दलिय सहमतिमे बजेट पास हुइलहोः मन्त्री रावल
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ४ सावन । सुदूरपश्चिम प्रदेशके आर्थिक मामिला मन्त्री प्रकाश रावल दलिय सहमतिमे प्रदेश सरकारके बजेट पास हुइल बटैले बाटै ।
बुधके आर्थिक मामिला मन्त्रालयसे आयोजना करल प्रगति विवरण सार्वजनिक कार्यक्रममे मन्त्री रावल दलिय सहमतिमे बजेट पास हुइल बटैलै । सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारसे असार १ गते बजेट लानल रहे । मने एक महिनामे बजेटउपर कौनो छलफल हुइल नैरहे । अन्तिममे आके एक महिनापाछे असार २९ गते बुधके डुसराचो बैठल प्रदेश सभाके बैठकसे बजेट पास हुइल रहे ।
असार १ गते मन्त्री रावल आगामी आर्थिक बरसके लाग संसदमे ३६ अर्ब ७४ करोड ६४ लाख ६५ हजारके बजेट प्रस्तुत करल रहिट । बजेटमे विधि ओ प्रक्रिया विपरीत मनपरी ढंगसे योजना समावेश करल कहटी असन्तुष्ट रहल प्रतिपक्ष ओ सत्तारुढ दलके सांसदसे लम्मा समयसम बजेटउपर छलफल आघे नैबह्रल रहे ।
‘मन्त्री रावल बजेट पास हुइल दिन सम्झटी कुछ बेर १४ बुँदे सहमति हुइल बजेट पास कैना अन्धार हुइल बटैलै । बजेट पास कैनामे कुछ दिन ढिला हुइलके हुो’, उहाँ कहलै–‘बजेट पास कैना मितिमे हमार टमान पार्टीके केन्द्रीय भेला हुइल कारणसे बजेट पास कैनामे ढिलाई हुइल हो ।’
उहाँ आघे कहलै–‘हम्रे कौनो फेन मन्त्रीहे लोभलालच नैडेखाके बजेट पास करले बाटी, जौन बजार ओ सामाजिक संजालमे साँसदहुक्रनहे पैसामे किनके बजेट पास करल कना बात रहल बा, इ सक्कु हल्ला किल हो ।’
प्रतिपक्ष दलके नेताहुक्रनसे बुझाइल १४ बुँदे माग लन्नेसे फेन उ मागमे कौनो सम्झौता नैकेके आपसी सम्झदारीमे नै सहमति अनुसरा हम्रे बजेट पास करल फेन उहाँ बटैलै । मन्दिरमे बजेट ढिउर परल कना प्रश्न उहाँ सुदुरपश्चिममे पहाडी जिल्लाके ढिउर जैसिन मनैनके बसोवास तराई कैलाली ओ कञ्चनपुर रहल ओ सक्कु मनै आपन देवीदेवताके पुजा पाठ कैना अथवा टमान मन्दिरमे जैना हुइल ओरसे यम्ने ढिउर बजेट परल बटैलै । उहाँ मन्दिरमे बजेट डार डेहे परल कहिके थेगे नैसेक्ना दबाब र्सिजना हुइलपाछे ढिउर बजेट परल बटैलै ।
कुल बजेटके ५० प्रतिशत बजेट पुर्वाधारमे किल कना प्रश्नमे उहाँ मन्त्रीहुक्रे आपन ठाउँके सडक, विद्यालय भवन, स्वास्थ्यके भवन, मन्दिर, टमान भवन निमार्णके लाग डेहलपाछे बजेट डारल बटैलै ।
कर्मचारी अभावके कारण बजेट खर्च नैहुइल
सुदूरपश्चिम प्रदेशमे कर्मचारी अभावके कारण अपेक्षा अनुसार बजेट खर्च नैहुइ सेकल बटाइल बा ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशके आर्थिक मामिला मन्त्रालयके सचिव जितेन्द्र बस्नेत कर्मचारी अभावके कारण अपेक्षा अनुसार बजेट खर्च नैहुइल बटाइल हुइट । सचिव बस्नेत ४० प्रतिशत कम जनशक्तिसे सय प्रतिशत काम करे पर्ना अवस्था रहल बटैलै । ‘अब्बे फेन हम्रे ४० प्रतिशत कम जनशक्तिसे सय प्रतिशत काम करे पर्र्ना अवस्था रहल बा,’ उहाँ कहलै, ‘इ कहलक भेड्वाहे कुभिन्डो कहे जैसिन अथवा ढिउर भारी, बोझ बोकाइल स्थितिमे हम्रे बाटी ।’
प्रदेश सरकारसे गत आर्थिक बरस २०७८/०८९ के लाग ३० अर्ब ३३ करोड ९४ लाख ५५ हजार बजेट लानल रहे । चालु ओ पुँजीगतओर कार्यान्वयन कैना मेरके उक्त बजेट लानल रहे । मने उ बजेट कार्यान्वयनके अवस्था निरासाजनक डेखल बा । गैल बरस कुल बजेटके ६६ प्रतिशत अर्थात २० अर्ब ९६ करोड ६१ लाख ९२ हजार किल खर्च हुइल बा ।
बाँकी १० अर्ब बजेट खर्च कैना सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकार असफल हुइल बा । चालुओर १२ अर्ब ३८ करोड ५४ लाख बजेट रहलमे ९ अर्ब १ करोड ६४ लाख किल खर्च हुइल बा । कलेसे, १७ अर्ब ६५ करोड ४० लाख बजेट रहल पुँजीगत ओर फेन ११ अर्ब ९४ करोड ९७ लाख किल कार्यान्वयन हुइल बा ।
सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारसे अब्बेसम लानल सक्कु बजेट कार्यान्वयन कैना पूर्णरुपमे सफल हुइ सेकल नैहो । एक अल्पकालिन सहित ५ ठो बजेट प्रदेश सरकार कार्यान्वयन कैसेकल बा । मने अब्बेसम ५ ठो बजेट कार्यान्वयन करल सुदूरपश्चिमके प्रगति ७० प्रतिशत फेन पुगे सेकल नैहो । पाँचु बजेटके खर्च प्रगति ७० प्रतिशतसे कम रहल बा ।
प्रदेश सरकारसे रहेक बरस टमान बहानामे बजेट पूर्णरुपमे खर्च करे नैसेकल बटैटी आइल बा । विशेषकैके प्रदेश महत्वके योजनामे सरकार उदाशिनता डेखाइलके कारण नै अपेक्षा अनुसार खर्च हुइ नैसेकल अर्थके जानकारहुक्रे बटैठै ।
सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारसे पहिल कार्याकालके अन्तिम बजेट फेन लन्ले बा । चालु आर्थिक बरस २०७९/८० के लाग प्रदेश सरकारसे ३६ अर्ब ७४ करोड ६४ लाख ६५ हजार बजेट लन्ले बा ।


