहलै ।
उहाँ कहलै, ‘अव कानून निर्माणसे पहिले सामाजिक सोच बदले पर्ना डेखल बा । ओहोरओर सरकारी तथा गैर सरकारी निकायके ध्यान जैना जरुरी रहल बा ।’ उहाँ ग्रामीण भेगमे रुढीवादी परम्परा अभिनफे कायमे रहल कहटी आव सक्कु संघ संस्थासे गाउँ केन्द्रित हुके कार्यक्रम सञ्चालन करे पर्ना बटैलै ।
हम्रे संघ संस्थाकर्मीफे सुविधामुखी हुइल बटी,’ उहाँ कहलै, ‘मने रुढीबादी सोच गाउँमे ढेर बा, उहे सोचके कारण महिलाहुक्रे हिंसा सहके बैठना बाध्य बटै, वहाँक नागरिकके सोच बदल्न हमार कार्यक्रमफे ग्रामीण क्षेत्र केन्द्रित हुई पर्ना विल्गाइठ ।’
सामाजिक अभियानता धनपति ढुंगेल सामाजिक मुल्यमान्यताके कारण महिला हिंसा न्यूनीकरण हुई नइसेकल बटैलै । हम्रे देउताहे मन्ठी, धामीहे मन्ठी,’ उहाँ कहलै, ‘धामी जा कहठ उ काम कैडरठी, ओइने महिलाहे बोक्सीनीया कहटी हिंसा करे लगैठै, उ धामीके सोच परिवर्तन नइकरके कैसिक महिला हिंसा अन्त्य हुई सेकी ।’ उहाँ बोक्सीया प्रथा नइमन्ना समाजसे धामी झाक्रीहे मन्ना गलत रहल बटैलै ।

अधिवक्ता रेणुप्रधान श्रेष्ठ महिला हिंसाहे मेलमिलाप कराईबेर समस्या हुइल बटैली । महिला हिंसाके उजुरी आईबेर न्यायिक समिति ओ प्रहरी मेलमिलापमे जोर डेना करल कहटी उहाँ मेलमिलाप करके पठाइल महिला फेरसे हिंसामे पर्ना करल कहटी महिला हिंसाके घटनाहे मेलमिलाप करके टुङग्याई नइहुइना बटैली । सामाजिक अभियानता विमला कडायत भर सरकारके कारण महिला हिंसामे पर्ना करल ओर सरकारसे महिलाहे आत्महत्या कैना प्रोत्साहन करल आरोप लगैली । ‘हिंसामे परल महिलाहे संरक्षण कैना कै सेफ हाउसके व्यवस्था करल ?’ उहाँ प्रश्न करटी कहली, मन्दिरमे करोडौं खर्च कैना सरकार सेफ हाउस बनाई काहे नइचाहल, हिंसामे परल महिलाहे फेर घर पठाईबेर ओरसे अवस्था कैसिन रहठ ? काहे सरकार बुझल नइहो ।’
हिंसा पीडित महिलाहे घर पठाइबेर ओइनउप्पर झन हिंसा हुइना कहटी उहाँ सरकारसेफे सहयोग नइपाइल महिला आत्महत्या कैना बाध्य हुइना करल बटैली । कैलालीके जिल्ला न्यायधिवक्ता राजेन्द्रसिंह भण्डारी आर्थिक अवस्था कम्जोर रहल महिलाहे निःशुल्क कानूनी परामर्श डेना व्यवस्था करल कहटी महिलाहे समस्या परेबेर जिल्ला वकिल कार्यालयमे सम्पर्क कैना आग्रह करली । उहाँ जाटिक समस्यामे परल महिलाहे न्यायके लाग अदालतसम जाई सेक्ना व्यवस्था रहल कहटी अन्याय सहके नइबैठनाफे महिलाहे आग्रह करलै ।
राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोगके सुदूरपश्चिम प्रदेश प्रमुख मोहनदेव जोशी कानूनके प्रभावकारी कार्यान्वयन हुई नइसेक्के महिलाउप्पर हिंसा हुइना करल बटैलै । ‘महिला हिंसा विरुद्ध ढेर मजा कानून बनल बटै, उहाँ कहलै, ‘मने उ कानून कार्यान्वयन कैना सरकारीस्तरसे कम्जोरी हुइल विल्गाइठ, सरकार कानूनके कडाईके साथ पालना करलेसे समस्या बहुट कम हुई सेकी ।’
कैलारी गाउँपालिकाके उपाध्यक्ष भगवतीकुमारी चौधरी हमार समाजमे अभिनसम पितृ सत्तात्मक सोच रहल कारण महिलाहुक्रे हिंसामे परटी रहल बटैली । उहाँ कहली, शहर बजारके महिला घरबाहेर निक्रे पैना वातावरण बनल मने गाउँघरओर अभिन ओसिन अवस्था कम बा ।’
इन्सेकके सदस्य चित्रा पनेरु महिलाहुकनहे हिंसा घरपरिवारसे सुरु हुइना करल बटैली । उहाँ कहली, घटल हिंसा हेरलेसे लग्गेक मनै, घरपरिवार ओ नातपाटसे जुरल विल्गाइठ । कार्यक्रममे बार कैलालीके अध्यक्ष सिद्धराज ओझा, एडभोकेसी फोरमके अधिवक्ता पुष्पविक्रम शाही, न्यायिक समिति गौरींिगाके सदस्य मदन नेपाली, जिल्ला प्रहरी कार्यालय कैलालीके महिला तथा वालबालिका शाखाके प्रमुख सरस्वती अधिकारी, महिला अधिकारकर्मी गोमा आचार्य लगायत अपन बाट राखल रहिट । कार्यक्रममे प्रदेशके मुख्यन्यायधिवक्ता कुलानन्द उपाध्याय सुदूरपश्चिममे महिला हिंसाके अवस्था, राज्य संरचनामे महिला सहभागिता लगायतके विषयहे समेटेके तयार पारल कार्यक्रम प्रस्तुत करल रहिट ।
दलित महिला अधिकार मञ्च कैलालीके अध्यक्ष सावित्रा घिमिरेके अध्यक्षतामे सम्पन्न हुइल रहे । कार्यक्रम डिसिएके सहयोग तथा दलित महिला अधिकार मञ्च कैलालीके आयोजनामे सञ्चालन हुइल रहे ।


