थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत १५ बैशाख २६४८, शनिच्चर ]
[ वि.सं १५ बैशाख २०८१, शनिबार ]
[ 27 Apr 2024, Saturday ]

शान्ति ओ समृद्धिके सैचिन डेवारी

पहुरा | ७ कार्तिक २०७९, सोमबार
शान्ति ओ समृद्धिके सैचिन डेवारी

हिन्दू धर्मलम्वी तथा समस्त नेपालीहुकनके घर अंगनामे मचल रौनक डसिया ठनसे डेवारीसम कायमे रहल बा । सक्कुओहोर चैनार बा । रौनक छाँइल बा । डेवारी टिहुवार रंगीचंगी, भातृत्वसहित ढिउर कारणसे ऐतिहासिक ओ विशेष मानजाइठ । सत्ययुगमे वामन अवतारके भगवान विष्णुसे ३ पाउ भूमि दानवराज बलि राजासे मागल रहिट । भगवानहे सन्तुष्ट पारेक लाग उहाँ उ माँगन फेन पूरा करके दानवीरके अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करल रहिट । कलान्तरसे उहाँके सम्झनामे यमपञ्चकमे दीपावली करटी आगिल बा । जौन डेवारीके ऐतिहासिक पक्ष हो । डेवारी मौसमी हिसाब ओ समृद्धि तथा उज्रारसे जोरल टिहुवार फेन हो । यी बेला न ढिउर घाम न ढिउर ठण्डी रहलओरसे फेन डेवारीमे मौसमी अनुकुलता ठिक मानजाइठ । संगे यी बेला किसानहुक्रे बर्खाभर मेहनत करके फराइल अन्न फेन भिœयइटी रहल अवस्थामे परठ । जौनकारण आर्थिक सहजताके हिसाबसे फेन सरल ढंगसे मनाइल वातावरण डेवारीके उल्लाससे पुष्टि हुइठ ।

यिहे अगहन ४ गते हुइना प्रतिनिधि सभा सदस्य ओ प्रदेश सभा सदस्यके लाग हुइना चुनावके बहुट चहलपहल बा । अवसिक हुइना संघ ओ प्रदेशमे के के जिटी कना सक्कु ओर उत्सुकटासे जनता हेरटी बटै । यी चुनावमे टमान जैसिन पुराने उम्मेदवारफे चुनावी दौरानमे बटै । जनता ओइनके कामके मुल्याङकन फे करटै । उम्मेदवारी डेहल लौव उम्मेदवारके क्षमता, ओ विगतमे करल कामके मुल्याङकन करटी रहल ओरसे एक ओर चुनावके चहल पहल दुसर ओर डेवारीके चहलपहल बा ।

हर्ष, खुसयाली, शान्ति ओ समृद्धिके सैचिन तथा प्रतीकके रुपमे रहल डेवारी टिहुवारके अवसरमे हमार सक्कु पाठक वर्ग, विज्ञापनदाता, शुभचिन्तकलगायत समस्त नेपाली डाडुभैया, डिडीबहिनियाहुकनमे मैगर शुभकामना व्यक्त करटी । अन्तमे, कौनो फेन टर–टिहुवार केक्रो डेखासिखीमे नाई, आपन क्षमता अनुसार मनाई । आपन स्वास्थ्य अवस्थाहे ख्याल करके खानपानके सगेना लगाई ।

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