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जानकी गाउँपालिकासे थारु पाठ्यक्रम लागु कैटी

पहुरा | ११ आश्विन २०७९, मंगलवार
जानकी गाउँपालिकासे थारु पाठ्यक्रम लागु कैटी

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ११ कुँवार ।
कैलालीके जानकी गाउँपालिका थारु भाषाके पाठ्यक्रम लागु कैना हुइल बा ।

जानकी गाउँपालिका थारु बाहुल क्षेत्र रहल ओरसे यहाँके सामुदायिक विद्यालयमे थारु भाषाके पाठ्यक्रम लागु कैना हुइल हो । गाउँपालिकाके अध्यक्ष गणेश चौधरी गाउँपालिकाके सामुदाय विद्यालयमे मातृभाषा शिक्षा लागु करक लाग ४० लाख रुपैयाँ बजेट विनियोजन करल बटैलै । विद्यालयमे थारु भाषाके पाठ्यक्रम लागु करक लाग विज्ञहुक्रनसे रायसुझाव लेटी उहाँ कामके सुरुवात फेन करल बटैलै ।

मातृभाषामे शिक्षा प्रदान करे सेकजैना संविधानमे नै उल्लेख करल बा । उहे बुँदाहे टेकके अध्यक्ष चौधरी थारु भाषाके पाठ्क्रम लागु कैना कहिके गाउँसभासे निर्णय पारित करल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘हम्रे इ बरस ४० लाख रुपैयाँ बजेट विनियोजन करले बाटी । इ पालिकामे ३३ ठो सामुदायिक विद्यालय रहल बावै । सक्कु विद्यालयमे पहिल चरण शिक्षक ओ अभिभावकहुक्रनसे छलफल कैके कक्षा कोठाके व्यवस्थापन कैना तयारीमे जुटल बाटी ।’

अध्यक्ष चौधरी बालबालिकाके लाग विद्यालय नै शिक्षाके मन्दिर रहल ओरसे पाछेक पुस्ता बालबालिकामे मातृभाषा हस्तारण कैना मातृशिक्षा अति नै आवश्यक रहल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘हम्रे औरेक नक्कल कैना एकदमे आघे बाटी, मने अपने आर्गनिकहे बिसराइट जैठी । जौन कारण हमार कला संस्कृति, भाषा, खानपान, रहनसहन सक्कु लोप हुइल हो ।’

‘पाछेक पुस्ताहे जन्मजातै जबरजस्त नेपाली ओ अग्रेजी बोले सिखाजाइठ् । उहाँहुक्रे थारु भाषा बोले नैजैन्ठै । मने हम्रे इ नैबुझ्ठी कि अपने मातृभाषासे बोले सिखैलेसे बच्चा हाली सिख्ठै,’ अध्यक्ष चौधरी कहलै ।

अब्बेक बच्चा प्रविधिमय होसेकल ओरसे सामाजमे घुलमिल हुइना कर्रा रहठ् । मने मातृभाषा शिक्षासे उहाँहुक्रनहे समाजमे अन्तरघुलन कैना मद्दत पुगाइठ् । ओस्टके भाषाके संरक्षण हुइठ्, एक समुदायसे औरे समुदायबिच आपसी सद्भाव कामय हुइनाके साथे सामाजिक दुरी फेन घट्ना हुइल ओरसे मातृशिक्षा अति नै जरुरी रहल चौधरी बटैलै ।

उहाँ अध्यक्ष हुइनासे पुर्व कान्तिपुर दैनिकामे काम करिट । अपने पत्रकारिता करटी रहलबेला पाँच बरससम स्थानीय जनप्रतिनिधिनके सामाचार लिखल स्मरण कैटी कहलै, ‘मै औरे जनहनसे फरक हुइना चाहटु । डुरके यात्रा कैना बाहेक गाउँपालिकाके गाडी नैचहुँठु । अपने मोटरसाइकलमे सवार कैठु ।’

स्रोत व्यवस्थापनके लाग ओहकान सोच अति आवश्यक बाहेक गाडी नैचहुँरके सरकारी साधानके दुरूपयोग नैहुइना ओ इन्धनके समेत बचत हुइना बटैठै । औरे प्राथमिकताके विषय समय व्यवस्थापन हो । उहाँ अपने फेन समयमे गाउँपालिका पुग्ठै ओ कर्मचारीहुक्रनहे नियमन करठै । बैठक रओसभासमारोह फेन समयमे सुरु करठै । सेवाग्राहीके गुनासा समयमे सुने पर्ना बटैठै । ‘ज्या कैना बा समयमे करो, समय हम्रहीन कुहीहे नै पर्खठ् ।’

कार्यालय भिट्टर ‘जंक फुड’ निषेध

जानकी गाउँपालिका कार्यालय भिट्टर ‘जंक फुड’ निषेध करल बा । खाजाके रूपमे चाउमिन, चाउचाउ, मःमः जैसिन खाजाहे बन्देज लगाइल गाउँपालिका प्रमुख प्रशासकिय अधिकृत नारायण बहादुर विष्ट जानकारी डेलै ।

ओहकान अनुसार पालिकासे नीति तथा कार्यक्रममे परम्परागत खैनाचीजहे प्रवर्द्धन कैना उल्लेख करले बा । गाउँपालिकाभिट्टर बैठक ओ सभासमारोह हुइबर खाजाके रूपमे ढिक्री ओ सेलरोटी खवाइना अध्यक्षके निर्देशनहे पालन करटी रहल बटैलै ।

ढिक्री थारु ओ सेलरोटी पहाडी समुदायके परम्परागत परिकार हो । परम्परागत परिकारसँग आपनहुक्रनके पहिचान जोरल ओरसे अइसीन परिकारके प्रर्वधन करे पर्ना पालिकासे अइसीन नीति लानल उहाँ बटैलै । ‘आयातीत परिकारसे हमार परिकारहे विस्थापित करल । हम्रे सक्कु जाने मिलके पहिचान जोगाइ परठ् ।’

गाउँपालिकामे कार्यक्रम कैना गैरसरकारी संघसंस्थाहे समेत खाजाके रूपमे परम्परागत परिकारहे किल प्राथमिकता डेना पालिका अध्यक्षके सुझाव रहल बा । उहाँ खाजा बनैना तालिम ढिक्री ओ सेलरोटीके व्यवसायीकरणमे जोड डेना बटैलै ।

सिकलसेलके बिरामीहे लक्षित कैके अस्पताल खोल्ना

जानकी गाउँपालिका पाँच बरसभित्रे सिकलसेलके विरामीहे लक्षित कैके १५ शैयाके अस्पताल खोल्ना लक्ष्य लेले बा । सिकलसेल थारु समुदायके ढिउर जैसिनमे लग्ना एकप्रकारके वंशाणुगत रोग हो । थारू समुदायमे ढिउर व्यक्तिमे सिकलसेल भेटल बा । उहाँहुक्रे मजासे उपचार पाइ सेकल नैहुइट ।

वि.सं. २०६८ के जनगणना अनुसार जानकी गाउँपालिकाके जनसंख्या ४८ हजार ५४० रहल बा । जौन मध्ये २९ हजार ३१७ अर्थात ६०.४० प्रतिशत जनसंख्या थारु समुदायके रहल बा । अब्बेसम अनुसन्धानमे ढिउरमात्रामे थारु समुदायहे नै सिकलसेल डेखल बाा ।

अध्यक्ष चौधरीके अनुसार यहाँ विरामी उपचारके लाग टीकापुर, धनगढी ओ नेपालगन्ज जाइ परल ओरसे अपने पालिकामे उपचार सेवा डेना उपलब्ध करैना उद्देश्य रहल बा ।

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