संघीयता कार्यान्वयनमे समन्वय नैमिलल
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १० सावन । सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारके मुख्यमन्त्री त्रिलोचन भट्ट तीन तहके सरकारबीच समन्वयात्मक तालमेल नैमिल्के संघीयता कार्यान्वयन नैहुइल बटैले बटैं ।
गाउँपालिका राष्ट्रिय महासंघ नेपालसे मंगरके रोज धनगढीमे आयोजनामे हुइल संघ, प्रदेश ओ स्थानीय तहबीचके समन्वय ओ स्थापित संस्थागत संयन्त्रके क्रियाशिलतासम्बन्धी प्रदेशस्तरीय कार्यक्रममे मुख्यमन्त्री जनअपेक्षानुसार काम हुइ नैसेकल कारण संघीयताप्रति जनता असन्तुष्ट हुइल बटैलैं । “हमारसे पहिलेसे संघीयता रहल भारतलगायतके देशसँग नेपालहे दाँजके असन्तुष्ट हुइना कौनो अर्थ नैहो,” उहाँ कलैं, “सक्कु तहके सरकार अपन–अपन दायित्व बहन कैके कार्यान्वयनमे जाइपरि ।”
कार्यक्रममे प्रदेश आर्थिक मामिलामन्त्री प्रकाश रावल बजेट नन्ना तरिका नैमिलल बटैलैं । स्थानीय समस्याहे सम्बोधन करनामेरिक पहिले स्थानीय तहसे बजेट प्रस्तुत करेपरना, मझौला मेरिक योजना प्रदेश ओ भारी योजना संघीय सरकारमे सिफारिस करेलेसे बजेटमे योजना नैदोहिना बटैलैं ।
ओस्टेके, पूर्वसामाजिक विकासमन्त्री एवं प्रदेश सभासद लालबहादुर खड्का तीन तहके सरकारबीच संविधानतः सम्बन्ध हुइपरनामे संघीय सरकार प्रमुखके राजनीतिक ईच्छाशक्ति काम करटिरहल बटैलैं । प्रदेश सभासद भरत खड्का सुदूरपश्चिम सरकारके कार्यशैलीसे जनतामे संघीयताप्रति वितृष्णा बह्रल दावी करलैं । संसारके उत्कृष्ट व्यवस्था मानल संघीयतामे छोट समयमे जनता असन्तुष्ट हुइनामे राज्य सञ्चालक ढेर जिम्मेवार रहल उहाँक कहाइ रहे ।
कार्यक्रममे स्थानीय जनप्रतिनिधिहुक्रे संघीय सरकारसे स्थानीय तहहे पूर्ण स्वायतता डेहेपरना ओ प्रदेश तह समन्वयात्मक हुइपरना बटैले रहैं । संविधानविद् खिमलाल देवकोटा ओ पूर्वराष्ट्रसेवक विष्णुदत्त गौतम कार्यक्रममे सहजीकरण करले रहैं ।


