मुक्तकमैया पुनर्स्थापनामे निरास काहे ?

कमैयाहुक्रे दासत्वके जंजिरसे मुक्ती पाइल २१ बरस पुरा हुइल बा । कमैया मुक्ती घोषणा हुइल २२औ बरस लागेबेरफे चार जिल्लामे अभिन २ हजार ३ सय ७५ जाने पुनर्स्थापनासे वञ्चित बटै । सरकार कमैयाहुकन २०५७ साल सावन २ गते मुक्ती घोषणा करेबेर उचित गाँस, बास, कपास, स्वास्थ्य, शिक्षा डेना कहिके मालिकहुकनके घरसे छुटाके अलग बैठाइल । कमैया मुक्ती घोषणापाछे सरकार पाँच जिल्लाके लगत लेटी २७ हजार ५ सय ७० जनहनहे जग्गा डेना कहल रहे, मने अभिनसम २५ हजार १९५ जाने केल जग्गा पैलै । ढेर मुक्तकमैया अभिन जग्गा विहिन बटै, जिहीसे मुक्त कमैयाहुक्रे दिवसहे खुशीयालीके रुपमे मनाई छोरके हकअधिकारके लाग सडकमे उत्रे पर्ना अवस्था रहल बा ।
सबसे ढेर बर्दियामे १२ सय ४५ जाने मुक्त कमैया पुनर्स्थापनासे वञ्चित बटै कलेसे कैलालीमे ९ सय ५३ जाने, कञ्चनपुरमे १२९ जाने ओ दाङमे ४८ जाने पुनर्स्थापना हुइना बाँकी रहल बटै । पुनस्र्थापनाके नाउँमे जग्गा नैरहल ठाउँक लालपुर्जा, व्यक्तिके नम्बरी जग्गाके लालपुर्जा, लडिया, खोला रहल ठाउँमे टमान मुक्तकमैयाहुकन जग्गा डेगिल बा । ओसिन समस्या सट्टाभर्ना कैना संख्या ६ सय ६१ रहल बा । परिचय बदर हुइल संख्या १७३, जग्गा नइपाइल ४६३, परिचयपत्रसे वञ्चित १ हजार ७८ जाने करके कुल २ हजार ३ सय ७५ जाने पुनर्स्थापना हुइना बाँकी बटै ।
कैलाली जिल्लामे कुल जग्गा पाइ पर्ना संख्या ८ हजार ९७५ हो मने ८ हजार २२ जाने केल जग्गा पैले बटै । यहाँ सट्टा भर्ना ४ सय, परिचयपत्र बदर १७३, जग्गा पैनासे शुद्ध संख्या ३८० करके ९५३ जाने पुनर्स्थापनासे वञ्चित बटैं । कञ्चनपुरमे कुल जग्गा पाइ पर्ना संख्या ४ हजार ४१८ हो, मने ४ हजार २८९ जाने केल जग्गा पैले बटै । यहाँ सट्टा भर्ना १२९ करके १२९ जाने पुनस्र्थापनासे वञ्चित बटैं । बर्दिया जिल्लामे कुल जग्गा पाइ पर्ना संख्या ११ हजार ५५१ हो मने १० हजार ३०६ जाने केल जग्गा पैले बटैं । यहाँ सट्टा भर्ना ४ जाने, जग्गा पैनासे शुद्ध संख्या ८३ जाने, परिचयपत्रसे वञ्चित १ हजार ७ जाने करके १२ सय ४५ जाने पुनस्र्थापनासे वञ्चित बटैं । बाँके जिल्लामे १९ सय २१ जाने मुक्त कमैया रहलमे सक्कु जनेक पुनर्स्थापना हुसेकल बा । दाङ जिल्लामे कुल जग्गा पाइ पर्ना संख्या ७ सय ५ जाने हो, मने ६५७ जाने केल जग्गा पैले बटैं । यहाँ सट्टा भर्ना ४८ करके पुनस्र्थापना हुइना मुक्त कमैयाके संख्याफे ४८ जाने रहल बटै ।
अब्बे मुक्तकमैया पुनर्स्थापनाके काम अब्बे रुकल बा । पहिले संघीय सरकार, प्रदेश सरकार पुनर्स्थापनाके लाग बजेट विनियोजन करे अब्बे पुनर्स्थापनाके लाउँमे बजेट छुटयाई छोरले बा । प्रदेश सरकारके मुख्यमन्त्री, भुमि व्यवस्था कृषि तथा सहकारीके पाँच बरससे मुक्तकमैया पुनर्स्थापना कैनामे अपनेहुक्रे प्रतिवद्ध रहल भाषण केल छाटल मने प्रगतिभर शुन्य रहल बा । मुक्तकमैया, मुक्तहलिया, मुक्तकमलरी, हरुवचरुवाके समस्या एकठो नइचोखैना खटरा बनल बा । खटराहे निर्मुल परे नइसेक्लेसे सरकारके लाग घटक रोग क्यान्सर बने सेकठ । टबमारे मुक्तकमैयाके पुनस्र्थापना कैना हो कलेसे अन्तिम चो लगट सहिट प्रयास कैना जरुरी बा ।
