थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत २६ कार्तिक २६४९, मंगर ]
[ वि.सं २५ कार्तिक २०८२, मंगलवार ]
[ 11 Nov 2025, Tuesday ]

जाईमे हरेरी महोत्सव हुइना

पहुरा | १८ श्रावण २०७९, बुधबार
जाईमे हरेरी महोत्सव हुइना

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १९ सावन ।
धनगढी उपमहानगरपालिका–५, जाईस्थित देउथानमे हरेरी महोत्सव २०७९ हुइना हुइल बा । गैल बरस जस्टे यि बरस फेन स्थानीय हरेरी महोत्सव मुल आयोजक समिति जाँईके आयोजनामे महोत्सव हुइना हुइल हो ।

‘भाषा, संस्कृति, कला, भेष हमार पहिचान, हरेरी महोत्सव मनैना सक्कु किसानक अभियान’ कना मुल नाराके साथ इहे सावन २८ से ३१ गतेसम हरेरी महोत्सव आयोजना हुइना हरेरी मुल आयोजक समितिके अध्यक्ष कुलबीर चौधरी जानकारी डेलै ।

थारु समुदायमे करजिना चार मुख्य सामुहिक पूजा मध्ये हरेरी पूजा फेन एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक पुजा हो । हरियर खेती, हरियर वन, हरियर मैदान बनैना उदेश्यसे हरेरी पूजा मनैना प्रचलन थारु समुदायमे आदिमकालसे पुजा करटी आइल बाटै । हरेरी पूज मनैलेसे लगाइल बालीनालीमे लग्न डहिया, महिया, किराकाटी, गाँधी, फटिंगालगायत रोगव्याधी नैलग्ना तथा बालीनाली मजा हुइना मान्यता थारु समुदायमे रहल रहल बा ।

महोत्सव अवधिभर थारु समुदायके लोपोन्मुुख मुुंग्रहुवा नाच, लठ्ठहुवा नाच, लाठी, कठघोरी, सखिया, झुम्रा, हुरडुङवा नाँच, एकल नाँच, बर्कीमार प्रस्तुत कैना रहल जनागिल बा । ओस्टके मगरसमुदायके भुमे,(बाँकी २ पेजमे) मारुनी नाँच, रानाथारु ओ कठरिया थारु समुदायके होरी, पोमा, एकल डाँन्स, बेक्रिङ डान्स, गु्रपिङ डान्स, सजना, डोहरी गीत, टमान सांस्कृतिक कार्यक्रम रहना जनागिल बा । साथे थारु राष्ट्रिय तथा स्थानीय गायक, साहित्यकारहुकनके प्रस्तुति रहना हुइल बा ।

ओस्टके महोत्सव स्थलमे ढेलुवा चर्हुना, मचान (अँटुवा) चर्हुना, थारु संग्राहलयके अवलोकनके व्यवस्था रहना जनाइल बा । ओस्टेक थारु समुदायके टमान ढिक्री, अण्डीक भात, खुर्मा, बरिया, खरिया, अण्डीक रोटी, गेङगटाक टिना, घोंघीक टिना, सुरीक सिकार, रानाथारु समुदायके खानपान, डोटेली समुदायके खानपानके व्यवस्था फेन रहना जनाइल बा ।

जनाअवजको टिप्पणीहरू