थारु राष्ट्रिय दैनिक
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थारु समुदायसे मनैलै अष्टिम्की पर्व

पहुरा | ३ भाद्र २०७९, शुक्रबार
थारु समुदायसे मनैलै अष्टिम्की पर्व

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ३ भदौ ।
थारु समुदायके महिलाहुक्रे अष्टिम्की पर्व मनैले बटै । दिनभर निराहर व्रत बैठके साँझके रोज थारु परम्परा अनुसार अष्टिम्की पर्व मनाइल हुइट ।

शुकके रोज दिनभर निराहर ब्रतके साँझके सामुहिक रुपमे अष्टिम्की टिकल इन्दु चौधरी बटैली । धनगढीमे बसोबास रहल थारु महिला डिडी बहिनीयाहुकनके लाग संखी संजालसे थारु छात्रबासमे अष्टिम्की टिक्ना व्यवस्था मिलाइल उहाँ बटैली । दुई दिनसम मनैना यी पर्वमे महिला, लउण्डी निराहार व्रत बैठके साँझके विधिपूर्वक पूजाआजा करल हुइट ।

ओस्टेक करके धनगढी–५ जाई गाउँके डेउथान, तारानगरके डेउथानमे सामुहिक अष्टिम्की टिकल जनागिल बा । धनगढी उपमहानगरपालिका–७ पटेलाके थारु संग्रालयमे पटेला स्मार्ट क्लवके आयोजनामे सामुहिक अष्टिम्की पर्व मनाइल क्लवके अध्यक्ष मुकेश चौधरी बटैलै ।

थारु समुदायसे अपन घरके बहरीमे रहल उत्तरपट्टिके भित्तामे अस्टिम्किके पौराणिक चित्र कला बनाके पुजा कैना चलन बा । कलेसे आज सामुदायिक भवन, डेउथानके घरमेफे अस्टिम्किके पौराणिक चित्रकला बनाके सामुहिक रुपमे पूजा करटी आइल थारु कल्याणकारिणी सभाके केन्द्रीय प्रभातकुमार चौधरी बटैलै ।

ओस्टेक करके पश्चिम नेपालमे बसोबास कैना थारु समुदायके महिलाहुक्रे काठमाडौंमे अष्टिम्की पर्व मनैले बटै । काठमाडौंके भृकुटीमण्डपमे विशेष कार्यक्रमके आयोजना करके थारु समुदायके महिला अष्टिम्की पर्व मनाइल हुइट । अष्टिम्की पर्वममे विवाहिता महिला अपन गोसियाके दीर्घायूके कामना करठै कलेसे अविवाहित लउण्डी मजा बर पाईक लाग निराहार व्रत बैठना करल थारु अगुवा शत्रुघनप्रसाद चौधरी बटैलै ।

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अष्टिम्की पर्वमे व्रत बैठलेसे मनोकामना पूरा हुइना ओ सुख, शान्ति, समृद्धि प्राप्त हुइना धार्मिक विश्वास रहल बटैटी अगुवा चौधरी दुसर दिन विवाहित चेलीहुकनहे ‘अग्रसान’ उपहार डेना चलन रहल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘अष्टिम्की मूलतः थारू समुदायमे महिलाहुकनके पर्व हो । मने स्वेच्छा अनुसार पुरुषफे ब्रत बैठे सेक्ठै ।

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