शहरी विकास मन्त्री चौधरीसे सिकलसेल अस्पतालके शिलान्याश
पहुरा समाचारदाता
बाँके, २३ भदौ । शहरी विकास मन्त्री मेटमणी चौधरी सिकलसेल अस्पताल तथा अनुसन्धान केन्द्र भवनके शिलान्याश करले बाटै ।
बाँकेके जानकी गाउँपालिका–३ नहरपुर्वास्थित निर्माण हुइ लागल उक्त अस्पताल तथा अनुसन्धान केन्द्रके बिफेक रोज शिलान्याश करल हुइट । शिलान्याश कार्यक्रमहे सम्बोधन कैटी मन्त्री चौधरी सिकलसेल एनिमिया ओ थलासेमिया थारु समुदायके किल समस्या नैरहल बटैलै । उहाँ सिकलसेल थारु समुदायमे अधिकमात्रामे डेखगैलेसे फेन अन्य समुदायके फेन जनस्वास्थ्य समस्या रहल बटैलै । सम्बोधनके क्रममे उहाँ अस्पतालहे मल्टिहेल्थ सर्भिस डेना अस्पतालके रुपमे विकास कैना समेत बटैलै ।
‘अब्बे थारु समुदायमे किल सिकलसेल डेखगैल बा । सिकलिङ कैना हो कलेसे अन्य समुदायमे फेन डेख परे सेकठ्,’ उहाँ कहलै–‘इ अस्पतालहे सिकलसेलके उपचार कैना अस्पतालके रुपमे किल विकास नैकरे परल । सिकलसेलके विरामीहे विशेष सेवा डेलेसे फेन अन्य रोगके समेत उपचार कैना थलोके रुपमे विकास कैना जरुरी बा ।’
उहाँ सिकलसेल अस्पताल तथा अनुसन्धान केन्द्र भवन निर्माण कैना शहरी विकास मन्त्रालयसे सहयोग कैना प्रतिवद्धता जनैलै । उहाँ कहलै–‘भवन निर्माण कैना बरवार बात नैहो । इहीहे दीर्घकालिन रुपमे संचालन कैना महत्वपूर्ण हो । भवन निर्माण मोर मन्त्रालयसे सहयोग करी । अन्य व्यवस्थापन कैसिक कैना हो ओकर व्यवस्था अपनेहुक्रे मिलैबी ।’

उहाँ थारु समुदायके लाग सिकलसेल अस्पताल महत्वपूर्ण रहल बटैटी यकर दायित्व सरकारसे लेहे पर्ना बटाइल रहिट ।‘सिकलसेल एकठो समुदाय विशेषके किल समस्या नैहो । इ अस्पतालके जवाफदेहिता सरकारसे बहन करे परल,’ उहाँ कहलै ।
उहाँ एकल प्रयासमे कौनो फेन काम सफल नैहुना हुइल ओरसे सिकलसेल अस्पताल निर्माण तथा संचालन कैना सहकार्यके आवश्यकता औँल्याइल । उहाँ एकठो दलके प्रयाससे किल देश विकास सम्भव नैरहल पाँच दलिय ओ सात दलिय गठबन्धनके अवधारणा आइल बटैलै ।‘गठबन्धन अब्बेक आवश्यकता हो । गठबन्धन बीचके सहकार्य ओ एकतासे किल विकास सम्भव बा,’ मन्त्री चौधरी कहलै ।
नेपालगन्ज उपमहानगरपालिकाके मेयर प्रशान्त विष्ट सिकलसेल अस्पताल निर्माण तथा संचालनके लाग उपमहानगरसे आवश्यक सहयोग कैना प्रतिवद्धता जनैलै ।
थारु समुदायके थारु स्वास्थ्यकर्मी समाजके अध्यक्ष एवम् सिकलसेल सामुदायिक अस्पतालके अध्यक्ष जिवराज चौधरी भेरी अस्पतालसे सिकलसेलके विरामीके उपचार कैटी अइलेसे फेन उचित व्यवस्थापन नैहोके बिरामी दुःख पाइल बटैलै । उहाँ पश्चिम नेपालके करिव एकलाख थारुनहे सिकलसेल रहल बटाइल रहिट ।
‘सिकलिङक ओ सचेतनाके कमीसे अधिकांश बिरामी घरमे छट्पटैटी रहल अवस्था बा । उपचारके लाग अस्पताल अइना विरामी फेन सहज रुपमे उपचार नैपाइल अवस्था बा,’ उहाँ कहलै ।
सिकलसेल एनिमियाहे जनस्वास्थ्य समस्याके रुपमे दर्ज कराके भेरी अस्पतालका मेडिकल विभाग प्रमुख समेत रहल बरिष्ठ कन्सल्टेन्ट फिजिसियन डा. राजन पाण्डेहे सम्मान करगैल बा । भवन शिलान्याश कार्यक्रममे डा. सुरेन्द्र चौधरी सिकलसेल ओ इहीसे पर्ना प्रभाव तथा न्यूनीकरणके उपाय बारे प्रष्ट्याइल रहिट ।
उ अवसरमे थारु महिला सिकलसेलसे पारल असर ओ राजनीतिक दलके नेतासे खेलल् भूमिकाके बारेमे तयार पारल गीतमे नृत्य करल रहिट । उक्त अस्पताल १० कठ्ठा जमिनमे निर्माण हुइ लागल बा ।
अस्पताल निर्माण हुइना स्थलमे दंगीशरण सिभिल होम ओ होमस्टे संचालन कैना तयारी समेत करल बा ।


